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Palampur

Dr. Lekh Raj Sharma

#Hit & Run जैसे कानून पर समाजसेवी डॉ लेख राज शर्मा ने चालकों के पक्ष में और इस सख़्त कानून के विरोध में अपनी प्रतिक्रिया ज़ाहिर करते हुए कहा कि ड्राइवर कोई अपने ही गांव में गाड़ी नहीं चलाता वो घर से सैंकड़ों किलोमीटर दूर तक गाड़ी लेकर जाता है जहां न कोई अपना न पराया होता है और बहुत सारे ड्राइवर ऐसे भी हैं जिनको कई कई साल गाड़ी चलाते हो गए और कोई दुर्घटना नहीं हुई , अनहोनी कब हो जाए किसी को क्या पता? कोई नहीं चाहता की दुर्घटना हो और ड्राइवर का वैध्य ड्राइविंग लाइसेंस एक कठिन टेस्ट के बाद सरकार द्वारा ही जारी किया जाता है।

दुर्घटना में दोष किसी का भी हो सकता है ये जरूरी नहीं कि जो कुचला गया उसका कोई दोष ही न हो और अगर ऐसी कोई भी दुर्घटना होती है तो कसूरवार हमेशा बड़ी गाड़ी बाला ही ठहराया जाता है।

ड्राइवर तो अपनी गलती न होते हुए भी भागता है क्योंकि वहां के स्थानीय लोग मार कुटाई पर उतर आते हैं और बहुत बार ये घातक भी साबित हो चुका है, हां सरकार एक सख्त कानून पास करे कि ऐसे मौके पर हाथ उठाने बालों के ऊपर सख्त कार्रवाई होगी और छे महीने की कैद होगी जिसमें 6 महीने तक जमानत का कोई प्रावधान नहीं होगा तब ड्राइवर नहीं भागेगा और अगर परिस्थिति वश मौके से भाग जाता है तो उसको किसी भी नजदीकी थाने में इसकी सूचना देना अनिवार्य किया जाए या कहीं भी पुलिस समक्ष पेश हो जाय , ड्राइवर को हिट एंड रन केस में माननीय न्यालय अपने एक्ट के तहत इसका फैसला सुनाता है कि सजा कितनी और जुर्माना कितना होगा और अब जो कानून सरकार लाने जा रही है कि ड्राइवर 8 / 10 लाख जुर्माना भरे सरकार का ये फरमान बिलकुल ही न्यायसंगत नहीं है , एक ड्राइवर एक ड्राइवर ही है वो दिहाड़ीदार है कोई लख पति नहीं , दुर्भाग्यवश अगर ऐसा हो जाए तो ड्राइवर का परिवार ही खतम समझो , सरकार ने ऐसे ड्राइवरों के खिलाफ hit and run सख्त कानून लागू न करने की घोषणा अगर की है तो अच्छी बात है नही तो पूरा जीवन ही ठहर जाने बाली बात है और ये वोही ट्रक ड्राइवर या दूसरे ड्राइवर हैं जिन्होंने करोना काल में अपनी जान जोखिम में डाल कर हमें रोजमर्रा की चीजों के साथ साथ दवाइयां पहुंचा कर लाखों जिंदगियां बचाई हैं।

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