दुखद! परमवीर चक्र विजेता मेजर सोम नाथ जी के ‘न पहली सांस ओर न ही अन्तिम सांस’ के स्थल आज दिन तक विकसित नहीं हो पाए :- प्रवीन कुमार अध्यक्ष इन्साफ….
परमवीर चक्र विजेता मेजर सोम नाथ जी के न पहली सांस ओर न ही अन्तिम सांस के स्थल आज दिन तक विकसित नहीं हो पाए :- प्रवीन कुमार अध्यक्ष इन्साफ….
“आज भारतवर्ष के पहले परमवीर वक्र विजेता मेजर सोमनाथ जी का 77 वां शहीदी दिवस है । आज से ही 77 वर्ष पूर्व ही मातृ भूमि की रक्षा करते करते अगर मेजर सोम नाथ शर्मा एक ईंच भी पीछे हट जाते तो आज कश्मीर भारत का अभिन्न अंग अर्थात मुकुट नहीं होता ।”
यह प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए समाज सेवा में समर्पित इन्साफ संस्था के अध्यक्ष एवं पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा कि हलांकि उन्होंने बतौर विधायक एवं संस्था के मुखिया के नाते इस विषय को बड़ी प्रमुखता के साथ विधान सभा के पटल व जनता के बीच उठाया था । हर्ष का विषय यह है कि जहां डाढ में धर्मशाला रोड पर चामुण्डा नन्दिकेश्वर धाम व पालमपुर राज्य मार्ग पर मेजर सोम नाथ प्रवेश द्वार के निर्माण की प्रस्तावना रखी थी ।
यहाँ लगभग डेढ दशक के उपरान्त डाढ में मेजर सोम नाथ जी के नाम का प्रवेश द्वार बनाकर हिमाचल प्रदेश पर्यटन निगम के अध्यक्ष श्री रघुवीर सिंह वाली जी ने मेजर सोम नाथ जी को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है। पूर्व विधायक ने रहस्योद्घाटन करते हुए कहा जव भी पालमपुर में राजनेताओं के समारोह होते हैं तो नेता जी अपने भाषण में सबसे पहले पालमपुर को बीर भूमि का नाम देकर मेजर सोमनाथ जी को नमन करके श्रद्धांजलि देते हैं लेकिन किसी ने यह एहसास नहीं किया कि जिसने मातृ भूमि की रक्षा करते करते सर्वोच्च बलिदान दिया उसकी शहादत को हमेशा हमेशा जिन्दा रखने के लिए उनकी जन्म स्थली पालमपुर विधान सभा क्षेत्र के प्रवेश द्वार डाढ में कोई यादगार स्थल होना चाहिए ।
पूर्व विधायक ने कहा केवल समाज सेवा में समर्पित इन्साफ संस्था ने ही भारतवर्ष के पहले परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ अर्थात इस बीर योद्धा के नाम पर उनके पैतृक गाँव डाढ में स्मारक के निर्माण का विषय तत्कालीन सांसद श्री किशन कपूर जी के समक्ष रखा था । इसके लिए श्री किशन कपूर जी ने 50 लाख रुपये मंजूर कर वन मण्डल अधिकारी पालमपुर के पास भिजवा दिये हैं। अव संस्था किसी बड़े सैन्य अधिकारी के करकमलों से इस प्रस्तावित स्मारक का भूमि पूजन करवाने का प्रयास करेगी ।