आनन्द शर्मा केंद्रीय कैबिनेट मंत्री बन कर हिमाचल प्रदेश को स्वर्ग बना देंगे : सुरेश अवस्थी, प्रदेश उपाध्यक्ष हिमाचल किसान कांग्रेस व वाईस प्रेज़िडेंट ज़िला काँगड़ा कांग्रेस कमेटी
सुरेश अवस्थी, प्रदेश उपाध्यक्ष हिमाचल किसान कांग्रेस व वाईस प्रेज़िडेंट ज़िला काँगड़ा कांग्रेस कमेटी ने इंडिया रिपोर्टर टुडे को एक विशेष भेंट में बताया कि कांगड़ा-चम्बा लोकसभा सीट के प्रत्याशी एक बहुप्रतिभा के मालिक हैं तथा बहुत जल्द केंद्रीय मंत्री बन कर हिमाचल नें तरक्की के नए आयाम स्थापित करके हिमाचल प्रदेश को स्वर्ग बनाएंगे। वह ऐसी योजनाएं प्रारम्भ करेंगे जिससे बेरोजगारी समाप्त होगी, हर व्यक्ति को भोजन और छत नसीब होगी, साथ ही भ्रस्टाचार पर लगाम लगाई जाएगी।
देश और प्रदेश का सर्वांगीण विकास कांग्रेस की हमेशा प्राथमिकता रही है।
सुरेश अवस्थी ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री सुक्खू भी अपने आप को
श्री सुरेश अवस्थी ने कहा कि श्री आनंद शर्मा ने बुद्धिमत्ता और विवेकशीलता के आधार पर भारत सरकार मंत्रालय के भिन्न- भिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए अनेक उपलब्धियां अर्जित कीं और देश की सेवा की।
अवस्थी ने कहा कि भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री के रूप में, उन्होंने विनिर्माण में तेजी लाने और भारत में विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए प्रमुख नीतिगत पहल की थी ।
कर्मठ कांग्रेस नेता सुरेश अवस्थी के अनुसार राष्ट्रीय निवेश नीति के लिए जिम्मेदार मंत्री के रूप में, उन्होंने रक्षा और नागरिक उड्डयन सहित एफडीआई के लिए कई क्षेत्रों को खोलने का संचालन किया।
आनंद शर्मा के नेतृत्व में भारत ने सिंगल ब्रांड रिटेल में 100% एफडीआई की अनुमति दी और मल्टी ब्रांड रिटेल को विदेशी निवेशकों के लिए खोल दिया।
अवस्थी ने कहा कि आनन्द शर्मा द्वारा ही व्यापार और निवेश माहौल में सुधार के लिए ई-बिज़ परियोजना की संकल्पना की गई और उसे शुरू किया गया।
आनंद शर्मा जी ने 2011 में भारत की पहली राष्ट्रीय विनिर्माण नीति (एनएमपी) बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसका उद्देश्य सकल घरेलू उत्पाद में विनिर्माण की हिस्सेदारी को 16 से बढ़ाकर 25 प्रतिशत करना और एक दशक में 100 मिलियन कुशल नौकरियों का सृजन करना था |
इसके अतिरिक्त सुरेश अवस्थी ने स्पष्ट किया कि वह ऐतिहासिक भारत-अमेरिका परमाणु सहयोग समझौते 2008 के लिए बातचीत और वैश्विक सहमति बनाने में भी सक्रिय रूप से शामिल थे, जिसने परमाणु अनुसंधान और सहयोग के लिए वैश्विक मुख्यधारा के साथ भारत के दशकों के अलगाव और एकीकरण को समाप्त कर दिया।
वैश्विक आर्थिक संकट के बाद, भारत विदेशी निवेशकों के लिए एक वैकल्पिक गंतव्य के रूप में उभरा और आनंद शर्मा जी के पांच साल के कार्यकाल के दौरान एफडीआई के रूप में 190 बिलियन अमेरिकी डॉलर प्राप्त हुए।
अंत में श्री सुरेश अवस्थी ने एक महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए कहा कि आनंद शर्मा को दिसंबर, 2013 में “बाली “में 9वीं डब्ल्यूटीओ मंत्रिस्तरीय बैठक में एक महत्वपूर्ण नेतृत्व नोट खेलने और खाद्य सुरक्षा के लिए खाद्यान्न के सार्वजनिक स्टॉक रखने के भारत और विकासशील देशों के अधिकार की रक्षा करने के सफल परिणाम का श्रेय दिया जाता है |
अवस्थी ने कहा कि ऐसी कईं उपलब्धियों का विवरण मैं पूर्ण रूप से कर नहीं पाया परंतु इससे एक बात तो स्पष्ट है कि जो भी पद्धति या जिम्मेवारी आनंद जी को प्राप्त हुई उसे पूरी निष्ठा, लगन और कर्तव्य की तरह निभाया ।
उन्होंने मतदाताओं से आग्रह करते हुए पूछा है कि अब आप ही बताईये ऐसे व्यक्ति को प्रत्याशी घोषित करना कांगड़ा-चंबा के लोगों के लिए कितने सौभाग्य की बात है ।
उन्होंने कहा कि सदन में सांसद के रूप में देश और प्रदेश की हक की लड़ाई के लिए दहाड़ते हुए आप ने श्री आनन्द शर्मा जी को कई बार सुना होगा लेकिन आज हमारे पास मौका है, ऐसी शख्सियत को सदन में पहुँचा कर हमारे क्षेत्र के मुद्दों पर दहाड़ते हुए सुनने का ।
श्री सुरेश अवस्थी ने आशा और प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज सौभाग्य से हमारे क्षेत्र की सेवा करने का मौका उन्हें दिया गया है और पूर्ण विश्वास है कि आनंद जी क्षेत्र की मूलभूत अधिकार व सुविधाओं की आवाज बनकर एक कर्तव्य की तरह निभाएंगे ।