*एबीवीपी एचपीयू इकाई ने करवाया स्वावलंबी भारत अभियान संगोष्ठी का आयोजन*
*विश्व उद्यमिता दिवस के उपलक्ष्य पर “स्वावलंबी भारत के निर्माण में छात्रों एवं युवाओं की भूमिका” पर संगोष्ठी का आयोजन*
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा *विश्व उद्यमिता दिवस* के उपलक्ष्य पर संगोष्ठी “स्वावलंबी भारत के निर्माण में छात्रों एवं युवाओं की भूमिका” का आयोजन किया गया | इस संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में सतीश कुमार जी स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री,विशिष्ट अतिथि के रूप में दिनेश कुमार जी कार्यक्रम अध्यक्ष रवि मेहता जी और अधिवक्ता नरेंद्र ठाकुर जी मुख्य रूप उपस्थित रहे।
कार्यक्रम अध्यक्ष रवि मेहता जी ने अपने वक्तव्य में सभी का स्वागत करते हुए बताया कि हम सभी युवा साथियों को स्वावलंबी भारत अभियान में बढ़ चढ़ कर भाग लेना चाहिए उन्होंने कहा की हमे इस आयु में अपनी ऊर्जा का प्रयोग राष्ट्र की उन्नति के लिए करना चाहिए। हम सभी को युगानुकुल रोजगार लेने की होड़ में रोजगार पैदा कर के अन्य लोगो को भी रोजगार देने के लिए प्रयास रत रहना चाहिए।
इसी के साथ कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि दिनेश कुमार जी ने कहा की हमे अन्य देश जापान और स्वीटरलैंड के नागरिकों की तरह देश के प्रति प्रेम तथा राष्ट्र की उन्नति के लिए गतिशील रहना चाहिए।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश और स्वीजरलैंड की प्राकृतिक परिस्थिति में जायदा अंतर नही है परंतु फिर भी हमारी आर्थिक परिस्थितियों में अंतर क्यों रह रहा है इस अंतर को कम करने के लिए हमे हमेशा प्रयास करना चाहिए जिस से हमारा देश भी विकसित देशों की श्रेणी में आएं।
आज के कार्यक्रम के मुख्यातिथि सतीश कुमार जी ने अपने संबोधन में बताया की वर्तमान समय में देश भर में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या बन कर उभरी है। इस समस्या को दूर करने के लिए “स्वदेशी जागरण मंच” ने दो वर्षों से *स्वावलंबी भारत अभियान* चलाया गया है। अपने वक्तव्य में कहा की केवल मात्र सरकारी नौकरी और मल्टी नेशनल कंपनी में नौकरी ही रोजगार नहीं है।उन्होंने कहा हमे अपनी शिक्षा प्राप्त करने के बाद कमाने वाली सोच को भी दूर करना पड़ेगा। विश्व भर में जितने भी लोगो ने अपने जीवन में अपार सफलता प्राप्त करी है। उन्होंने छोटी उम्र से ही अपनी सफलता के लिए प्रयास आरंभ कर दिए थे तो इस लिए हम सभी को भी साथ ही साथ छोटे छोटे रोजगारों को आरंभ कर के रोजगार प्राप्त कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा की देश की कुल जनसंख्या के 7 से 8 प्रतिशत जनसंख्या को ही रोजगार प्राप्त हो सकता है। हमे यूरोप जैसे क्षेत्र के लोगो से प्रेरणा लेनी चाहिए जहां 72% युवा अपने स्टार्टअप आरंभ कर के आय प्राप्त करने कर रहे हैं। उन्होंने कहा की हमे सरकारों के ऊपर निर्भर ना रह कर रोजगार प्राप्ति के लिए खुद रोजगार पैदा करने जैसे कार्य को प्राथमिकता दे कर आजीविका कमाने के लिए काम करना चाहिए और अपने रोजगार पैदा कर के अन्य लोगो को भी रोजगार देने के लिए सक्षमता रखनी चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में अधिवक्ता नरेंद्र ठाकुर जी ने कार्यक्रम में मौजूद सभी का धन्यवाद व्यक्त करते हुआ कहा कि आज हमें आत्मनिर्भर बन देश के विकास में सहयोग करने की आवश्यकता है | उन्होंने कहा कि युवा ही किसी देश की सबसे बड़ी ताकत है अगर देश का युवा सही दिशा में बढ़े और उन्हें समय समय पर उचित मार्गदर्शन मिले तो वह दिन दूर नहीं ज़ब हमारा देश पुनः विश्व गुरु भारत बन कर उभरेगा ।
*जारीकर्ता : दिशांत जारयाल*
*प्रिंट मीडिया सह प्रमुख*
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