विधायिका श्रीमती कमलेश ठाकुर से गुहार : कांगड़ा जिले के गांव भंगवार में गंभीर पेयजल संकट, 13 दिन से पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे लोग
कांगड़ा जिले के गांव भंगवार में गंभीर पेयजल संकट, 13 दिन से पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे लोग
देहरा : 18 अगस्त 2024:
कांगड़ा जिले के गांव भंगवार (देहरा सीमा पर) में पेयजल संकट गहरा गया है। गांव के लोग पिछले 13 दिन से पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे हैं। गांव में माँ दुर्गा का मंदिर भी है, जहां श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन उन्हें हाथ धोने के लिए भी पानी नसीब नहीं हो रहा, पीने की तो बात दूर रही।
गांव के लोगों ने बताया कि पानी की समस्या क्षेत्रवासियों को न जाने पिछले कितने सालों से झेलनी पड़ रही है। बरसात के समय में खड्ड में जो पानी की पाइपें डाली होती हैं वे पानी की तेज बहाव में बह जाती है और मात्र एक हैंडपंप ही लोगों की यह गंभीर समस्या दूर कर सकता है।
गांव के लोगों ने मानवता की पुजारी, कोमल हृदय, जन जन की हितेषी श्रीमती कमलेश ठाकुर जी से हाथ जोड़कर प्रार्थना की है कि उनके गांव में जल्द एक हैंडपंप लगवा दिया जाए ताकि उन्हें साफ व नियमित पेयजल प्राप्त हो सके और लोग बार-बार बीमारी का ग्रास न बनें।
गांव के लोगों की मानें तो पिछले कई वर्षों से यह मांग मात्र एक सपना बनी हुई है।
तत्कालीन विधायक स्वर्गीय गुरमुख सिंह बाली दुर्गा माता मंदिर में अक्सर माता देखने आया करते थे। एक दिन उन्होंने लोगों की समस्या सुनकर यह वादा किया था की 15 दिन के भीतर उनके क्षेत्र में एक हैंड पंप लगवा दिया जाएगा लेकिन उनका स्वर्गवास हो गया तथा हैंड पंप लगाने की प्रक्रिया ठंडा बस्ती में चली गई।
लगभग 4 महीने पहले उनके पुत्र श्री रघुवीर सिंह वाली को उनके पिता जी द्वारा दिया गया वादा याद दिलाया गया तथा हर साल पानी की मार झेल रहे लोगों ने उन्हें यहां एक हैंडपंप लगवाने हेतु एक प्रार्थना पत्र दिया। वह भी चार महीने तक मात्र आश्वासन ही देते रहे और बाद में अब तो उन्होंने फोन उठाना भी बंद कर दिया । उनके पीए कहते हैं कि उन्होंने बार बार बाली जी को याद दिलाया इससे अधिक वह और कुछ करने के हालात में नहीं हैं और दूसरी ओर लाचार लोगों की समस्या देखते ही बनती है।
पिछले तीन-चार दिन तो बारिश होती रही और लोग छत और बर्तनों में इकट्ठा किया गया पानी छानकर पीते रहे और किसी तरह अपना जीवन चलाते रहे लेकिन बारिश बंद होने के बाद अब उन्हें डेढ़ किलोमीटर दूर एक बावड़ी से पानी लाने हेतु मजबूर होना पड़ रहा है जोकि नाकाफी है।
विडम्बना तो उनके साथ है जो लोग चल-फिर भी नहीं सकते, शरीर से अपंग है, उनका तो भगवान ही रखवाला है ।
इसलिए अब गांव के लोगों की उम्मीद मात्रा श्रीमती कमलेश ठाकुर जी पर ही टिकी हुई है ।
उन्होंने मानवता की पुजारी, कोमल हृदय, जन जन की हितेषी श्रीमती कमलेश ठाकुर जी से प्रार्थना करते हुए आशा व्यक्त की है कि वह गांव के लोगों की इस गंभीर समस्या का अतिशीघ्र समाधान करेंगी और पुण्य की भागी बनेंगी।
गांव के लोगों ने बताया कि उन्होंने कई बार स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाई, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।
गांव के लोगों की मानें तो पानी की समस्या के कारण उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा, खाना बनाने के लिए पानी नहीं मिल रहा, और न ही वे अपने घरों को साफ रख पा रहे हैं।
गांव के लोगों ने श्रीमती कमलेश ठाकुर जी से अनुरोध किया है कि वे जल्द से जल्द गांव में एक हैंडपंप लगवाएं ताकि उन्हें साफ पेयजल प्राप्त हो सके।
इस समस्या का समाधान होने से गांव के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी और वे अपना जीवन सुखी और स्वस्थ तरीके से जी सकेंगे।