नींद से जागो हिन्दुओ! दुश्मन की नापाक चाल को ध्यान से समझो वरना मारे जाओगे
दुश्मन हमारी आगामी नस्लों को मिटा देगा अगर एकजुट न हुए तो
खतरनाक है दुश्मन की अगली चाल!
जाओ पहले उस आदमी को हथकड़ी लगाओ… जिसने आसमानी किताब में नाजिल करवाया था… जब काफिर काटे जाएंगे तो जिहादी जन्नत को जाएंगे !!
– 8 अगस्त को जंतर मंतर पर राष्ट्रवादियों की एक सभा बुलाई गई थी… जिसमें भारी संख्या में नौजवान इकट्ठे हुए थे… उसी दिन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें एक नारा लग रहा है कि जब %&* काटे जाएंगे तो राम राम चिल्लाएंगे ! ये वीडियो ट्विटर पर वायरल हो गया और ओवैसी ने इसे अपने ट्विटर हैंडल पर डालते हुए…. वीडियो में नारा लगाने वालों की गिरफ्तारी की मांग की और ये लिखा कि संसद से कुछ किलोमीटर दूर पर मुसलमानों के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी हुई
– सोमवार को कुछ ही घंटों में ट्विटर पर ये वीडियो ट्रेंड करने लगा और हत्यारे लेलिन और माओ के समर्थक कम्युनिस्ट…. तैमूर और बाबर के तलवे चाटने वाले सारे जिहादी… और अपना घर फूंक कर तमाशा देखने वाले सारे सिकुलर एक जुट होकर हिंदुओं पर भगवा आतंकी होने के आरोप लगाने लगे ।
– ओवैसी ने संसद में नोटिस देकर इस पर चर्चा करने की मांग की । होम मिनिस्टर को संज्ञान लेने को कहा और आखिरकार वही हुआ… हमेशा की तरह जिहादी और वामी प्रोपागेंडा के सामने सरकार और पुलिस लाचार सी नजर आने लगी और वीडियो में नजर आने वाले रणबांकुरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया और पुलिस उनकी तलाशी में जुट गई
– माफ करना लेकिन मैं ओवैसी की तारीफ करना चाहता हूं कि वो अपनी कौम के लिए कितनी शिद्दत से लड़ रहा है और मैं अपनी पूरी हिंदू लीडरशिप की मजम्मत करना चाहता हूं जिसने प्रोपागेंडा के सामने घुटने टेकना अपनी नियति समझ लिया है । कहां गए बीजेपी के सारे फायरब्रांड लीडर… क्या किसी में वसीम रिजवी जितना कलेजा नहीं है… वसीम रिजवी ने कहा था ना कि कुरान की ये दो दर्जन आयतें हैं जिनकी वजह से आतंकवाद फैल रहा है जिनकी वजह से दुनिया में खून खराबा हो रहा है और वसीम रिजवी ने कुरान की इन आयतों को हटाने की मांग की थी
– कुरान में कौन कौन सी आयतें काफिरों यहूदियों ईसाइयों बुतपरस्तों मुश्रिकों बहुदेववादियों के खिलाफ भड़काती हैं ये बताने की आवश्यकता भी नहीं है… देवबंद की पैदाइश तालिबान को ये सारी आयतें पता हैं… इस्लामी आतंकियों को ये सारी आयतें पता हैं… और पूरी दुनिया में अब इन आयतों पर खुलकर बहस हो रही है ।
– तो हम डंके की चोट पर ये कहना चाहते हैं कि जंतर मंतर पर उनको काटने की बात कही गई जो अफगानिस्तान में बुद्ध की मूर्तियां तोप से उड़ाते हैं… जंतर मंतर पर उन आतंकियों को काटने की बात की गई जो पाकिस्तान में हिंदुओं की बहन बेटियों को जबरन धर्मांतरण और निकाह करते हैं… जंतर मंतर पर उन दहशतगर्दों को काटने की बात की गई जो पूर्वी पाकिस्तान में घुसकर लाखों बहन बेटियों के साथ बलात्कार करते हैं… जंतर मंतर पर उन मानवता के दुश्मनों को काटने की बात कही गई जिनके पुरखों ने मुस्लिम लीग को वोट देकर देश को काट डाला…. देश के चार टुकड़े कर डाले
(नोट- मेरे कई मित्र ऐसे हैं जिन्होंने मेरा नंबर 7011795136 को दिलीप नाम से सेव तो कर लिया है लेकिन मिस्ड कॉल नहीं की है… जो मित्र मुझे मिस्ड कॉल भी करेंगे और मेरा नंबर भी सेव करेंगे… यानी ये दोनों काम करेंगे सिर्फ उनको ही मेरे लेख सीधे व्हाट्सएप पर मिल पाएंगे… व्हाट्सएप स्टेटस पर भी आर्टिकल के लिंक होते हैं)
– तुम देश के टुकड़े कर दो… देश का काट डालो तो ठीक और अगर कुछ लोग देश को तोड़ने वाले… काटने वालों को काटने की बात करें तो वो गलत कैसे हो गया ?
-मैं हिंदुओं की पूरी लीडरशिप से ये कहना चाहता हूं कि एग्रेसिव मोड में रहने की जरूरत है… जिन लोगों को बहुत तकलीफ हुई है उनको ये साफ साफ बता दीजिए कि बकौल वसीम रिजवी…. जिस दिन आसमानी किताब से ये आयतें हट जाएंगी… कि जब काफिर काफिर काटे जाएंगे तो जिहादी जन्नत को जाएंगे… ठीक उसी दिन जंतर मंतर वाले नारे लगना भी बंद हो जाएंगे।
– इंसानियत की दुहाई देने वाले दानवों… पहले अपने घर की गंदगी दूर करो… तुम नहीं करोगे तो बाहर से आकर कोई ना कोई तो तुम्हारे घर की सफाई करेगा ही… समझ जाओ… बुद्धिमान को इशारा ही काफी होता है।