वर्ल्ड टीबी डे के उपलक्ष्य में ” कांगड़ा एंड टी.बी.डायलॉग” का आयोजन स्वास्थ्य विभाग व द युनियन के संयुक्त तत्वाधान में पद्मश्री राष्ट्रीय निदेशिका कॉर्ड डॉ क्षमा मेत्रे की अध्यक्षता में सम्पन्न, डॉ राजेश सूद बोले… टीबी की बीमारी लाइलाज नहीं है अगर इसका समय रहते इलाज किया जाए

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RAJESH SURYAVANSHI
Editor-in-Chief, HR MEDIA GROUP, 9418130904, 8988539600


चिन्मय तपोवन संस्था में वर्ल्ड टीबी डे के उपलक्ष में ” कांगड़ा एंड टी.बी.डायलॉग” का आयोजन स्वास्थ्य विभाग व द युनियन के संयुक्त तत्वाधान में पद्मश्री राष्ट्रीय निदेशिका कॉर्ड डॉ क्षमा मेत्रे की अध्यक्षता में किया गयाl


मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील शर्मा ने सभागार को बताया की टीबी को एक जन आंदोलन बनाने की जरूरत है ।

उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से ही टीबी की बीमारी का उन्मूलन करना संभव नहीं है जब तक इसमें सामुदायिक जनभागीदारी नहीं होगीl


मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि साल 2025 तक टीबी मुक्त भारत बनाने के संकल्प के साथ काम किया जा रहा है।

कांगड़ा जिला इसमें अपनी भूमिका निभाने को तत्पर है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जिला प्रशासन निरंतर प्रयास कर रहा है।

उन्होंने कहा कि जिले में टीबी के लिए नैदानिक क्षमता में काफी वृद्धि के साथ डायग्नोस्टिक सुविधा की मजबूती पर बल दिया गया है। जिले में 47 सक्रिय टीबी डायग्नोस्टिक केंद्र हैं।


कार्यशाला में उपस्थित टीवी चैंपियन अपने टीबी की बीमारी के बारे में अपने अनुभव सांझा किए और उनको कितनी कठिनाइयों को झेलना पड़ा ।

उन्होंने यह भी कहा कि भी समाज में टीम के बारे में लोगों को जागरूक करके अपना दायित्व निभाएंगेl


इस कार्यशाला में स्कूलों कॉलेज के रेड रिबन क्लब, स्वय सहायता समूहों ने कार्यशाला में टीवी से संबंधित भ्रांतियां और कलंक जो समाज में अभी भी है उसके बारे में अपने अनुभव रखें एवं स्वास्थ्य विभाग को स्टिग्मा कम करने मैं अपना पूर्ण सहयोग देने की बात की

डॉ क्षमा मेत्रे ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि टीवी उन्मूलन करने के लिए हमें जमीनी स्तर पर काम करने की जरूरत है । जब हर एक जन भागीदारी होगी तभी हम टीबी के कलंक को ख्तम कर सकते हैं ।

स्वयं सहायता समूह स्वास्थ्य विभाग के साथ कंधे से कंधे मिलाकार टीवी के उन्मूलन में कार्य करेगा।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. आर.के. सूद ने स्वयं सहायता समूह, रेड रिबन क्लब और स्वास्थ्य बिभाग के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कि कहां की टीबी की बीमारी लाइलाज नहीं है अगर इसका समय रहते इलाज किया जाएl

उन्होंने ने टीबी जागरूकता के लिए जिले मे चलाए विशेष कार्यक्रम कांगड़ा में टीबी समाप्ति के लिए खुला संवाद को और गति से आगे बढ़ाने को कहा। इस कार्यक्रम के तहत सामुदायिक भागीदारी के साथ टीबी पर जागरूकता को खुली चर्चा तथा बीमारी को लेकर गलत धारणाओं को दूर करने की दिशा में काम किया जा रहा है।


डॉक्टर सूद ने कहा कि जिले में पंचायत प्रधान की अध्यक्षता में ग्राम पंचायतों में पंचायत टीबी फोरम गठित की जाएगी जिसका मुख्य उद्देश्य ग्राम सभा में टीवी के बारे में लोगों को जागरूक करना एवं इसकी व्यापक जानकारी लोगों तक पहुंचाना हैl
कॉर्ड संस्था सिद्धबाड़ी ने स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के आर्थिक सहयोग से नगरोटा बगवां, धर्मशाला, रैत, इंदौरा से 50 क्षय रोगिओं को गोद लिया है अत; इन रोगियों को 6 माह के लिए निशुल्क पोषाहार (नुट्रिशन) उप्लब्ध करवा रहा है।


इस अवसर पर रेड रिबन क्लब रेड रिबन क्लब, सत्यम कॉलेज पालमपुर, तथास्तु फाउंडेशन, एम् आई टी आई , डिग्री कॉलेज पालमपुर, सरन कॉलेज पालमपुर, के एल ० बी० डी ए बी कॉलेज , जी० जी० डी० एस डी कॉलेज राजपुरा , नेता जी सुभाष चंद्र कॉलेज नर्सिंग, लॉरेंट कॉलेज, गोवेर्मेंट आई टी आई सलियाना से प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया, स्वयं सहायता समूह, स्वास्थ्य बिभाग के कर्मचारी, यूनियन संस्था एवं गुंजन संस्था, चिन्मय तपोवन, के प्रतिनिधि उपस्थित रहे l

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