पालमपुर प्रशासन को फरमान जारी करने से पहले धरातल पर अवलोकन करना चाहिए था :- प्रवीन कुमार पूर्व विधायक





पालमपुर प्रशासन को फरमान जारी करने से पहले धरातल पर अवलोकन करना चाहिए था :- प्रवीन कुमार पूर्व विधायक

…. यह प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा चार दिन पहले आए तूफान से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दरंग की छत के कुछ टीन अर्थात चादर उड गई ।
आनन फानन में स्कूल प्रशासन ने स्थानीय प्रशासन को रिपोर्ट की । उस एवज़ में स्थानीय नायब तहसील दार महोदय ने मौका निरिक्षण करके प्राप्त जानकारी के मुताबिक जो स्कूल भवन की रिपोर्ट प्रेषित की उसके तहत एस डी एम महोदया ने दरंग के सामुदायिक भवन में कक्षाएं चलाने के फरमान जारी कर दिये ।
पूर्व विधायक ने रहस्योद्घाटन करते हुए कहा अगर घर की छत उडी होती तो एकदम मिस्त्री को बुलाकर ठीक कर ली जाती । लेकिन यह सरकार की छत है। यहाँ तो वह कहावत ही चरितार्थ होती है जव गाय दूध देती है तो हमारी है जव दूध देना बन्द कर दिया तो सरकारी है। पूर्व विधायक ने कहा उन्होंने इसी स्कूल से मैट्रिक की है ।
जव वह विधायक बने तो उन्होंने पूरे हल्के के स्कूलों का निरिक्षण किया ।जहाँ लगा स्कूल में नये भवन की आवश्यकता है वहाँ नये भवन या जहां लगा छात्र अनुपात के दृष्टि गत अतिरिक्त भवन की आवश्यकता है वहाँ उस हिसाब से समुचित धन की व्यवस्था करवाई । मसलन के तोर पर भवारना में नये भवन , डाढ में अतिरिक्त भवन व दरंग को हेरिटेज बिल्डिंग के रुप में ही रखने के लिए जितना जितना प्राकलन लोक निर्माण विभाग ने बनाया उतना उतना पैसा मंजूर करवाया ।
पूर्व विधायक ने एस डी एम महोदया का ध्यान दो विषयों की ओर आकर्षित करते हुए आग्रह किया है कि सर्वप्रथम लकीरों के फकीर बनने के बजाए स्वयं इस भवन का मोका निरिक्षण करके अवलोकन करें कि क्या यह भवन वाक्य ही असुरक्षित है या मुरम्मत के काबिल है।
आखिरकार सरकारी पैसा हम सभी के टैक्स का ही पैसा है। दूसरा जो आपने सामुदायिक भवन में कक्षाएं चलाने के आदेश दिये हैं यह भवन भी ढाई दशक पहले बतौर प्रधान विकास में जन सहयोग योजना के तहत बनाया है। यहाँ निरन्तर सामाजिक , राजनैतिक विवाह शादी , मुंडन यज्ञोपवीत , भागवत , राम कथा जैसे धार्मिक समारोह होते रहते है ऎसे में इस भवन में कक्षाएं चलाना संभव नहीं ।
पूर्व विधायक ने कहा मोका निरिक्षण करने पर अगर पाया जाता है कि वाक्य ही स्कूल भवन असुरक्षित है तो इसी स्कूल की कुछ दूरी पर फलोरीकल्चर का भवन खाली है। वहीं कक्षाएं चलाई जा सकती है।





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