जीवन बीमा निगम के कर्मियों ने सरकार के खिलाफ पालमपुर में बोला हल्ला, लंबित वेतन संशोधन जारी करने की मांग

जीवन बीमा निगम के कर्मियों ने सरकार के खिलाफ पालमपुर में  हल्ला बोल

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जीवन बीमा निगम के कर्मियों ने सरकार के खिलाफ पालमपुर में बोला हल्ला, लंबित वेतन संशोधन जारी करने की मांग

INDIA REPORTER TODAY
PALAMPUR : B.K. SOOD
SENIOR EXECUTIVE EDITOR

जीवन बीमा निगम के कर्मियों ने सरकार के खिलाफ पालमपुर में  हल्ला बोल कर, लंबित वेतन संशोधन जारी करने की मांग की । भारतीय जीवन बीमा निगम के सभी श्रेणी के अधिकारियों व कर्मचारियों ने पालमपुर में प्रदर्शन किया व नारेबाजी की।
बीमा कर्मियों के संयुक्त मोर्चा की अखिल भारतीय हड़ताल में आज भारतीय जीवन बीमा निगम के सभी श्रेणी के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी भाग लिया। निगम कार्यालय पालमपुर के बाहर धरना प्रदर्शन व जोरदार नारेबाजी की।
 इस अवसर पर शाखा के सचिव राकेश चंद ने सरकार की कर्मचारी व मजदूर विरोधी नीतियों की भर्त्सना की। उन्‍होंने कहा कि बीमा कर्मियों का वेतन संशोधन अगस्त 2017 से लंबित पड़ा है, जिस पर सरकार कोई निर्णय कर पाने में नाकाम रही है। राकेश चंद ने बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा को 49 प्रतिशत से 74 प्रतिशत करने के निर्णय का भी कड़ा विरोध किया।
वहीं, भारतीय जीवन बीमा निगम का विनिबेश आईपीओ लाने का भी विरोध जताया और कहा सरकार लाभ कमाने वाले उपक्रमों से छेड़छाड़ करके कर्मचारी हितों पर कुठाराघात कर रही है। उन्होंने सरकार से अपील की कि सरकारी बैंकों के निजीकरण, किसान विरोधी बिल व नए श्रम कानूनों को तुरंत निरस्त किया जाए और अगर सरकार अपने अड़ियल रवैये से नहीं हटी तो बीमा कर्मी अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। राकेश चंद ने सभी बीमा कर्मियों का आज की हड़ताल को सफल बनाने के लिए आभार जताने के साथ आगामी संघर्ष के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।

 

बीमा कर्मियों के संयुक्त मोर्चा की अखिल भारतीय हड़ताल के मद्देनजर आज भारतीय जीवन बीमा निगम के सभी श्रेणी के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया और निगम कार्यलय पालमपुर के बाहिर धरना व जोरदार नारेबाजी की। इस अवसर पर शाखा के सचिव राकेश चंद ने सरकार की कर्मचारी व मजदूर विरोधी नीतियों की जबरदस्त भर्त्सना करते हुए कहा कि बीमा कर्मियों का वेतन संशोधन अगस्त 2017 से लंबित पड़ा है जिसपर सरकार कोई निर्णय कर पाने में नाकाम रही है।

श्री राकेश चंद ने बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा को 49 प्रतिशत से 74 प्रतिशत करने के निर्णय का भी कड़ा विरोध किया वही भारतीय जीवन बीमा निगम का विनिबेश आईपीओ IPO लाने का भी विरोध जताया और कहा सरकार लाभ कमाने वाले उपक्रमों से छेड़छाड़ करके कर्मचारी हितो पर कुठाराघात कर रही है। उन्होंने सरकार से अपील की की सरकारी बैंकों के निजीकरण,किसान विरोधी बिल व नए श्रम कानूनो को तुरंत निरस्त किया जाए और अगर सरकार अपने अड़ियल रवैये से नही हटी तो बीमा कर्मी अपने आंदोलन को और तेज करेगे। श्री राकेश चंद ने सभी बीमा कर्मियों का आज की हड़ताल को सफल बनाने के लिए आभार जताने के साथ आगामी संघर्ष के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।

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