आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने के लिए सभी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर दिन-रात मेहनत करने की अपील की विशाल राणा, पूर्व यूथ प्रदेशाध्यक्ष ने,

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RAJESH SURYAVANSHI
Editor-in-Chief, 9418130904
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आम आदमी पार्टी हिमाचल प्रदेश के चुनाब प्रबंधन और प्रचार समिति का चेयरमैन अभी तक किसी को नहीं बनाया गया है।  कुछ साथियों व पुराने कार्यकर्ताओं ने पुरजोर तरीके से बात हाईकमान के समक्ष दिल्ली में रखी है कि विशाल राणा के प्रदेशाध्यक्ष रहते प्रदेश में आम आदमी पार्टी ने बहुत ही कम समय में प्रदेश में मजबूत पकड़ बना ली थी और सभी कार्यकर्ताओं को बड़ी राजनीतिक कुशलता के साथ एकजुट करने में कामयाब रहे थे। दिन ब दिन आम आदमी पार्टी में हज़ारों लोग जुड़ रहे थे। बड़े दलों के कई बड़े लीडर्स विशाल राणा के सम्पर्क में आने लगे थे पार्टी जॉइन करने के लिए। प्रदेश में बहुत जल्दी यूथ का एक सशक्त विंग खड़ा कर लिया था जिसमे लड़के-लड़कियां बहुत ही जुनून के साथ दिन-रात संगठन के लिए काम करते रहे।

वरिष्ठ संगठन के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर युवा विंग ने प्रदेश में ऑक्सिमीटर अभियान की जिम्मेदारी ली जो कि प्रदेश की जनता में बहुत ही पॉपुलर अभियान सिद्ध हुआ और हिमाचल की जनता के दिल में आम आदमी पार्टी के प्रति एक जबरदस्त आकर्षण देखने को मिला।

विशाल राणा के ऑक्सिमीटर अभियान को पॉपुलर बनाने हेतु हर ज़िलों और कई विधानसभा क्षेत्रों में जा-जा कर ऑक्सिमीटर ड्राइव किये  जिसमे अलग अलग टीमें बना कर लोगों की ऑक्सीजन जांच कर उनके स्वास्थ्य की रक्षा की।

जनता के केजरीवाल के इस अभियान के कारण आम आदमी पार्टी के प्रति लोगों का बहुत ही ज्यादा झुकाव बढ़ा। हज़ारों की संख्या में युवतियां और वरिष्ठ आप के साथ जुड़ने लगे।

प्रदेश स्तर पर युवा संगठन के साथ साथ में संगठन में भी खास गतिविधियों के चलते प्रदेश के हर सदस्य, कार्यकर्ता व पदाधिकारियों के विश्वासपात्र बनकर विशाल राणा अपनी चुस्त-दरुस्त टीम प्रवंधन के बल पर बहुत जल्दी आम आदमी पार्टी को प्रदेश के अंदर दूसरा विकल्प स्थापित करने में सफल रहे।

प्रदेश में आम आदमी पार्टी के बढ़ते जनाधार को देखते हुए पक्ष व विपक्ष भी आम आदमी पार्टी पर हमलावर रहने लगा था। लेकिन आम आदमी पार्टी की एकजुटता के आगे हर कोई कमजोर पड़ता गया।

आम आदमी पार्टी का कुनबा बढ़ता गया। प्रदेश का बहुचर्चित गुड़िया प्रकरण को न्याय दिलाने ले लिए मदद सेवा ट्रस्ट ने आम आदमी पार्टी से मदद मांगी तो विशाल राणा ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी के प्रभारी से सलाह कर गुड़िया को न्याय के लिए शिमला में हाइकोर्ट से सचिवालय तक आम आदमी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने एक जबरदस्त न्याय रैली निकाल कर सरकार और उच्च न्यायालय को आंखें खोलने पर विवश कर दिया।

इस न्याय रैली के प्रति प्रदेश की जनता ने अपना विशेष समर्थन आम आदमी पार्टी को दिया।

मॉल शिमला में गुड़िया प्रकरण रैली के लिए राष्ट्रीय मीडिया ने अपनी कवरेज में विशाल राणा व समस्त टीम के प्रति अपना विशेष समर्थन दिया साथ ही मीडिया ने आम आदमी पार्टी को प्रदेश में मजबूत पकड़ के साथ दूसरा विकल्प करार दिया।

विशाल राणा के कुशल राजनीतिक तजुर्वे से ही प्रदेश में आम आदमी पार्टी को बहुत ही कुशल प्रबंधन देने में कामयाब हुए।

राष्ट्रीय स्तर पर फ्रंट कार्यकर्ता के तौर पर काफी सक्रिय रहे विशाल राणा। वह मुम्बई, पंजाब, चंडीगढ़ के प्रभारी भी रहे हैं। कई प्रदेशों में अपनी राजनीतिक सुझबूझ और कुशल प्रवंधन के दम पर सफल चुनाव सम्पन्न करवाये।
NSUI में राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली विश्वविद्यालय, पंजाब विश्वविद्यालय में सफलतापूर्वक चुनाव करवा कर अपने दलों को विजयी बनाने में मुख्य भूमिका निभाईं। हिमाचल में आम आदमी पार्टी में सब कुछ सही चलता रहा।

आनन-फानन में जैसे ही युवा सँगठन को भंग किया गया तो सैंकड़ो युवा और वरिष्ठ कार्यकर्ता निष्किय हो गए।
प्रदेश के अंदर एक मांग जोर पकड़ने लगी है कि प्रदेश के मुख्य पद पर रहते विशाल राणा ने बहुत मव्हन्त की है। अब फिर से संगठन में उनको उनकी क्षमता के अनुसार दायित्व देना चाहिए। ताकि पार्टी को सभी लोगों के सहयोग से आगे बढ़ाया जाए।

जब इस बारे में पूर्व युवा प्रदेशाध्यक्ष विशाल राणा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मुझे वालंटियर् के रुप में काम करके भी सन्तुष्टि है। लेकिन अगर पार्टी कोई जिम्मेदारी देती है तो वह पूरी मेहनत, ईमानदारी व समर्पण के साथ निभाएंगे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के संगठन की मजबूरी के लिए वह कंधे से कन्धा मिला कर सहयोग करेंगे और उनकी पूरी कोशिश रहेगी कि जो भी उनके साथी कार्यकर्ता संगठन भंग होने के विरोध में व मेरे समर्थन में पार्टी छोड़ गए या निष्क्रिय हो चुके हैं उनको फिर से पार्टी में शामिल करके सक्रिय किया जाएगा। कोई कार्यकर्ता छूटने न पाए इस बात का ध्यान रखा जाएगा। हर कार्यकर्ता मान-सम्मान के साथ जिम्मेदारी निभाना चाहता है।

विशाल राणा ने पंजाब विधान सभा चुनावों और चंडीगढ़ MC चुनावों में चंडीगढ़ की टीमों के साथ मिल कर दिन/रात आम आदमी पार्टी के लिए काम किया। उन्होंने कहा कि वह हिमाचल में एक मजबूत संगठन व सरकार का एक सुंदर विकल्प बनाना चाहते हैं।

अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा है अगर दिल्ली की प्रदेश में आई हुई टीमें नए- पुराने सभी कार्यकर्ताओं को साथ ले कर काम करें तो क्योंकि दिल्ली की आंखें तो केवल पुराने कार्यकर्ता ही हैं जिनको यह पता है को 2012-13 से अब तक कितने लोग जुड़े और अलग हुए। सभी अलग हुए पुराने लोगों को वापिस सँगठन में लाना और नए लोगों को ज्यादा से ज्यादा शामिल करना ही राजनीतिक प्रवंधन व कार्यकुशलता है। उससे भी बड़ा काम होगा सभी नए पुराने कार्यकर्ताओं में तालमेल बनाना, उनको उनकी क्षमता के अनुसार दायित्व देना।

उल्लेखनीय है कि अभी जिम्मेदारी देने का समय है टिकट का नहीं।  देखा जा रहा है कि कुछ विधानसभाओं में अभी अभी शामिल लोगों ने अपना टिकट कन्फर्म होने का शगूफा छोड़ कर मेहनती कार्यकर्ताओं के उत्साह को कमजोर किया है जो कि बहुत ही घातक है।

आज एक विधानसभा में 6-6 लोग अपनी-अपनी कन्फर्म टिकटों का भ्रम फैला कर अलग-अलग जाकर जनता में उपहास का पात्र बन गए हैं। जनता में जाना ही चाहिए लेकिन इकट्ठे होकर। टिकट जिसे मिलेगी चुनाव तो वो ही लड़ेगा। अलग-अलग जा कर भ्रम फैलाना अच्छी बात नहीं है, ऐसा विशाल राणा का मानना है।
राणा ने आप हिमाचल के कार्यकर्ताओं से अपील की है कि हम सभी एकजुट हो आम आदमी पार्टी को मजबूत बनायें। अपने प्रदेश के विकास के लिए, प्रदेश के लोगों के लिए बेहतर शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य और बेहतर मूलभूत सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति वाली एक सुंदर सरकार दें।

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