काश…मुख्यमंत्री सूक्खू जैसी बीमारी सभी मुख्यमंत्रियों को लगे, दिन में 16-18 घंटे निष्काम सेवा करने की ही बीमारी है मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्दर सिंह सूक्खू को, लोग मांग रहे लम्बी उम्र की दुआएं
*मंजिल उन्हीं को मिलती है; जिनके सपनों में जान होती है; पंख से कुछ नहीं होता; हौंसलों से ही उड़ान होती है*
उक्त पंक्तियों को साकार रूप दे रहे हैं हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू जो तमाम कोशिशों के बाद विरासत में मिली अरबों रुपये के कर्ज में डूबी सरकार को, बिना किसी के सहारे, केवल अपने बूते पर, अपने संसाधनों और सूझबूझ के सहारे चलाने का हर भरसक प्रयास कर रहे हैं…बिना रुके, बिना थके, बिना हारे, मुश्किलों से लड़ते हुए एक नए इतिहास के सृजन में व्यस्त है ठाकुर सुखविंदर सिंह सूक्खू। प्रदेश की जनता और ईश्वर का साथ उन्हें भरपूर शक्ति और ऊर्जा प्रदान कर रहा है। उनकी हिम्मत बढ़ा रहा है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू एक ऐसे जननेता हैं, जिनके सपनों में जान है और जिनके हौसले बुलंद हैं।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से विरासत में मिली कर्ज में डूबी सरकार को चलाने और प्राकृतिक आपदा से हुये अभूतपूर्व नुकसान से प्रदेश की जनता को संभालने और उबारने की काबिलियत दिखाकर अपनी क्षमता का लोहा मनवाया है।
ठाकुर सुक्खू का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत छात्र राजनीति से की और वह युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में अपनी सक्रियता के लिए जाने जाते हैं।
2003, 2007, 2017 और 2023 में वह नादौन से विधायक चुने गए। 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की अप्रत्याशित जीत के बाद उन्हें हिमाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया।
मुख्यमंत्री बनने के बाद ठाकुर सुक्खू ने प्रदेश के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने कर्ज में डूबी सरकार को संभालने के लिए कड़े फैसले लिए हैं और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए काम किया है। उन्होंने प्राकृतिक आपदा से हुई नुकसान से प्रदेश को उबारने के लिए भी कई योजनाएं शुरू की हैं।
ठाकुर सुक्खू के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश में विकास के नए आयाम स्थापित हुए हैं। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, पर्यटन और अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। उन्होंने प्रदेश को भारत का सबसे विकसित राज्य बनाने का संकल्प लिया है और इस दिशा में लगातार काम कर रहे हैं।
ठाकुर सुक्खू एक लोकप्रिय नेता हैं। उनकी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा की जनता में ख़ूब चर्चा हो रही है। वह हमेशा लोगों की समस्याओं को सुनने और उनका समाधान करने के लिए आतुर और तत्पर रहते हैं।
ठाकुर सुक्खू एक ऐसे नेता हैं, जिन्हें प्रदेश के विकास के लिए एक नई उम्मीद के रूप में देखा जा रहा है। उनके नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश एक विकसित राज्य बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू एक सक्षम और दूरदर्शी नेता हैं, जो हिमाचल प्रदेश को एक विकसित राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी मेहनत और लगन से प्रदेश का विकास तेजी से हो रहा है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की पीड़ित लोगों के लिए सराहनीय सेवा
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने कार्यकाल में पीड़ित लोगों के लिए कई सराहनीय कार्य किए हैं। वह खुद अकेले दुखी लोगों के पास जाकर उनकी मदद करते हैं और उनका दुख कम करते हैं।
इसके अलावा, सुक्खू ने कई लोगों को रोज़गार दिलाने में भी मदद की है। वह हमेशा लोगों की मदद के लिए तैयार रहते हैं।
सुक्खू की पीड़ित लोगों के प्रति सहानुभूति और मददगार रवैया का सभी लोगों ने स्वागत किया है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू एक सच्चे नेता हैं, जो लोगों की सेवा के लिए अपना सब कुछ देने के लिए तैयार हैं। उनकी पीड़ित लोगों के लिए सराहनीय सेवा की हर किसी से प्रशंसा हो रही है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने कार्यकाल में पीड़ित लोगों के लिए कई सराहनीय कार्य किए हैं। वह खुद अकेले दुखी लोगों के पास जाकर उनकी मदद करते हैं और उनका दुख कम करते हैं।
हाल ही में, सुक्खू सैंकड़ों गांवों में पैदल चल कर गए, जहां लोगों को प्राकृतिक आपदा से काफी नुकसान हुआ था। उन्होंने परिवारों के सदस्यों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने उन्हें आर्थिक मदद भी प्रदान की। वह खुद पैदल चल कर दुखियों तक पहुंच रहे हैं क्योंकि उन्होंने खुद अपनेआप को परीक्षा की अग्नि में तप कर अग्निपरीक्षा देकर मुख्यमंत्री का पद पाया है। इस क्षण के लिए उन्होंने कांग्रेस पार्टी को शक्तिशाली बनाने में अपने जीवन और परिवार के सुखों की जो आहुति दी है उसीके परिणामस्वरूप आज हिमाचल में कांग्रेस का शासन है।
मुख्यमंत्री कजो विरोधी पक्ष और विपक्ष उनके अस्वस्थ होने और लंबे समय तक विदेश में जाकर इलाज करकाने की अटकलों को महज प्रोपेगंडा करार दिया जा रहा है।
हमारी ईश्वर से यही प्रार्थना है कि वह स्वस्थ रहें और उनकी दीर्घायु हो तथा वह पूरी क्षमता से प्रदेश की सेवा करें।
💐मुख्यमंत्री के जीवन व्यवहार पर ये पंक्तियां बिल्कुल सटीक बैठतीं हैं –
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती
लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती,
नन्ही चींटी जब दाना लेकर चलती है, चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है। मन का विश्वास रगों में साहस भरता है, चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखराता है।
आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगता है, जा जा कर खाली हाथ लौटकर आता है।
मिलते नहीं सहज ही मोती गहरे पानी में,
बढ़ता दुगना उत्साह इसी हैरानी में । मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
असफलता एक चुनौती है,
इसे स्वीकार करो,
क्या कमी रह गई,
देखो और सुधार करो।
जब तक ना सफल हो,
नींद चैन को त्यागो तुम,
संघर्ष का मैदान छोड़ कर मत भागो तुम।
कुछ किए बिना ही जय जय कार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
*जय भारत – जय हिमाचल*