पुन्नर महावीर प्राचीन मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह का प्रसंग सुनाया गया। छठे दिन व्यास पीठ पर विराजमान कथावाचक पुरोहित संदीप शर्मा महाराज जी ने रास पांच अध्याय का वर्णन किया।द्वारका की स्थापना एवं रुक्मणी विवाह के प्रसंग का संगीतमय भावपूर्ण पाठ किया गया।
कथा के दौरान आचार्य ने कहा कि महारास में भगवान श्रीकृष्ण ने बांसुरी बजाकर गोपियों का आह्वान किया और महारास लीला के द्वारा ही जीवात्मा परमात्मा का ही मिलन हुआ। जीव और ब्रह्म के मिलने को ही महारास कहते है।इस अवसर पर महंत राम देव गिरी ,शंकर गिरी ,पुन्नर पंचायत के प्रधान सीमा देवी ,विनोद कुमार ,शशि शर्मा ,राकेश शर्मा ,उमा शर्मा व गाँव के तमाम भगतों ने कथा का रसपान किया ।