जम्मू: महबूबा मुफ्ती ने फिर अनुच्छेद-370 और 35-A की बहाली का राग अलापा है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद-370, 35-ए और डोमिसाइल कानून विदेशी मुल्क के द्वारा नहीं दिए गए थे। इससे पहले कि राष्ट्र हमें ये देता, महाराजा हरि सिंह इसे जम्मू-कश्मीर के लोगों की पहचान की रक्षा के लिए लाए थे। उन्होंने कहा था कि हमारे पास ये कानून हैं जिन्हें बरकरार रखना है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि लेकिन इन कानूनों के निरस्त होने के बाद ऐसा लगता है कि इसके पीछे एकमात्र मकसद जम्मू-कश्मीर को लूटना था। चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स में बाहर के लोगों को शीर्ष स्थान दिया जा रहा है, हमारा पानी और बिजली बाहर जाती है। हमारे ट्रांसपोर्टर मुश्किल में हैं। उन्हें टोल टैक्स देना होगा।
केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कोई नीति नहीं है, बेरोजगारी और महंगाई बढ़ रही है। अगर अर्थव्यवस्था पर सरकार का हमला जारी रहा तो गरीबी के मामले में जम्मू-कश्मीर की स्थिति गुजरात से भी बदतर हो जाएगी।
हिजबुल सरगना सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटों की बर्खास्तगी पर महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मैं किसी का समर्थन नहीं कर रहा हूं। लेकिन आप किसी बच्चे को उसके पिता के कार्यों के लिए तब तक जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते जब तक कि आपके पास सबूत न हो। इस साल 20-25 को कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है।