टोक्यो ओलिंपिक (Tokyo Olympics) के तीरंदाजी (Archery) इवेंट में भारत की मेडल की उम्मीद जिंदा है. ये उम्मीद जगाई है पुरुषों की भारतीय टीम ने, जिनका तीर निशाने पर लगा है. भारत के अतानु दास (Atanu Das), प्रवीण जाधव (Pravin Jadhav) और तरूणदीप राय की तिकड़ी ने आर्चरी मेंस इवेंट के क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह बना ली है. इन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल में कजाकिस्तान की मेंस टीम को 6-2 से हराते हुए ये कामयाबी हासिल की. क्वार्टर फाइनल में अब भारतीय टीम का मुकाबला कोरिया की टीम से होगा. यानी चुनौती बड़ी होगी. क्योंकि कोरियाई तीरंदाजी में बाजी जीतने में माहिर हैं.
कजाकिस्तान के खिलाफ भारत ने शानदार शुरुआत कोरिया के खिलाफ भारतीय तीरंदाजों की एक नहीं चली
कोरिया के तीरंदाजों ने शुरू से ही मैच में अपनी जो पकड़ बनाई, उसे ढीली नहीं होने दी. तीरंदाजी में हर राउंड 2-2 सेट के होते हैं. और उन्होंने हर सेट में अपना परचम लहराते हुए अंक बटोरे. कोरियाई तीरंदाजों ने तीन राउंड में 18 तीर छोड़े, जिसमें 13 निशाने उनके परफेक्ट 10 पर लगे. दूसरी ओर भारतीय मेंस टीम की तिकड़ी का स्तर 8s और 9s वाला रहा. दोनों टीमों के बीच ये एक बड़ा फर्क रहा, जिसने भारत की हार पक्की कर दी. और इसी के साथ मेंस इवेंट में भारत की मेडल की होप को भी खत्म कर दिया.
प्री-क्वार्टर मे भी आखिरी राउंड में जीते थे
इससे पहले प्री क्वार्टर में भी भारत ने आखिरी राउंड में जीत दर्ज की थी. कजाकिस्तान ने 60 में से 54 का स्कोर हासिल किया. भारत को जीत के लिए आखिरी शॉट में 9 या उससे ज्यादे चाहिए थे. अतानु दास ने 9 हासिल करके टीम को 6-2 से जीत दिला दी. जिसके साथ भारत के क्वार्टर फाइनल का टिकट पक्का हुआ था. हालांकि, कोरियाई चुनौती इनके लिए एक बड़ा सिरदर्द थी और वो क्यों थी ये क्वार्टर फाइनल के नतीजे के बाद साफ हो गयाकी