विधायक तो विधायक है….उनसे डरना तो बनता ही है क्योंकि अब वे जीते हुए हैं…. जीतने से पहले वे जनता से डरते थे….कुर्सी मिलते ही वदल जाते हैं नेताओं के तेवर

0

विधायक तो विधायक है भाई…उनसे डरना तो बनता ही है क्योंकि अब वे जीते हुए हैं…. जीतने से पहले वे जनता से डरते थे….कुर्सी मिलते ही वदल जाते हैं नेताओं के तेवर….. ऐसा होना लाजमी है दोस्तो…… क्योंकि 

“खुदा जब हुस्न देता है नज़ाकत आ ही जाती है”

ऐसा ही एक इज़्ज़त अफजाई का मामला देखने को मिला है जिसमें एक विधायक ने पुलिस वालों को ही अपनी पावर का शिकार बना डाला।

लोगों का मानना है कि उन ड्यूटी पर तैनात पुलिस वालों के साथ अच्छा किया… आखिर विधायक जो ठहरे भाई…. कैसे पुलिस ने उन्हें नज़रअंदाज़ करने कज हिमाकत की। आखिर विधायक तो आजकल भगवान का दूसरा रूप है। 

अरे भई, चुनाव से पहले नेताजी पांव छूते हैं… जीतने के बाद तो उनके पनब छूने की ज़िम्मेदारी, आम जनता, कर्मचारियों व अधिकारियों की ही होती है।

 हिमाचल के धर्मपुर में कांग्रेस विधायक की गाड़ी को पास नहीं देने पर एसएचओ समते तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है। इन पुलिसकर्मियों पर और भी आरोप हैं।

शिमला : रोशन

हिमाचल में बहुत कम ऐसी घटनाएं देखने को मिलती है जहां पर किसी नेता की वजह से पुलिस कर्मचारियों की क्लास लगी हो। लेकिन ऐसी एक घटना मंडी जिले के धर्मपुर में सामने आई है जहां पर विधायक की गाड़ी को पास न देने के चलते एसएचओ समेत तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया।

इसके अतिरिक्त इन पुलिस कर्मचारियों पर अन्य भी कुछ आरोप है जिस वजह से भी इनके खिलाफ की कार्रवाई की गई है।

पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री ने की पुष्टि
इसके अलावा इन दिनों पुलिस कर्मचारियों को लाइन हाजिर करने का तीसरा कारण है विभागीय रिपोर्ट। सरकाघाट के डीएसपी कुलदीप कुमार ने मंडी की एसपी को रिपोर्ट भेजी है। जिसकी पुष्टि मंडी की पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री ने की है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.