डगर मुश्किल है साथ देंगे तो आसान होगी

सख़्त निर्णय लेना मजबूरी नहीं वक़्त की मांग है

1

डगर मुश्किल है साथ देंगे तो आसान होगी

सख़्त निर्णय लेना मजबूरी नहीं वक़्त की मांग है

INDIA REPORTER TODAY

SHIMLA : VISHAL SINGH VERMA

हिमाचल में फरवरी के बाद अचानक कोरोना संक्रमित मरीज़ों की संख्या बढ़ गई| सरकार ने लोगों को समझाया की शादी विवाह छोटे स्तर पर किए जाएं और लोगों की संख्या 20 सुनिश्चित भी की और भोज के आयोजन पर भी रोक लगी|

मगर लोग हैँ कि मानते नही

परिणाम ये निकला की कहीं-कहीं 400 लोग शादी में आ भी गए और जनाब खा भी गए| बात साफ़ है पुलिस ने उस तरफ़ देखा तक नहीं वजह कुछ रसूकदारों का रसूक|
लिहाज़ा सरकार तो बोलती रही और अचानक संक्रमित लोगों की भीड़ का जब पता चला तो तार शादी विवाह के आयोजन निकले|
ऐसे में जय राम सरकार ने फिर दिल बड़ा रखते हुए हल्का लॉकडाउन लगाने का प्रयत्न किया ताकि कोरोना चेन भी टूटे और आम लोगों का जीवन ज़्यादा प्रभावित भी ना हो मगर लोगों का क्या कहना दुकानदारों ने कई दुकानें ये कह कर खोल दी की कर्फ्यू कुछ समझ नहीं आ रहा| पुलिस खुद असमंजस में थी क्या बंद करवाएंगे और क्या खुलवाएंगे| नतीज़ा जय राम सरकार एक बार भी लपेटे में आ गई| विपक्ष को मसाला मिल गया|
और अब नौबत फिर वही सख़्त निर्णय की रोज़ाना 3 घंटे ही आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुलेंगे जो सच में अब ज़रूरी है|
इस मुसीबत की घड़ी में कोई भी मुख्यमंत्री का बार बार निर्णय बदलना उनकी कमी नहीं वक़्त के साथ लिए गए निर्णय हो सकते हैँ| चर्चा प्रधानमंत्री से हुई, बात विपक्ष से भी की, हर ज़िला के उपायुक्त से चर्चा हुई, विशेषज्ञों, डॉक्टर्स, व्यापारियों और लोगों की भी सुनी तब जाकर अब जय राम सरकार ने फिर से निर्णय में बदलाव कर सही मायनों में कर्फ्यू घोषित किया|
ऐसे समय में सबको साथ मिलकर इस लड़ाई से लड़ना होगा, तंज कसने को वक़्त फिर कभी निकाल लेना।

Leave A Reply

Your email address will not be published.