मुख्यमंत्री सुखविन्दर सुक्खू का साथ दीजिये दुःख की इस घड़ी में… सभी मतभेद और गिले-शिकवे भुला कर, प्रकृति का राजदुलारा आज आंसुओं में डूबा है और अरबपति सितारे और उद्योगपति बैठे हैं मौन, क्यों नहीं बढ़ाते मदद का हाथ, कम से कम मुख्यमंत्री की कुर्बानी से तो सीख लीजिये, मुख्यमंत्री की कर्तव्यनिष्ठा देखकर उनके विरोधी भी अब कहने लगे हैं- “कुछ बात तो ठाकुर सुखविन्दर सुक्खू में”
हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा: अरबपति सितारों और उद्योगपतियों ने आधी चुप्पी की चादर, सड़क पर आए करोड़पतियों और आम लोग देख रागे आशाभरी निगाहों से
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राजेश सूर्यवंशी
एडिटर-इन-चीफ़,
HR MEDIA NETWORK
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हिमाचल प्रदेश, उत्तरी भारत का एक खूबसूरत राज्य है जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यटन के लिए जाना जाता है। हाल ही में, इस राज्य में कई प्राकृतिक आपदाएं आई हैं, जिसमें भूस्खलन, बाढ़ और बारिश शामिल हैं। इन आपदाओं ने राज्य को भारी नुकसान पहुंचाया है और हज़ारों परिवारों को बेघर कर दिया है।
देखिये इन मुस्कुराते चेहरों को जो अभी तक नहीं बढ़ा सकें उम्मीद का हाथ…
न जाने कितने मासूमों ने अपने दिल के टुकड़ों को खोया है। पूरे के पूरे परिवार और उनके आलीशान आशियाने बाढ़ में तिनकों की तरह बह गए ।
क्रूर बाढ़ नन्हे-मुन्नों को भी अपने प्रचंड वेग के साथ बहा ले गई। बड़े-बड़े करोड़पति पलक झपकते ही अपना सब कुछ खो कर सड़क पर आ गए हैं। कुदरत ने उन्हें जो ज़ख्म दिए हैं, वे कभी भर नहीं पाएंगे लेकिन हम अपने सामर्थ्यानुसार उनकी कुछ मदद करके उनके दर्द को कुछ हद तक बांटने का प्रयास कर सकते हैं।
जाके पांव न फटी बिवाई,
वो न जाने पीड़ पराई।
इस दिशा में हिमाचल प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने अपनी आज तक की निजी कमाई 51 लाख रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में देकर जो अनूठी पहल की है वह सबके लिये अनुकरणीय है। इस तरह की कुर्बानी देने वाले वह भारत के प्रथम मुख्यमंत्री हैं जिसके लिए उनकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है।
जगज़ाहिर है कि आज की राजनीति में अधिकतर नेता पैसा कमाने की नीयत से ही राजनीति में आते हैं। कितने तो सरेआम पकड़े भी जा चुके हैं। कईयों की छानबीन चल रही है। लेकिन मुख्यमंत्री सूक्खू ने अत्यन्त कठिन समय में अपनी दरियादिली दिखा कर जो मिसाल पेश की है उसने पूरे देश का दिल जीत लिया है।
लेकिन इस सबके बीच एक बात हर हिमाचल वासी को खटक रही है और वह है अरबपतियों की उदासीनता।
इन आपदाओं के समय, कई अरबपति सितारे, जो अक्सर हिमाचल प्रदेश में मनोरंजन करने आते हैं, मौन हैं। इन सितारों में बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रणौत, जो हिमाचल पर्यटन की ब्रांड एंबेसडर हैं, और हीरोइन प्रीति जिंटा, जो हिमाचल से हैं और अरबों रुपए कमा रही हैं, शामिल हैं। वह पीड़ितों के लिए मददगार साबित हो सकती हैं और यह उनका नैतिक कर्त्तव्य भी है। सलमान खान को भी हिमाचल से बहुत लगाव है लेकिन वह भी मौन धारण किये हुए हैं।
केवल एक अभिनेता, आमिर खान, ने हिमाचल प्रदेश के लिए सहायता का हाथ बढ़ाया है। खान ने लाखों रुपए का दान दिया है और अपने प्रशंसकों से भी दान देने का आग्रह किया है।
हिमाचल प्रदेश के लोगों ने इन सितारों के मौन से निराशा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि ये सितारे हिमाचल प्रदेश से दिल की गहराइयों से प्रेम करते हैं, यहां शूटिंग करते हैं, इंडस्ट्रीज स्थापित करते हैं लेकिन जब राज्य को सबसे ज्यादा जरूरत होती है, तो वे मौन हो जाते हैं।
हिमाचल प्रदेश की अग्रणी संस्था मिशन अगेंस्ट करप्शन ब्यूरो के चेयरमैन राजेश सूर्यवंशी ने भी इन उपरोक्त सितारों और अरबपति उद्योगपतियों से से अपील की है कि वे हिमाचल प्रदेश की मदद के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि इन सितारों के एक छोटे से दान से भी राज्य को बहुत मदद मिलेगी। उन्हें खुले दिल से मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान देकर गतिशील मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्दर सिंह सूक्खू के
हाथ मज़बूत करने चाहियें, सभी मतभेद भुला कर, और कुछ नहीं तो मानवता के नाते ही सही। मिशन अगेंस्ट करप्शन सभी दानी सज्जनों को विश्वास दिलाना चाहता है कि उन्हें मुख्यमंत्री की कार्यप्रणाली और उनकी पारदर्शिता पर पूर्ण विश्वास है तथा यह गारंटी के साथ कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री सूक्खू के हाथों में एक-एक पैसा सुरक्षित है तथा उसका उचित इस्तेमाल हो रहा है।
दुःख इस बात का है कि मुख्यमंत्री सुखविन्दर सुक्खू को एक तो कर्ज़ों से लदी सरकार मिली है ऊपर से केंद्र में भाजपा सत्तारूढ़ है। पर्याप्त आर्थिक सहायता के लिए प्रदेश तरस रहा है। ऐसे में फिल्मी सितारों और उद्योगपतियों को आगे आना चाहिए और मुख्यमंत्री सूक्खू जो सीमित संसाधनों के बावजूद प्रदेश हित में अनुकरणीय कार्य कर रहे हैं, उनकी रवायत को आगे बढ़ाना चाहिए।
थोड़ा इंसानियत को जेब में रखकर निकला कीजिये
साहब,
खड़े हैं आज भी वो रास्तों पे दर्द लिए ,
अपने मन मे न जाने कितने ख्वाबो को समेटे ।।
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी सबसे अपील की है कि वे हिमाचल प्रदेश की मदद करें। उन्होंने कहा कि इन सितारों और उद्योगपतियों का दान राज्य के लोगों के लिए बहुत बड़ी मदद होगी।
हिमाचल प्रदेश की प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोगों को भोजन, आश्रय और चिकित्सा सहायता की आवश्यकता ल है। राहतकोष में दान देकर से इन लोगों की मदद की जा सकती है।
अगर आप हिमाचल प्रदेश की मदद करना चाहते हैं, तो आप निम्न तरीकों से दान कर सकते हैं:-
हिमाचल प्रदेश सरकार की आपदा राहत निधि में दान करें।
किसी स्थानीय स्वयंसेवी संगठन को दान करें।
हिमाचल प्रदेश के प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में शामिल हों।
आपकी छोटी सी मदद भी किसी को नई जिंदगी दे सकती है।
भावनात्मक पहलू:
दूसरों की मदद वही कर सकता है
जो परपीड़ा को अपनी पीड़ा समझता हैं।
हिमाचल प्रदेश की प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोग इस समय बहुत मुश्किल भरे दौर से गुजर रहे हैं। वे अपने घरों और परिवारों को खो चुके हैं। उन्हें भोजन, आश्रय और चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है।
ऐसे में, इन लोगों की मदद के लिए अरबपति सितारों और उद्योगपतियों की चुप्पी बहुत ही निराशाजनक है। इन सितारों के पास धन और प्रसिद्धि है, लेकिन इन्हें मानवता भी दिखानी होगी। मात्र धन उगाहना ही उनका उद्देश नहीं होना चाहिए।
ये अरबपति अक्सर हिमाचल प्रदेश में आते हैं और वहां की सुंदरता का आनंद लेते हैं। लेकिन जब राज्य को सबसे ज्यादा जरूरत होती है, तो वे मौन हो जाते हैं।
ए यार जिगर के अरमानों को छिपाना नही
किसी मजबूर शख्स को आजमाना नही
आपकी मदद के बदले दिल की दुआ मिलती है
किसी गरीब की मदद से कतराना नहीं।
इनकी चुप्पी से प्रभावित लोगों में बहुत गुस्सा और निराशा है। वे इन सितारों से सवाल पूछ रहे हैं कि वे उनकी मदद क्यों नहीं कर रहे हैं।
आह्वान:
हम सभी से अपील है कि हम हिमाचल प्रदेश की प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोगों की मदद करें। हम दान देकर, स्वयंसेवा करके या प्रभावित क्षेत्रों में जाकर मदद कर सकते हैं।
अपनी छोटी सी मदद से हम इन लोगों की जिंदगी में एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं।