अलका लांबा का जादू जनता के सिर चढ़ कर बोल रहा है, कांग्रेस के लिए रामबाण सिद्ध हो रही हैं अलका : सुरेश अवस्थी
प्रबुद्ध पाठकजनो!
वैसे तो ऑल इण्डिया कांग्रेस कमेटी (AICC) की राष्ट्रीय प्रवक्ता अलका लांबा किसी परिचय की मोहताज़ नहीं लेकिन फिर भी इस शख्सियत से आपको रूबरू करवाना हम अपना कर्तव्य समझते हैं।
भारतीय मानव कल्याण महासमिति (कांग्रेस) के प्रदेशाध्यक्ष व जिला कांगड़ा कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष श्री सुरेश अवस्थी जोकि अलका लांबा के व्यक्तित्व से अत्यधिक प्रभावित हैं, ने उनके जीवन चरित्र पर कुछ प्रकाश डालते हुए बताया कि राजनेता अलका लांबा (Alka Lamba) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं।
लांबा ने एक छात्र नेता के रूप में अपना करियर शुरू किया और दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (Delhi University Students Union) के पूर्व अध्यक्ष, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व महासचिव और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव हैं (former General Secretary of Delhi Pradesh Congress Committee) 20 से अधिक वर्षों तक कांग्रेस से जुड़े रहने के बाद उन्होंने 26 दिसंबर 2014 को पार्टी से इस्तीफा दे दिया और आम आदमी पार्टी में शामिल हो गईं (Alka Lamba joined AAP).
फरवरी 2015 में लांबा दिल्ली के चांदनी चौक से दिल्ली विधानसभा के लिए चुनी गईं। उन्होंने सितंबर 2019 में पार्टी के भीतर अनादर का हवाला देते हुए AAP छोड़ (Alka Lamba quit AAP) कर औपचारिक रूप से कांग्रेस पार्टी में लौट आईं और जी-जान से पार्टी की गतिविधियों को आगे बढ़ाते हुए वह जनसेवा में जुट गईं तथा उनकी शोहरत बुलंदियों को छूने लगी।
श्री अवस्थी ने अपनी बात जारी रखते हुए बताया कि अलका लांबा का जन्म 21 सितंबर 1975 को नई दिल्ली (New Delhi) में हुआ था।
उनके पिता श्री अमर नाथ लांबा भारतीय सेना में सिविलियन इंजीनियर थे और उनकी मां का नाम राज कुमारी लांबा है।
लांबा छह भाई-बहन है (Alka Lamba Sibling). लांबा ने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली के गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल नंबर 1 से पूर्ण की। बाद में, उन्होंने दयाल सिंह कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) से बीएससी की डिग्री प्राप्त की।
तत्पश्चात उन्होंने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश से रसायन विज्ञान (Chemistry) में Post Graduation की।
लांबा ने लोकेश कपूर से शादी की थी। उनका एक बेटा है जिसका नाम ऋतिक लांबा है (Alka Lamba Son).
वह एनजीओ गो इंडिया फाउंडेशन की चेयरपर्सन हैं।
अत्यधिक विस्मृत कर देने वाली बात यह रही कि संस्था द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में मात्र एक ही दिन में 65,000 से अधिक लोगों ने रक्तदान किया था. इस कैंपेन को सलमान खान ने प्रमोट किया था। यह रक्तदान शिविर अपने आप में एक रिकॉर्ड बन गया। इससे उनकी ख्याति चारों ओर आग की तरह फैल गई।
श्री सुरेश अवस्थी ने उनके व्यक्तित्व पर थोड़ी और रोशनी डालते हुए बबताया कि राजनेता अलका लांबा एक तेज़-तर्रार प्रवक्ता होने के साथ-साथ अत्यन्त मिलनसार और मृदुल व्यक्तित्व की स्वामिनी हैं।
वह जनहित के किसी भी मुद्दे पर बिना रुके पूरी तन्मयता से चर्चा कर सकती हैं। इस विषय में उनका कोई सानी नहीं है।
वह एक स्पष्टवादी और निडर राजनेता हैं। राष्ट्रीय कांग्रेस को शीर्ष पर ले जाने के लिए वह अथक परिश्रम कर रही हैं और उनका परिश्रम रंग ला रहा है।
उनकी दूरदर्शी सोच के चलते पार्टी में नया जोश भर गया है। वह जहां भी जाति हैं, उनके प्रशंसकों की भीड़ स्वतः ही उनके पीछे हो लेती है।
उनके भाषण में इतनी शक्ति है कि हर कोई उसे सुनकर उनसे प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता। तर्क-वितर्क में उनसे जीतना असंभव सा प्रतीत होता है।
श्री अवस्थी ने कहा कि अलका लांबा में वे सभी गुण विद्यमान हैं जो एक अच्छे राजनेता में होने चाहिएं। ऐसी बहुत सी घटनाएं हुई हैं जिनमें उन्होंने अपना लोहा मनवाया है। यही कारण है कि वह जनता की पसंदीदा नेता बन चुकी हैं।
श्री सुरेश अवस्थी ने कहा कि बहुत जल्द अलका लांबा की मेहनत रंग लाएगी और देश और प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आकर जनसेवा के नए कीर्तिमान स्थापित करेगी।
उनके स्वर्णिम भविष्य के लिए हार्दिक शुभकामनाएं!