निक्षय से मित्र योजना के साथ जुड़ने के लिए आह्वान, जिला टीबी फोरम बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त धर्मशाला सौरभ जस्सल व् मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील शर्मा ने किये टीबी चैम्पियन सम्मानित
निक्षय से मित्र योजना के साथ जुड़ने के लिए आह्वान,
जिला टीबी फोरम बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त धर्मशाला सौरभ जस्सल व् मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील शर्मा टीबी ने किये चैम्पियन सम्मानित,
उपायुक्त कार्यालय मैं टीबी फॉर्म और टीबी कोमोरबिडिटी फोरम की बैठक अतिरिक्त उपायुक्त श्री सौरभ जसल की अध्यक्षता में आयोजित की गई l
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा की हम टीबी उन्मूलन के लिए प्रतिवद है इसके लिए जिला रणनीतिक योजना बनाई गई है जहां टीबी के नए मामले कम करने में सफलता हासिल हुई है वही टीबी की मृत्यु दर कम नहीं हो रही है जिसके लिए हमें मिलकर अतिरिक्त प्रयास करने होंगे l
टीबी के प्रमुख कारक कुपोषण धूम्रपान, मधुमेह, एचआईवी संक्रमण आदि है l मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगडा डॉ सुशील शर्मा ने बताया कि जिला में 12% टीबी रोगियों को शुगर की बीमारी है वही 1% टीबी के साथ जी रहे व्यक्तियों को एचआईवी संक्रमण भी है, धूम्रपान की दर टीबी के साथ जी रहे लोगों में 20% पाई गई इससे निपटने के लिए संयुक्त प्रयास किए जा रहे हैं l
इस अवसर पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉo आरके सूद ने जानकारी दी की टीबी के साथ जी रहे व्यक्तियों को जहां सरकार की ओर से निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत ₹500 प्रति माह, मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण योजना के अंतर्गत मुफ्त सी.टी. स्कैन व एम.आर.आई. और बिगड़ी हुई टीबी के रोगियों को 1500 रुपए प्रतिमाह की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, वहीं जिला प्रशासन द्वारा टीबी के साथ जी रहे व्यक्तियों को संक्रमण की रोकथाम के लिए कांगड़ा निक्षय किट दी जा रही है l वही जिला प्रशासन द्वारा टीबी के अनाथ बच्चों को संवेदना किट दी जा रही है l
जिला में 368 निक्षय मित्र पंजीकृत हुए हैं जिसमें अधिकतर स्वास्थ्य कर्मचारी हैंl पालमपुर से टीबी चैंपियन बबीत कुमार मैं भी निक्षय मित्र बनकर मशाल कायम की हैl जिला में निक्षय मित्रों द्वारा 3700 से अधिक पोषण किट वितरित किये गए हैl
जिला में 1105 टीबी के साथ जी रहे व्यक्तियों ने निक्षय से मित्र योजना के साथ जुड़ने के लिए अपनी सहमति प्रदान की है इसलिए अभी जिला में 750 टीबी से जूझ रहे साथियों के लिए निक्षय मित्रों की आवश्यकता है l
जिला पंचायत अधिकारी ने इस अवसर पर कहा कि सभी पंचायत प्रतिनिधि टीबी मुक्त पंचायत की ओर बढ़-चढ़कर प्रयास करेंगे और निक्षय मित्र बनकर इस रोग से जुड़े भेदभाव को कम करने में सहायता करेंगे l
टीबी की चुनौती से निपटने में सबसे महत्वपूर्ण है टीबी के साथ जी रहे व्यक्तियों को आगे लाना जिसके अंतर्गत जिला में यूनाइट टू एक्ट प्रोजेक्ट के अंतर्गत 16 टीबी चैंपियन ट्रेंड किए गए हैं जो टीबी के रोगियों को विभिन्न प्रकार की सेवाएं देकर उनका मनोबल बढ़ाते हैं व उनके उपचार में मदद करते हैं l नूरपुर से टीबी चैंपियन निखिल ने बताया कि इस क्षेत्र में निक्षय मित्रों की भारी कमी है और अनुरोध किया कि सभी पंचायतें बढ़-चढ़कर इसमे भाग लें l पालमपुर से टीबी चैंपियन बबीत ने बताया कि अस्पताल में भीड़ होने पर मरीज को फास्ट ट्रैकिंग की सुविधा प्रदान करते हैं वही टांडा मेडिकल कॉलेज से टीबी चैंपियन आशुतोष ने बताया कि दूर-दूर से व्यक्ति टीबी की जांच कराने टांडा अस्पताल आते हैं और उनको नजदीकी सुविधा केंद्र के बारे में जानकारी देते हैं ताकि उनके समय की बचत हो और परेशानी से बचा जा सके l नगरोटा से टीबी चैंपियन अंकिता ने बताया कि वह टीबी के साथ रह रहे लोगों के घर-घर जाकर उन्हें उन्हें मनोबल प्रदान करती है इसके लिए वह अपना अनुभव भी उनके साथ सांझा करती हैl
इस अवसर पर सीनियर मेडिकल ऑफिसर जोनल हॉस्पिटल धर्मशाला, विश्व स्वास्थ्य संगठन से टी बी सलाहकार कांगडा डॉ आतिमिका, डेलक अस्पताल से डॉ सोनम, पंचयाति राज के प्रतिनिधि, डीपीआरओ के प्रतिनिधि, REACH India संस्था के जिला कॉर्डिनेटर, The Union-AKSHAY PLUS संस्था के जिला कॉर्डिनेटर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगडा के प्रोग्राम ऑफिसर्स और जिला क्षय रोग केंद्र धर्मशाला की टीम उपस्थित रही l