TB चैंपियन बबित कुमार टीबी के साथ जी रहे व्यक्तियों के सच्चे साथी बन कर उनके जीवन में जगा रहे आशा की नई किरण

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बबित कुमार टीबी चैम्पियन – टीबी उन्मूलन कार्यक्रम मे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे।
टीबी के साथ जी रहे व्यक्तियों से साथ भेद भाव को कम करने के लिए टी बी चैम्पियन द्वारा नयी पहल
-उपचार साक्षरता व् मनोबल बढ़ाकर लाते हैं जीवन मे नयी उम्मीद
धर्मशाला
Rajesh Suryavanshi, Editor-in-Chief, HR MEDIA GROUP, CHAIRMAN : Mission Again st CURRUPTION, H.P., Mob : 9418130904, 898853960)
धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड में आयोजित जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्यातिथि विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया आपदा के दौरान बेहतरीन सेवाएं देने वाले टीबीसी बबित कुमार को सम्मानित किया।

उल्लेखनीय हैं कि बबित कुमार टीबीसी जो कि टीबी Survivor से टीबी चैंपियन बने है जो अपनी सेवाएं स्वास्थ्य सुविधा- सिविल अस्पताल पालमपुर में देते हैं जिनमें उपचार साक्षरता, जोखिम मूल्यांकन, मानसिक स्वास्थ्य जांच, रोगी प्रदता बैठक एवम परिवार परामर्श शामिल हैं।
बबित कुमार टीबी चैंपियन ये टीबी के साथ जी रहे व्यक्तियों को सभी सेवाएँ प्रदान करते है और उनका उपचार पूरा होने तक उनके साथ अपना संपर्क, मासिक मुलाकात से और टेलीफोन द्वारा रखते है।
इसके अतिरिक्त टीबीसी बबित कुमार निक्षय मित्र भी है। बबित कुमार समुदाय में हर माह एक निक्षय बैठक का आयोजन पंचायत, स्कूल, और शिक्षा संस्थाओं के साथ मिलकर करते है, जिसमें वो टीबी की विस्त्रित जानकारी लोगो को देते है और टीबी के साथ जी रहे व्यक्तियों के साथ भेद भाव को कम करने के लिए लोगों को जागरूक करने का प्रयास करते है।

इसके साथ ही बबित कुमार का सभी हितधारकों के साथ उनका सकरात्मक व्यवहार है जिससे वह टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में अपनी बड़ी भूमिका निभा रहे है।
इस अवसर पर सी.पी.एस. आशीष बुटेल, सी.पी.एस. किशोरी लाल, विधायक केवल सिंह पठानिया, उपायुक्त डा निपुण जिंदल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील शर्मा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी व् जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ आर के सूद भी उपस्थित रहे।
रीच संस्था द्वारा यूनाइट तो एक्ट प्रोजेक्ट के अन्तरगत जिला में चैम्पियन को प्रशिक्षण दिया गया व् उन्हें संबल दिया गया – जिससे वह इस कार्य के लिए सक्षम हो पाए हैं।
इस अवसर पर बबित कुमार ने बत्ताया कि टीबी के साथ जी रहे व्यक्तियों के कमरा बर्तन अलग करने की जरूरत नहीं क्योकि दवा लेने के बाद व्यक्ति संक्रामक नहीं रहता । उससे अपनापन बनाये रखें व् उसे सेहतमंद होने में मदद करें।
टीबी के साथ जी रहे व्यक्ति को जल्द स्वास्थ्य लाभ हेतु अच्छा पोष्टिक भोजन लेना चाहिए व् धुम्रपान नशे से परहेज करना चाहिए।

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