प्रोटीन की जरूरत हर किसी को होती है, लेकिन खासकर बच्चों और किशोरों को अधिक मात्रा में प्रोटीन की आवश्यकता होती है। इससे उनके शरीर का विकास ठीक तरह से हो पाता है। प्रोटीन शरीर में नई कोशिकाओं को बनाने और उनमें सुधार लाने का भी काम करता है। यानी कुल मिलाकर त्वचा से लेकर बालों, नाखूनों, हड्डियों, शरीर की कोशिकाओं, मांसपेशियों और अंगों को स्वस्थ रखने के लिए प्रोटीन अति आवश्यक है। इसलिए यह जरूरी है कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि शरीर में प्रोटीन की कमी न होने पाए, क्योंकि प्रोटीन की कमी से कई प्रकार की गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
प्रोटीन की कमी से होने वाले नुकसान
अवसाद
शारीरिक विकास में कमी
बच्चों में कुपोषण जैसी बीमारी
दिमाग का कमजोर होना
अनिद्रा
वजन का बढ़ना
शरीर में प्रोटीन की कमी के लक्षण
बार-बार भूख लगना
चिड़चिड़ापन
नाखूनों का नाजुक होना
पतले बाल या बालों का झड़ना
घाव भरने में अधिक समय लगना
जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द
बार-बार बीमार पड़ना
नींद न आना
प्रोटीन के स्रोत क्या हैं?
हम अपने खानपान के माध्यम से शरीर में प्रोटीन की कमी को दूर कर सकते हैं। दाल, रोटी, कच्ची सब्जियां, दूध, दही, राजमा, सोयाबीन, मूंगफली, मेवा, अंडा, चिकन और मछली आदि प्रोटीन के अच्छे और प्राकृतिक स्रोत हैं। नियमित रूप से इनके सेवन से शरीर में कभी भी प्रोटीन की कमी नहीं होगी। कई लोग प्रोटीन की कमी को दूर करने के लिए दवाइयों का भी सेवन करते हैं।
प्रोटीन की अधिकता के नुकसान
ध्यान रखें कि प्रोटीन का अधिक मात्रा में सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि प्रोटीन के अधिक सेवन से किडनी में पथरी, हृदय और लिवर संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए हमेशा प्राकृतिक रूप से ही शरीर में प्रोटीन की मात्रा को पूरा करें, अधिक दवाइयों के सेवन से बचें।