अल्लाह के सब बंदे एक हैं।
पत्थर मारने में एक,
कोरोना फैलाने में एक,
रोड जाम करने में एक,
दंगे-फसाद करने में एक,
‘अंगदान’ न करने में एक,
हलाला की चाहत में एक,
देश से गद्दारी करने में एक,
शरिया लॉ के समर्थन में एक,
CAA का विरोध करने में एक,
NRC का विरोध करने में एक,
गजवा-ए-हिंद के समर्थन में एक,
बीफ खाने की इच्छा रखने में एक,
मूर्तीपूजकों से नफरत करने में एक,
आतंकियों का समर्थन करने में एक,
घुसपैठियों का समर्थन करने में एक,
हज के लिये सब्सिडी लेते समय एक,
अपनी चाहत दूसरों पर थोपने में एक,
मांगने पर कागज नहीं दिखाने में एक,
गैर-मज़हबियों से नफरत करने में एक,
वन्देमातरम् गाने से इंकार करने में एक,
भारत माता की जय नहीं बोलने में एक,
कौम की खातिर वोट डालते समय एक,
प्रत्यक्ष कर (आयकर) नहीं भरने में एक,
धारा 370 हटने का विरोध करने में एक,
इस्लामिक आतंक पर चुप्पी साधने में एक,
इस्लाम की घिनौनी हकीकत छुपाने में एक,
आतंकियों के जनाजे में शामिल होने में एक
आर्टिकल 35A हटने का विरोध करने में एक,
1410 साल पुरानी जहालियत दिखाने में एक,
अल्पसंख्यक कोटे की सुविधाएं बटोरने में एक,
विदेशों में अपने देश की बेइज्जती करने में एक,
आतंकी घटनाओं का मौन समर्थन करने में एक,
दर्जन भर पिल्ले (मोदी कहिन) पैदा करने में एक,
गैर-इस्लामिक देश को इस्लामिक देश बनाने में एक,
बहन-बेटी-बहू और बीबी को देखने की नजर में एक,
गैर-मुस्लिमों को खत्म करने में प्रत्यक्ष- अप्रत्यक्ष रूप से एक,
सरकारी मुफ्त सेवा लेते समय सबसे पहले कागज दिखाने में एक,
स्थाई संपत्ति की आपसी खरीदी-बेची की रजिस्ट्री न कर काजी के यहां सादी लिखा-पढ़ी करने में एक।
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