2 बाग़ियों का भंडाफोड़ : चंगुल से छूट कर जंगल में जा छिपे थे दो बंधक विधायक, CRPF ने ढूंढ निकाले थे
न काहू से दोस्ती, न काहू से वैर
“कलम के सिपाही अगर सो जाएं तो वतन के कथित मसीहा वतन बेच देंगे, वतन बेच देंगे..”





बगावत के दोषी विधायकों से सम्पर्क रखने के कारण हिमाचल भाजपा की मुसीबतें दिनोदिन बढ़ती ही जा रही हैं। जनता का मानना है कि अगर हालात यूँ ही बदतर होते गए तो भाजपा उपचुनाव के 6 बाग़ियों की तमाम सीटों से हाथ धो बैठेगी।
बदनामी इतनी अधिक गति से रफ्तार पकड़ रही है कि 6 के 6 बाग़ियों की जमानतें तक ज़ब्त होने के आसार लग रहे हैं, ऐसा मतदाताओं का कहना है।
आम जनता में यह कहावत खुलेआम सुनने में आ रही है कि “भाजपा ने जो कुआं रातोंरात कांग्रेस के लिए खोदा था वह खुद धीरे-धीरे उसी में डूबती जा रही है।
जैसाकि सर्वविदित है कि हिमाचल प्रदेश में लोकसभा के चुनाव सातवें और आखिरी चरण में होने वाले हैं।
साथ ही, प्रदेश में 6 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव भी होने वाले हैं। कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के बीच राजनीतिक आंखमिचौली के खेल का सिलसिला बदस्तूर जारी है।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राजस्व मंत्री श्री जगत सिंह नेगी ने बीजेपी पर गंभीर आरोप जड़ा है कि भाजपा महिला विरोधी है और भाजपा नेताओं ने विकास की गति रोकने का अक्षम्य अपराध किया है जिसके लिए मतदाता उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे।
इसी दौरान, दो विधायकों का ऋषिकेश में बनाए अभेद्य किले की सीमाएं तोड़ कर सबको चकमा देकर भागने और ऋषिकेश के घने जंगल में जा छुपने के मामले से पर्दा उठा है। पुलिस की छानबीन के बाद इन रहस्यों पर से पर्दा उठने लगा है।
प्रतिपक्ष की हिरासत में रह रहे इन दो विधायकों को जांच क्व दौरान में सीआरपीएफ जवानों ने पकड़ा। जगत सिंह नेगी ने दावा किया कि राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद बीजेपी ने तीन निर्दलीय विधायकों को अपने कब्जे में रखा।
नेगी ने कहा कि बीजेपी ने हिमाचल में सरकार गिराने के लिए धनबल के बलबूते नापाक साजिश रची है। उन्होंने बताया कि तीनों निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के पीछे बीजेपी का दबाव और प्रलोभन है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को इस मामले की जांच के लिए शिकायत दर्ज कराई है।
अन्य घटनाओं में, बीजेपी ने तीनों विधायकों को प्रदेश के बाहर एक पांच सितारा होटल में बंद किया और उन्हें हेलीकॉप्टर से घुमाया।
दिल्ली और ऋषिकेश में बीजेपी के नेताओं ने उन्हें बंदी बनाकर रखा। अब बीजेपी के नेताओं ने प्रदेश के राज्यपाल को भी शामिल कर लिया है, ताकि वे इन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफा स्वीकार करें।




