राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सलोह में लेप्रोसी बीमारी की जागरूकता बारे जागरूकता शिविर

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PALAMPUR

SANSAR SHARMA

आज दिनांक 30.01.2023 को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सलोह में लेप्रोसी बीमारी की जागरूकता बारे जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया इसमें विद्यालय के 75 बच्चों ने भाग लिया शुरुआत बच्चों ने की उन्होंने अपने अंदाज में स्वस्थ आदतों,नशे से दूर रहने के बारे में अपने विचार रखे,इसके बाद स्वास्थ शिक्षिका श्रीमती दया देवी जी ने अपने अंदाज में पूर्व बकताओं का धन्यवाद करते हुए प्रोग्राम में उपस्थित प्रिंसिपल जी एवम अध्यापकों,सीएचसी सुल्लह से आई डॉ. नेहा सूद जी का जागरूकता शिविर में स्वागत एवम अभिनंदन किया।

इसी तरह बात को बढ़ाते हुए बच्चों को स्वस्थ एवम बयस्त दिनचर्या अपनाने,व्यक्तिगत साफ सफाई रखने,अपने चारों तरफ की धरती माता को साफ सुथरा रखने बारे, जानकारी देते हुए बच्चों को नशे से दूर रहने,ट्रैफिक नियमों का पालन करने के अलावा लेप्रोसी बारे जानकारी दी गई कि अगर किसी मनुष्य को शरीर में कोई चकता आता है जिसमे सुन्नपन है और उसका रंग बाकी चमड़ी से अलग है तो जरूर जांच करवाए। इसका इलाज संभव है।

आम तौर पर हम चमड़ी के रोगों को समय पर . से नहीं दिखाते यही कारण है कि चमड़ी के रोगों को ठीक करने में काफी समय लग जाता है।फुलबहरी की बीमारी को भी एक चकते पर ही हॉस्पिटल में दिखाएं तो उसे भी शरीर में आगे फैलने से रोका जा सकता है।लेप्रोसी बीमारी के लक्षण ,आई ब्रो का झड़ना,नाक का अग्र भाग दवा हुआ दिखना,कान का बाहरी हिस्सा मोटा होना,हाथ पैरों का लटकना ,सुन्नपन की वजह से कई बार हाथ पैरों में जख्म होना इतियादी है।हरेक मनुष्य में बीमारियों के कीटाणु सुषुप्त अवस्था में पाए जाते हैं जब रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आती है तो ही शरीर बीमारियों का शिकार हो जाता है इसलिए अपनी रोगों से लड़ने की शक्ति को बनाए रखें अपनी लोकल सब्जियों,फलों,का इस्तेमाल करें,बाहर के पके हुए खाद्य पदार्थों ,एवम चिपचिपे खाद्य पदार्थों से बचें।इसके बाद Dr. नेहा जी ने अपने विचार व्यक्त किए उन्होंने बच्चों को बताया कि लेप्रोसी बीमारी रोगी के खांसने छींकने,रोगी के साथ लगातार रहने,रोगी की चमड़ी से निकलने वाले रिसाव के संपर्क से फैलती है।लेकिन डरने की कोई बात नहीं है हमें रोगी से भेदभाव नहीं करना है।हमें रोगी के परिवार वालों को अपना चैक अप करवाने की सलाह देनी है । रोगी को दवाई समय पर लेने एवम जांच करवाने की सलाह देनी है। इस बीमारी का इलाज है।दवाई सरकारी हॉस्पिटल में मुफ्त मिलती है पूरा दवाई का कोर्स करके व्यक्ति अपना दोबारा अपना सामान्य जीवन जी सकता है।कुछेक बच्चे बिना नाश्ता किए स्कूल में आए थे उन्हें नाश्ता करके आने की सलाह दी गई।उन्हें समझाया गया कि सुबह का नाश्ता हमारे लिए कितना उपयोगी है,अगर हम नाश्ता नहीं करते हैं तो हम अपने शरीर को लगभग दोपहर तक 16घंटे बिना खाना खिलाए रखते हैं जिससे हम मानसिक,शारीरिक रूप से कमजोर हो जाते हैं और रोगों से लड़ने की शक्ति भी कम हो जाती है।इसलिए अपना बचाव करें।,बच्चों को बताया गया कि खुद भी रात को सोने से पहले और सुबह नाश्ते के बाद हर रोज ब्रश करें ब अपने घर में भी सलाह दें।अपना काम अपने आप करें, ब अपने माता पिता का सहयोग जरूर करें,अगर घर में बीड़ी सिगरेट,शराब पीने वाले हैं तो उन्हें आज से ही बीड़ी सिगरेट ब शराब न पीने की सलाह दें।मोबाइल का इस्तेमाल सिर्फ अपना पढ़ाई के लिए करें, ईयर फ़ोन का इस्तेमाल कम करें,ट्रैफिक नियमों का पालन करें,।इसके बाद प्रोग्राम में पार्टिसिपेट करने वाले बच्चों को होंसला बढ़ाने के लिए स्कैच दिए गए एवम उपस्थित सभी बच्चों को बालपेन दिए गए ।

प्रिंसिपल जी ने उपस्थित स्वास्थ्य टीम का धन्यवाद किया।प्रोग्राम में स्थानीय आशा श्रीमती लता देवी प्रोग्राम में उपस्थित रही ब पूरा सहयोग किया। इसके बाद साथ ही लगते प्राथमिक विद्यालय स्लोह में भी बच्चों को साफ सुथरा रहने,दो बार ब्रश करने,मुंह में ,नाक,कान में अंगुली न डालने,के बारे जानकारी दी गई उन्हें बताया गया कि अपने घर में बताएं कि नशे से दूर रहें,नशा सेहत को खराब करता है बीमार हो जाते हैं, बीड़ी सिगरेट से भी बीमारी होती है जो बीड़ी सिगरेट पीता है उसके साथ साथ जो उसके परिवार वाले होते हैं बह भी बीड़ी सिगरेट के धुएं से बीमार हो जाते हैं,फिर और बच्चे भी अपने घर के बड़ों से जाने अनजाने सीखते हैं इसलिए नशे से दूर रहें।नशा गरीबी, बीमारी, लड़ाई एवम नाश का कारण है इसलिए आज ही नशा बंद करने की सलाह अपने घर में दें ,बच्चों को इरेजर दिए गए सभी बच्चे बहुत खुश हुए।उन्हें हाथ धोने की तकनीक भी बताई गई।

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