देविन्दर जग्गी को धर्मशाला से टिकट देकर मुख्यमंत्री ने दिया राजनीतिक परिपक्वता, दूरदर्शी सोच और बुद्धिमत्ता का परिचय,बोले सुरेश अवस्थी : स्टेट वाइस प्रेज़िडेंट हिमाचल प्रदेश किसान कांग्रेस व उपाध्यक्ष ज़िला कांगड़ा कांग्रेस कमेटी
जो लोग जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं उनका भविष्य कभी उज्जवल नहीं हो सकता
कांग्रेस ने धर्मशाला के पूर्व मेयर देविंदर सिंह जग्गी को उस सीट के लिए विधानसभा उपचुनाव में उनके कट्टर प्रतिद्वंद्वी, पूर्व कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा, जो अब भाजपा में हैं, के खिलाफ खड़ा किया है।
जग्गी की एंट्री तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा के निवास क्षेत्र में एक दिलचस्प मुकाबला बनाती है।
कांग्रेस के इस टिकट के लिए कई दावेदार थे, लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वफादार जग्गी पर भरोसा किया। जब सुधीर शर्मा कांग्रेस में थे तब भी जग्गी धर्मशाला में उनके सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी थे।
राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस से बगावत करने पर सुधीर शर्मा और पांच अन्य विधायकों को विधानसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया। बाद में, वे सभी उपचुनाव लड़ने के लिए अपनी दुश्मन भाजपा में शामिल हो गए। धर्मशाला से दो बार के विधायक पलटू राम सुधीर शर्मा उस सीट से अपना तीसरा चुनाव लड़ रहे हैं,
जबकि जग्गी अपनी पहली विधानसभा लड़ाई में होंगे।
भाजपा द्वारा सुधीर शर्मा को मैदान में उतारने के बाद पूर्व भाजपा सदस्य राकेश चौधरी, पूर्व कांग्रेस उम्मीदवार विजय इंद्र करण और राकेश चौधरी धर्मशाला से कांग्रेस टिकट की दौड़ में थे।
इस बारे में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिला कांगड़ा कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवम स्टेट वाइस प्रेज़िडेंट हिमाचल प्रदेश किसान कांग्रेस श्री सुरेश अवस्थी ने इंडिया रिपोर्टर टुडे से बातचीत में बताया कि हिमाचल प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा विधानसभा उपचुनाव में धर्मशाला विधानसभा चुनाव क्षेत्र से देविन्दर जग्गी जैसे कर्मठ कांग्रेसी नेता का चुनाव करना उनकी दूरदर्शी सोच को दर्शाता है।
अवस्थी ने कहा कि जग्गी ही एक ऐसे मात्र उम्मीदवार हैं जो कांग्रेस टर्न्ड भाजपा *#Congress turned BJP) कैंडिडेट को ज़बर्दस्त टक्कर दे कर उन्हें चारों खाते चित्त कर सकते हैं क्योंकि सुधीर ने शीशे के समान विश्वास को बेरहमी से तोड़ कर चकनाचूर किया है।
श्री अवस्थी ने कहा कि बाग़ियों ने जिस बेरहमी से कांग्रेस पार्टी रूपी मां की पीठ में छुरा घोंपा है उससे मतदाताओं का विश्चास बुरी तरह लहूलुहान हुआ है।
सुरेश अवस्थी ने कहा कि धर्मशाला के लोगों में यह बात आम चर्चा का विषय बनी हुई है कि जो पलटू राम अपनों के नहीं हुए जिनकी छांव तले उनका पूरा परिवार पला, तो वे बेगानो के क्या होंगे।
अपना स्वार्थ सिद्ध न होने पर जब वे कांग्रेस के वफ़ादार नहीं हुए जिससे जुड़ कर उन्होंने अथाह धन-संपत्ति बटोरी, बरसों तक सत्ता का सुख भोगा, अब यही धोखा वे भाजपा के साथ भी कर सकते हैं, अगर भाजपा उनकी बातें न मानते हुए, उन्हें मंत्री पद से नहीं नवाजती है।
श्री सुरेश अवस्थी ने कहा कि वफादार वे होते हैं जो सुख और दुःख दोनों में पार्टी का समभाव से साथ देते हैं तथा हाईकमान की भावनाओं का सम्मान करते हैं, उसकी इज़्ज़त करते हैं। वफादार वे नहीं होते जो ज़रा सा स्वार्थ पूरा न होने पर बेवफाई करके दुश्मनों का दामन थाम लेते हैं।
अवस्थी ने कहा कि धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं का जोश इतना हाई है जिसे देख कर लगता है कि जग्गी भारी मतों के अंतर से चुनाव जीत कर कांग्रेसी टर्न्ड भाजपा उम्मीदवार सुधीर शर्मा को धूल चटाते हुए उनकी जमानत जब्त करवाएंगे।
सुरेश अवस्थी ने कहा कि देवेंद्र जग्गी इसलिए भी पार्टी के लिए बेहतरीन उम्मीदवार है क्योंकि उन्होंने सुधीर से भी पहले अपने क्षेत्र में कांग्रेस का प्रचार-प्रसार और डोर टू डोर संपर्क अभियान शुरू कर दिया था और जनता में उनकी ठीक-ठाक पैठ बन चुकी है। इसका भरपूर लाभ उन्हें विधानसभा उपचुनाव में मिलेगा।
अवस्थी ने कहा कि जग्गी की पार्टी के प्रति वफादारी और कर्मठता का ही नतीजा है कि मुख्यमंत्री व हाईकमान ने उन्हें धर्मशाला जैसे अति महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्र की ज़िम्मेदारी सौंपी है।
इतना ही नहीं वह धर्मशाला म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के मेयर भी रह चुके हैं और कांग्रेस के महासचिव भी हैं। उन्होंने यहां रह कर लोगों की तन-मन-धन से सेवा की है तथा मतदाताओं के साथ उनके मधुर संबंध रहे हैं ।
उन्हें धर्मशाला में विकास का मसीहा भी कहा जाता है। हर वर्ग के मतदाताओं के साथ मन का रिश्ता होने के कारण वह अपने ही घर के भेदी शत्रु को नेस्तनाबूद करके दम लेंगे, ऐसा धर्मशाला की जनता का मानना है।