बलात्कार, हिंसा, भ्रष्टाचार, जातिवाद, आरक्षण, देशद्रोह, पेपर लीक के बीच आज़ादी का यह कैसा अमृत महोत्सव : शान्ता कुमार, मुख्यमंत्री (पूर्व), याद रखना, क़फ़न में जेब नहीं होती
क्या हुआ शहीदों की कुर्बानियों का?
पालमपुर – हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार ने कहा कि एक तरफ आजादी का अमृत महोत्सव और दूसरी तरफ बेटियों के साथ बलात्कार और भयंकर भ्रष्टाचार के समाचार। बी.एस.एफ. के कुछ जवान आतंकवादियों को लाखों रू0 के शस्त्र देते रहें। कैट परीक्षा का पेपर लीक हो गया – लाखों छात्र परेशानी में। प्रतिदिन ऐसे समाचारों से मन परेशान होता है और फिर न अमृत दिखता है न उत्सव दिखता है।
उन्होंने कहा कि भगत सिंह जैसे लाखों शहीदों ने कुर्बानियां देकर जो आजादी दिलवाई उसे ये भ भ्रष्टाचारी लूटने की कोशिश कर रहे हैं। मेरीे तरह करोंड़ो लोग ऐसे समाचार पढ़ कर बहुत परेशान होते है।
शान्ता कुमार ने कहा कि बढ़ते भ्रश्टाचार का सबसे बड़ा कारण यह है कि भ्रष्टाचारी पकड़े ही बहुत कम जाते है, ईमानदारी से जांच नही होती। सजा तो बहुत कम को मिलती है।
उन्होंने कहा कि इन भ्रष्टाचारीयो से कहना चाहूंगा वे भगत सिंह जैसे शहीदों को अपमान कर रहे है। लूट लें जितना लूटना है पर याद रखें कफन में जेब नही होती और उन्हें कई जन्मों तक नरक में भी जगह नही मिलेगी।
उन्होंने सरकार से एक ही मांग की है कि बेटियों से बलात्कार और भयंकर भ्रष्टाचार के अपराधों के लिए विशेष नई अदालतें बने समय सीमा में निर्णय हो और फांसी और केवल फांसी की सजा हो। देश के इस बढ़ते महारोग को यदि रोका न गया तो भविष्य अन्धकारमय होगा।