CSIR-IHBT Commemorated the 81st Foundation Day of CSIR

सीएसआईआर-आईएचबीटी ने मनाया सीएसआईआर का स्थापना दिवस

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CSIR-IHBT Commemorated the 81st Foundation Day of CSIR

RAJESH SURYAVANSHI
Editor-in-Chief, HR MEDIA GROUP, M : 9418130904, 8988539600

Council of Scientific and Industrial Research (CSIR)-Institute of Himalayan Bioresource Technology (IHBT) Palampur celebrated 81st Foundation Day of CSIR on 15th November, 2022.
Prof. Anupam Varma, Former President, the World Society for Virology, Former ICAR National Professor, INSA Emeritus Scientist, Advanced Center for Plant Virology, Indian Agriculture Research Institute, New Delhi was the Chief Guest. Prof. Varma addressed the audience and appreciated the efforts of CSIR-IHBT in transforming the life of people in the Himalayas.

He highlighted the importance of plants in human life and stressed on the major problems like climate change impacting the Himalayan biodiversity and its inhabitants. Prof. Varma congratulated the institute to make Palampur as ‘Tulip City’ and Leh as ‘Lillium City’. Besides making Himachal as the number one state of India for production of aromatic marigold oil, he also applauded the institute for introduction of Saffron, Cinnamon and Asfoteida. Prof. Varma said that the establishment of Enzyme Bioprocessing Facility for enzymes production and Food Processing Hub at CSIR-IHBT for preserving and commercializing traditional Himalayan food will promote entrepreneurship, generate employment and boost the economy of this hilly state.
On this occasion, Padam Shri Prof. Sudhir K. Sopory, SERB Distinguished Fellow and Senior Emeritus Scientist at International Center for Genetics Engineering and Biotechnology New Delhi delivered the CSIR Foundation Day lecture on “Perception, Communication and Adaptation in Plants”. In his lecture, Prof. Sopory elucidated on the response of plants to different stimuli like light, temperature, touch, sound, electric signal, draught, water etc.

He encouraged the scientists and young scholars of the institute to understand these plant phenomena under different ecological conditions for their adaptation in changing environment.


Earlier, Dr. Sanjay Kumar, Director, CSIR-IHBT welcomed the guests and presented a brief description of the main activities and achievements of the Institute. He also informed the gathering about the technological innovations and societal contribution made by the institute to improve the life of common man.
During this event, IHBT honoured three entrepreneurs for adopting the technologies of the institute. In this program, the winners of various competitions held to celebrate CSIR Foundation day and Vigilance Awareness Week were also awarded. Several students of Government College, Dharamshala along with teachers visited CSIR-IHBT on this day.
Program was attended by distinguish personalities of the regions, faculty and students of various regional institutes including press and media friends, former scientists and staff of the institute.

सीएसआईआर-आईएचबीटी ने मनाया सीएसआईआर का स्थापना दिवस

वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर)-हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान (आईएचबीटी) पालमपुर ने सीएसआईआर का 81वां स्थापना दिवस समारोह दिनांक 15.11.2022 को बडे़ हर्षोल्लास से मनाया।
प्रोफेसर अनुपम वर्मा, पूर्व अध्यक्ष, वर्ल्ड सोसाइटी फॉर वायरोलॉजी, पूर्व आईसीएआर नेशनल प्रोफेसर, आईएनएसए एमेरिटस साइंटिस्ट, एडवांस्ड सेंटर फॉर प्लांट वायरोलॉजी, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली इस अवसर पर मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने अपने संबोधन में हिमालय में लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए सीएसआईआर-आईएचबीटी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने मानव जीवन में पौधों के महत्व और हिमालय की जैव विविधता और इसके निवासियों को प्रभावित करने वाले जलवायु परिवर्तन जैसी प्रमुख समस्याओं पर प्रकाश डाला। प्रो. वर्मा ने पालमपुर को ‘ट्यूलिप सिटी’ और लेह को ‘लिलियम सिटी’ बनाने के लिए संस्थान को बधाई दी। उन्होंने सगंध गेंदा तेल के उत्पादन के लिए हिमाचल को भारत का नंबर एक राज्य बनाने के साथ ही केसर, दालचीनी और हींग की शुरुआत के लिए भी संस्थान की प्रशंशा की। उन्होंने कहा कि सीएसआईआर-आईएचबीटी में पारंपरिक हिमालयी भोजन के संरक्षण और व्यावसायीकरण के लिए खाद्य प्रसंस्करण हब और एंजाइम उत्पादन के लिए एंजाइम बायोप्रोसेसिंग सुविधा की स्थापना इस पहाड़ी राज्य की अर्थव्यवस्था, उद्यमिता विकास एवं रोजगार सृजन करने में मत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम सिद्ध होगी।
इस अवसर पर, पदमश्री प्रो. सुधीर के. सोपोरी, एस.ई.आर.बी विशिष्ट फेलो एवं वरिष्ठ एमेरिटस वैज्ञानिक, इंटरनेशनल सेंटर फॉर जेनेटिक्स इंजीनियरिंग एंड बायोटेक्नोलॉजी, नई दिल्ली ने ‘पौधों में “पौधों में धारणा, संचार और अनुकूलन” ’विषय पर स्थापना दिवस संभाषण दिया। अपने व्याख्यान में प्रो. सोपोरी ने प्रकाश, तापमान, स्पर्श, ध्वनि, विद्युत संकेत, सूखा, जल आदि के लिए पौधों में होने वाली प्रतिक्रिया पर प्रकाश डाला। उन्होंने संस्थान के वैज्ञानिकों और युवा विद्वानों को इन पौधों में विभिन्न पारिस्थितिक स्थितियों के तहत हो रही घटनाओं को समझने के लिए प्रोत्साहित किया, ताकि उनका बदलते परिवेश में भी विकास हो सके।
इससे पूर्व, डॉ. संजय कुमार, निदेशक, सीएसआईआर-आईएचबीटी ने अतिथियों का स्वागत किया और संस्थान की मुख्य गतिविधियों और उपलब्धियों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने जन सामान्‍य के जीवन को बेहतर बनाने के लिए संस्थान द्वारा किए गए तकनीकी नवाचारों और सामाजिक योगदान के बारे में भी जानकारी दी।
इस आयोजन के दौरान संस्थान ने तीन उद्यमियों को संस्थान की प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए सम्मानित किया। इसके अलावा सीएसआईआर स्थापना दिवस एवं सतर्कता जागरूकता सप्ताह के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर गवर्नमेंट कॉलेज, धर्मशाला के कई छात्रों व शिक्षकों ने भी सीएसआईआर-आईएचबीटी का दौरा किया।
समारोह में क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों, संस्थान के पूर्व कार्मिकों, सीएसआईआर-आईएचबीटी के स्‍टाफ, शोध छात्रों एवं मीडिया प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

 

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