मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खु के चारों लोकसभा सीटें जीतने के बयान का स्वागत किया वरिष्ठ कांग्रेस नेता व उपाध्यक्ष जिला कांगड़ा काँग्रेस कमेटी सुरेश अवस्थी ने….. बोले सुख की सरकार चारों लोकसभा सीटों पर करेगी कब्ज़ा क्योंकि पिछले एक साल के सुक्खू के कमाल से खुश है जनता,
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मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खु के बयान का स्वागत किया वरिष्ठ कांग्रेस नेता व उपाध्यक्ष जिला कांगड़ा काँग्रेस कमेटी सुरेश अवस्थी ने….. बोले सुख की सरकार चारों लोकसभा सीटों पर करेगी कब्ज़ा क्योंकि पिछले एक साल के सुक्खू के कमाल से खुश है जनता और उनकी काबिलियत का डंका पूरे देश में बज रहा है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि तमाम चुनोतियों का सामना करने के बावजूद सफलतापूर्वक सरकार का एक साल पूर्ण करके मुख्यमंत्री ने साबित कर दिखाया कि जनसेवा की अगर सच्ची लगन हो और जनता का भरपूर प्यार और सहयोग मिले तो चट्टानों से भी पानी निकाला जा सकता है, प्रदेश का सही नेतृत्व करके लोगों को सुखी बनाया जा सकता है।
सुलाह विधानसभा से सम्बद्ध श्री अवस्थी ने मुख्यमंत्री के उस बयान पर मोहर लगाते हुए स्पष्ट किया कि प्रदेश कांग्रेस एकजुट है और पूरी ईमानदारी और निष्ठा से लोकसभा की चारों सीटों कक जीत कर इतिहास रचेगी क्योंकि भाजपा की केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों और कमरतोड़ महंगाई से देश की जनता त्राहि त्राहि कर रही है तथा केवल कांग्रेस ही लोगों को महंगाई से निजात दिला सकती है।
अवस्थी ने कहा कि जैसे विधानसभा चुनावों में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने वहुमत हासिल किया वैसे ही मुख्यमंत्री की एक साल की उपलब्धिओं के दृष्टिगत मतदाता चारों सीटें कांग्रेस की झोली में डाल कर इतिहास रचेंगे। धर्मशाला में मुख्यमंत्री की हाल ही की विशाल रैली ने विपक्ष के होश उड़ा डाले इसी से विदित होता है कि जनता मुख्यमंत्री से कितनी प्रसन्न और संतुष्ट है।
किसान कांग्रेस हिमाचल के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं जिला कांगड़ा कांग्रेस कमेटी के वाईस प्रेज़िडेंट श्री सुरेश अवस्थी ने कहा कि 8 दिसंबर 2022 का वह दिन अविस्मरणीय रहेगा जब 68 विधानसभा क्षेत्र वाले हिमाचल में 40 सीटें जीत कर कांग्रेस ने बहुमत हासिल किया था और ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खु मुख्यमंत्री बने थे।
10 दिसंबर 2022 को सुखविंदर सिंह सुक्खू को विधायक दल का नेेेता चुना गया था तभी से मुख्यमंत्री नित नए चमत्कार करते आ रहे हैं।
किसान कांग्रेस हिमाचल के राज्य उपाध्यक्ष एवम ज़िला कांगड़ा कांग्रेस कमेटी के वाईस प्रेज़िडेंट श्री सुरेश अवस्थी ने एक विशेष भेंटवार्ता में बताया कि कांग्रेस सरकार जनता को 10 गारंटी देकर सत्ता में पहुंची थी, ऐसे में कांग्रेस पहले से ही भली भांति यह जानती थी कि सत्ता का यह ताज उनके लिए कांटों भरा रहने वाला है। लेकिन मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खु ने तमाम अटकलें के बावजूद हिम्मत नहीं हारी और सहर्ष स्वीकार कर लिया यह कांटो भरा ताज। इतना बड़ा चैलेंज स्वीकार करना कोई आसान कार्य नहीं।
अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री का बड़प्पन तो देखिए, चीफ मिनिस्टर की कुर्सी संभालते ही उन्होंने कहा कि वह सत्ता में सत्ता सुख के लिए नहीं, बल्कि बुद्धि और जर्जर हो चुकी व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं।
राज्य सचिवालय जाने के बजाय बालिका आश्रम पहुंचे थे मुख्यमंत्री
अवस्थी ने याद दिलाते हुए कहा कि बतौर मुख्यमंत्री शपथ लेने के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू राज्य सचिवालय न जाकर बालिका आश्रम गए जहां उन्होंने निराश्रित बेटियों से मुलाकात की और उनका दु:ख-दर्द जाना ।
यह पहली बार नहीं था, जब कोई मुख्यमंत्री शपथ लेने के बाद अनाथालय पहुंचा हो लेकिन इस बार बदलाव यह था कि सचिवालय से पहले अनाथालय जाने वाले सुखविंदर सिंह सुक्खू पहले मुख्यमंत्री थे।
हर किसी को लगा कि यह एक रिवायत निभाई जा रही है, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
साल के पहले ही दिन कर डाला सुखाश्रय कोष का गठन
किसान कांग्रेस हिमाचल के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं जिला कांगड़ा कांग्रेस कमेटी के वाईस प्रेज़िडेंट श्री सुरेश अवस्थी ने मुख्यमंत्री सुक्खू की दरियादिली की हार्दिक प्रशंसा करते हुए कहा कि कि साल 2023 की शुरुआत होते ही पहली जनवरी के दिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 101 करोड़ रुपए से सुख आश्रय कोष की स्थापना की घोषणा की।
सभी कांग्रेस विधायकों ने अपने एक महीने का वेतन इस कोष में दिया और फिर देश भर में इस योजना की चर्चा होने लगी। राज्य सरकार का यह कदम निराश्रितों को सहारा देने के लिए अहम साबित हुआ।
राज्य सरकार ने निराश्रित बच्चों को ‘चिल्ड्रन ऑफ स्टेट’ का दर्जा दिया।
वरिष्ठ कर्मठ कांग्रेसी नेता श्री सुरेश अवस्थी ने कहा कि इसके अलावा भर्ती में गड़बड़ी के आरोप के बीच हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग को भंग करने का फैसला लेकर भी दूध का दूध और पानी का पानी करने की मंशा से भी मुख्यमंत्री खासी चर्चाओं में रहै।
अपने वादे के मुताबिक, सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली कर देशभर में खूब चर्चाएं भी बटोरी और पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचने में कामयाब हुए।
ग्रीन बजट के रूप में पेश किया हिमाचल का हिसाब-किताब
श्री अवस्थी ने कहा कि मार्च, 2023 में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बतौर वित्त मंत्री अपना पहला अनूठा बजट पेश कर वाहवाही लूटी। इस बजट को ग्रीन बजट का नाम दिया गया। बजट में कई योजनाओं का जिक्र था, लेकिन सभी का ध्यान ग्रीन एनर्जी स्टेट की तरफ गया।
श्री सुरेश अवस्थी ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुख की इस बात की प्रशंसा की कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार 31 मार्च, 2026 तक हिमाचल प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य बनाने के लक्ष्य को लेकर आगे चल रही है।
इसके बाद राज्य सरकार ने ट्रांसपोर्ट विभाग को देश का पहला ऐसा विभाग बना दिया, जो पूरी तरीके से हरित ऊर्जा पर चलने वाला विभाग बना। यह अपने आप में एक गर्व की बात है।
सुलाह के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता श्री सुरेश अवस्थी ने कहा मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश में बिगड़ी हुई अर्थव्यवस्था को चार साल में पटरी पर लाने का वादा किया और 10 साल में हिमाचल प्रदेश को नंबर वन बनाने की भी बात कही। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का व्यवस्था परिवर्तन और नया दौर वाला नारा भी लगातार सुर्खियों में है।
हिमाचल में आपदा ने अस्त-व्यस्त की व्यवस्था
सुलह से वरिष्ठ कांग्रेस नेता, किसान कांग्रेस हिमाचल के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं जिला कांगड़ा कांग्रेस कमेटी के वाईस प्रेज़िडेंट श्री सुरेश अवस्थी ने स्मरण करवाते हुए कहा कि सत्ता संभालते ही प्रदेश में आई आपदा ने हर किसी को हिला कर रख दिया। बीते 50 सालों में न तो कभी किसी ने ऐसी आपदा देखी थी और न ही भविष्य में कोई देखना चाहेगा. प्रदेश में बारिश की वजह से करीब 10 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ. प्रदेश में 500 से ज्यादा लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. यह वह वक्त था जब हर कोई सहमा हुआ था, लेकिन इस बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ग्राउंड जीरो पर उतरकर मोर्चा संभाला और लोगों का साथ दिया। आपदा ने हिमाचल प्रदेश को बुरी तरह हिला कर रख दिया था।
सीएम निजी खाते से दिए 51 लाख रुपए
अवस्थी ने कहा कि अगस्त महीने के अंत में मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष- 2023 का गठन किया। इसमें प्रदेश के सभी लोगों से बढ़-चढ़कर सहयोग देने की अपील की गई. लोगों ने खूब सहयोग दिया।
इस बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने निजी खातों से मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में 51 लाख रुपए की राशि दे दी।
यह फैसला हर किसी को हैरान कर देने वाला था।
आपदा प्रभावितों को मिलने वाले मुआवजे की राशि में भी राज्य सरकार ने भारी बढ़ोतरी की और प्रभावितों तक राहत पहुंचाने का काम किया।
अब हिमाचल प्रदेश आपदा से उभर रहा है और राज्य सरकार अस्त-व्यस्त हुई व्यवस्था को वापस पटरी पर लाने की कोशिश में लगी हुई है। विभिन्न संस्थाओं और संस्थाओं द्वारा मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू के बेहतरीन कार्य के लिए उन्हें आए दिन प्रस्तुत किया जा रहा है जिसके लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र हैं।
श्री सुरेश अवस्थी ने अंत में कहा कि वह दिन दूर नहीं जब यशस्वी मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुखों के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की करके एक इतिहास रचेगा और प्रदेश आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ेगा।
श्री सुरेश अवस्थी ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुख सरकार का एक वर्ष सफलतापूर्वक पूर्ण होने हेतु शुभकामनाएं दीं हैं तथा आशा व्यक्त की है कि आफामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस हिमाचल प्रदेश की चारों विधानसभा सीटों पर शानदार विजय हासिल करेगी।