Shame… Shame….आश्रित बच्चे आज 104 दिन से शिमला में भूख हड़ताल पर बैठे है उनकी सुध क्यों नही ले रही प्रदेश सरकार

भूखहड़ताल के 104 दिन

1
Advt

RAJESH SURYAVANSHI
Editor-in-Chief
HR MEDIA GROUP

हिमाचल प्रदेश कर्मचारी संघर्ष मोर्चा राज्य अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने कुंठित मन से सरकार से पूछा कि जिन बच्चों के पिता सरकारी सेवाएं दे रहे थे और सेवाकाल के दौरान किसी हादसे या बीमारी के कारण देह छोड़ गए । उनके बच्चे आज 104 दिन से शिमला में भूख हड़ताल पर बैठे है उनकी सुध क्यों नही ले रही प्रदेश सरकार ।

करुणामूल्क आश्रित के बच्चे तो इन्हें कहा जाता है पर आज तक किसी भी राजनीतिक दल ने इन पर अपनी करुणा नही दिखाई । कर्मचारियों के हित में कार्य करने वाली सरकारें उन बच्चों का दर्द नही समझ पा रही जिन्होंने छोटी सी उम्र में ही अपने पिता को खो दिया । आज जब एक कर्मचारी सरकार को अपनी सेवाएं देने जाता है तो शाम को उसे भी पता नही होता कि किस हादसे में उसकी मौत हो जाएगी । कर्मचारी संघर्ष मोर्चा हर उस बच्चे के साथ है जिसे करुणामूल्क आश्रित परिवार कहते हैं परन्तु 104 दिन बाद भी उनके जायज हक की बात को नही सुना गया । यह बच्चे पढ़ लिख कर भी अति निर्धन जीवन जीने को मजबूर हैं । हम चाहते है कि हिमाचल प्रदेश का हर संगठन इनका साथ दे । अगर हमारी सरकारें संबिधान में लिखित बातों को भी नही मानेगी तो अच्छा होगा कि देश मे राष्ट्रपति शासन शुरू कर दिया जाए । पैरामिल्ट्री जबान जो देश की सेवा करते करते दुश्मन की गोली खाकर शहीद हुए उनके बच्चे भी आश्रित परिवार होते हुए सड़कों पर दर दर की ठोकरें खा रहे हैं । हम बार बार एक ही बात कहते है कि हम किसी राजनीतिक दल का विरोध नही करते पर जिस सिस्टम के तहत भाई भतीजावाद के तहत फायदे दिए जाते हैं उसका विरोध करते हैं ।आज हम आश्रित परिवारों के लिए लिख रहे हैं और उनकी पैरवी कर रहे हैं क्योंकि हो सकता है किसी बीमारी या हादसे में हमारी मौत हो जाए तो क्या हमारे बच्चे सड़को पर दर दर की ठोकरें नही खाएंगे । हर बच्चा अपनी पढ़ाई के दम पर नौकरी प्राप्त करना चाहता है परन्तु सरकारें चंद सिक्के देकर गरीब लोगों पर आना एहसान जताती हैं । जबकि हमारे देश में लोकतंत्र की बात करने वालों को चाहिए कि वे हर बच्चे को स्वाभिमान के तहत जीना सिखाएं ।उसे चंद सिक्के देकर अपने पास गिरवी न रखकर मेहनत से अपना व अपने परिवार का पालन पोषण करना सिखाएं । हम मांग करते हैं कि 104 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे करुणामूल्क आश्रित परिवारों के बच्चों को बिना शर्त नौकरी दी जाए अन्यथा मोर्चा भी इन बच्चों के लिए भूख हड़ताल शुरू कर देगा ।।
कर्मचारी संघर्ष मोर्चा हिमाचल प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ।।

1 Comment
  1. Parveen Kumar says

    Good work sir

Leave A Reply

Your email address will not be published.