*कशिश की मदद को आगे आये विधान सभा अध्यक्ष*
INDIA REPORTER TODAY
RAJESH SURYAVANSHI
कोरोना संक्रमण से कई लोगों ने अपने सगे और करीबी खोये हैं। कोरोना से कई लोग असमय मौत का ग्रास बने हैं जिससे देश-प्रदेश में हजारों ऐसे बच्चों की भी सामने आये हैं जिनके माता पिता कोरोना के शिकार बने और यह अनाथ हो गये हैं
सुलाह हलके के डगेरा गांव की अभागी कशिश राणा भी इसमें शामिल है। जो मात्र आठ वर्ष की आयु में ही अनाथ हो गयी है। कशिश के पिता रिंकू राणा की पहले ही मौत हो गयी थी कि इसकी माता सुनीता देवी को कोरोना ने अपना शिकार बना लिया। पिता का साया पहले ही सर से उठ गया था कि माता के भी असमय देहान्त से छोटी सी बच्ची पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। छोटी सी उम्र में कुछ सोचने और समझने में असमर्थ कशिश चुपचाप आने जाने वालों की ओर टकटकी लगाये रहती है कि उसकी माँ भी आयेंगी।
विधान सभा अध्यक्ष, विपिन सिंह परमार इस घटना की जानकारी के बाद आगे आये और इन्होंने कशिश राणा को गोद लेकर इसकी पढ़ाई लिखाई एवं अन्य सभी खर्चों की जिम्मेवारी अपने ऊपर ली है। आज विधान सभा अध्यक्ष, कशिश के घर डगेरा पहुंचे और परिजनों से भेंट कर इस घटना पर दुख जताया। उन्होंने अपनी तथा सरकार की ओर से हर सम्भव मदद का आश्वाशन दिया।