वाराणसी में खूब सराही गई प्राकृतिक खेती पर सीएम जयराम ठाकुर की प्रेजेंटेशन, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया, हिमाचल ने क्या अलग किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की भाजपा के मुख्यमंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता
*वाराणसी में सराही गई प्राकृतिक खेती पर सीएम जयराम ठाकुर की प्रेजेंटेशन*
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की भाजपा के मुख्यमंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता
पीएम ने की राज्यों द्वारा केंद्र की योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया, हिमाचल ने क्या अलग किया
*वाराणसी।।*
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर ने आज वाराणसी में आयोजित भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में हिस्सा लिया। गुड गवर्नेंस पर आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने राज्यों द्वारा केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा भी की।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस बैठक में माननीय प्रधानमंत्री और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों व उप-मुख्यमंत्रियों के सामने प्राकृतिक खेती (शून्य बजट प्राकृतिक खेती) पर विस्तृत प्रेजेंटेशन दी। उन्होंने जानकारी दी कि हिमाचल प्रदेश कृषि आधारित राज्य है और राज्य सरकार यहां के किसानों को प्राकृतिक खेती को अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर ने कहा, “हिमाचल प्रदेश के किसान सफल प्राकृतिक खेती की दिशा में अच्छे उपाय अपनाएं, इस दिशा में गंभीरता से काम किया जा रहा है और किसानों को प्रशिक्षण भी दिया गया है।” मुख्यमंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना 2018 में शुरू की गई थी। अब तक 1 लाख 53 हजार 643 किसानों को प्राकृतिक खेती की ट्रेनिंग दी गई है और इस समय 9 हजार 192 हेक्टेयर भूमि पर प्राकृतिक खेती की जा रही है।
श्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य में किसानों की आय में 63.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है और किसानों द्वारा उगाई जाने वाली फसलों का विविधीकरण भी बढ़ा है। किसान कम से कम नौ फसलें एकसाथ उगा पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती में फसलों को रासायनिक खाद और कीटनाशकों की तुलना में कम नुकसान पहुंचता है।
*प्री वाइब्रेंट गुजरात कार्यक्रम में छाएगा हिमाचल*
हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से साढ़े तीन साल पहले प्रदेश में पद्म श्री सुभाष पालेकर द्वारा प्रतिपादित ‘सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती विधि’ को शुरू किया गया था। अब इसे देशभर में अपनाए जाने की तैयारी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गृहराज्य गुजरात भी इस योजना पर फोकस कर रहा है। गौरतलब है कि गुजरात के वर्तमान राज्यपाल आचार्य देवव्रत जब हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल थे, तब उन्होंने भी प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किए थे।
गुजरात में 14-16 दिसंबर तक चलने वाले प्री वाइब्रेंट गुजरात कार्यक्रम में प्राकृतिक खेती पर विस्तृत विमर्श किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के आखिरी दिन यानी 16 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसानों को संबोधित करेंगे।
हिमाचल प्रदेश के 72 हजार किसान भी वर्चुअल मोड से इस कार्यक्रम से जुड़ेंगे, जिसके लिए परियोजना की राज्य कार्यान्वयन इकाई ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। प्रधानमंत्री के संबोधन को सुनने के लिए योजना की इकाई की ओर से आत्मा टीम के साथ मिलकर हर पंचायत में तैयारियां की गई हैं।
प्री बाइब्रेंट गुजरात समिट में हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक खेती के कार्यान्वयन पर भी प्रस्तुतीकरण होगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम में जुड़े रहेंगे। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान के कार्यकारी निदेशक प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल बेस्ट प्रैक्टिसिज ऑफ नेचुरल फार्मिंग विषय पर प्रस्तुति देंगे।