डॉ. शिव की तरह शेर बनने की सलाह दी राघव शर्मा को क्योंकि लहरोँ से डर कर नोका पार नहीं होती और कोशिश करने वालों की हार नहीं होती, राघव को मिला एक साथ-एक लाझ से अधिक लोगों का साथ
शनि सेवा सदन
पालमपुर राहत कोष
राघव शर्मा को डॉक्टर शिव की तरह ‘शेर’ बनने की सलाह दी शनि सेवा सदन चीफ़ परविंदर भाटिया ने,
राघव को मिला एक साथ लाखों लोगों का साथ
पालमपुर : विजय कुनार सूद, धीरज सूद
जनसेवा के इतिहास रचयिता, युग पुरुष डॉक्टर शिव कुमार की दूसरी पुण्य तिथि के अवसर पर हिमाचल की अग्रणी समाजसेवी संस्था शनि सेवा सदन के चीफ़ परविंदर भाटिया ने भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए डॉ षज्व कुमार की आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की।
इस अवसर पर मिशन अगेंस्ट करप्शन सोसाइटी के चेयरमैन राजेश सूर्यवंशी, क्राइम फ्री इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो के चेयरमैन नसीब सिंह व ह्यूमन राइट्स आर्गेनाइजेशन हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष डॉ प्रेम सिंह ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता में राघव शर्मा को अपने एक लाख से अधिक सदस्यों द्वारा हर संभव सहयोग देने का वायदा किया।
इस प्रेस वार्ता में परविंदर भाटिया ने एक लाख से अधिक लोगों की तरफ से राघव शर्मा का हौंसला बढ़ाते हुए कहा कि डॉक्टर शिव के जाने के बाद वह खुद को अकेले न समझें क्योंकि हम सब आपके साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़े हैं। राघव शर्मा एक शेर के सपूत हैं जो हर परिस्थिति में मुश्किलों को शिकस्त दी दिया करते थे।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि वह तमाम साथियों के साथ हर विषम परिस्थितियों में राघव शर्मा का साथ देने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि डॉक्टर शिव के इस नश्वर संसार को अलविदा कहने के बाद कुछ मुट्ठीभर लोगों ने राघव शर्मा जी को मानसिक रूप से तोड़ने की नाकाम कोशिश की थी लेकिन अपने माता-पिता व शुभचिंतकों के आशीर्वाद से उन्होंने हर परिस्थिति का डट कर मुकाबला किया तथा अपनी हिम्मत को टूटने नहीं दिया।
सभी ने एकमत होकर राघव शर्मा से आग्रह किया कि वह पूरी शक्ति से आगे बढ़ कर डॉक्टर शिव की तमाम धरोहरों को बचाने के लिए आगे आएं, परिस्थितियों को धीरे-धीरे अपने कंट्रोल में लें और जनसेवा की विरासत को और आगे बढ़ाएं। क्योंकि डॉ शिव की अमानतों को सहेज कर रखने हेतु जो दर्द राघव शर्मा के दिल में है वह किसी और को कभी नहीं हो सकता।
इस अवसर पर क्राइम इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो के राष्ट्रीय चेयरमैन नसीब सिंह ने आश्वासन दिया कि वह हर तरह से राघव शर्मा का साथ देने के लिए तत्पर हैं सिर्फ हुक्म की देर है।