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मुंद्रा पोर्ट पर ड्रग्स की बरामदगी, अडानी ग्रुप ने बयान में दी सफाई- हमारा काम केवल पोर्ट का संचालन
ये बात ठीक बोली और इसके लिए श्री गौतम अदानी जिम्मेवार नहीं, जब तक हकीकत सामने नहीं आ जाती – रमेश भारद्वाज उर्फ रमेश चन्द, सार्वजनिक कार्यकर्ता एवम् भूतपूर्व कर्मचारी – अदानी ग्रुप
लेकिन सरकार को किसी भी व्यक्ति को, कोई भी फैक्ट्री लाइसेंस देने से पहले, ये भी देखना चाहिए कि क्या वो अपने पहले से फैलाए हुए कारोबार के साथ साथ नए कारोबार की देख रेख सही ढंग से कर पाएगा या नहीं। पर हां, अगर सरकार में बैठे हुए नुमाइंदे ही किसी व्यवसायी के होंगे तो वो तो फिर केवल और केवल इन्हीं व्यवसाइओं की हित की बात करेंगे। अदानी का कारोबार इतना ज्यादा फैल गया है, की वो खुद इसको अच्छे से नहीं, सम्भाल पा रहे है। “आगे दौड़ और पीछे चौड़” की कहावत यहां सटीक बैठ रही है। इसका केवल एक ही विकल्प है, की सरकार अदानी ग्रुप को टेकओवर कर ले। बड़ा आदमी बनना अच्छी बात है, पर जब तक वो अपने पिछले कारोबार को अच्छे से नहीं संभाल लेते, नया कारोबार करने का मौका, सरकार को किसी दूसरे व्यक्ति को देना चाइए। सरकार को, एक राशन कार्ड – एक फैक्ट्री लाइसेंस के ऊपर काम करना होगा, जिससे की ये सभी उद्योगपति अपने अपने कामों को और अपने अपने कर्मचारीयों की देख रेख़ अच्छे से कर सके।
ये ड्रग्स किसी न किसी ने तो अवश्य मंगाई है और तभी तो आई है। अफगानिस्तान जा कर ही पता चलेगा, किसने भिजवाई और किसने मंगवाई।
धन्यवाद।
रमेश भारद्वाज उर्फ रमेश चन्द
सार्वजनिक कार्यकर्ता, लेखक एवं विचारक/प्रेक्षक