अमरनाथ सेठी ने पेंशनर्स की समस्याओं को सभी संबंधित अधिकारियों को अवगत करवा कर शीघ्र समाधान की अपील की
हिमाचल विद्युत बोर्ड पेंशनर्स फोरम की मासिक बैठक आज पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पालमपुर के प्रांगण में ई एस एल भाटिया संस्थापक अध्यक्ष, कार्यकारी अध्यक्ष ई बी डी मिश्रा की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
प्रेस को जारी बयान में अमर नाथ सेठी जिला प्रेस सचिव ने बताया की सभा का संचालन शाखा सचिव संतोष श्रोत्री द्वारा पिछले माह की गलिविधियों से सभा को अवगत करवाया गया। पिछले महीने की पेंशनर्स की समस्याओं को सभी संबंधित अधिकारियों को अवगत करवा कर शीघ्र समाधान की अपील की है। बैठक को श्री धर्म चंद, ई बी आर राणा सेवानिवृत अधीक्षण अभियंता, बी डी मिश्रा,मुलख राज, वी डी शर्मा, ई परमार, एस एल भाटिया ,संतोष शरोत्री इत्यादि ने संबोधित किया एवम पेंशनर्स की समस्याओं को जोर शोर से उठाया, सभा को अमर नाथ सेठी ने पिछले दिनों शाहपुर मे संपन्न हुई जिला पेंशनर्स फोरम की बैठक मे पारित प्रस्ताव जो की पेंशनर्स की संशोधित पेंशन मामले जल्दी सुलझाने, बकाया का भुक्तान, बोर्ड मे फिजूल खर्च रोकने,भ्रष्टाचार पर लगाम कसने,चिकित्सा भत्ता भुक्तान,नए सेवानिवृत कर्मचारियों के पेंशन मामले सुलझा कर पेंशन जारी करने और 17 दिसंबर को प्रदेश स्तर पर पेंशनर्स दिन का आयोजन मंडी के शहर में आयोजित करने व बढ़-चढ़ कर भाग लेने की सूचना जिला कार्यकारिणी मे देने व पालमपुर से भी ज्यादा से ज्यादा सदस्य भाग लेने की योजना बताई गई।
बैठक मे अगले माह की पेंशनर्स बैठक 12 नवंबर को दिवाली होने के कारण 15 नवंबर को करने का प्रस्ताव भी सर्वसम्ति से पारित किया गया। पालमपुर से पेंशन धारकों को जीवित प्रमाण के फॉर्म भी उपलब्ध करवाए गए और सभी सदस्यों से निवेदन किया गया की 1 नवंबर के बाद की तारीख डालकर अनुमोदित करवा कर अगले माह 15 नवंबर की विशेष बैठक मे श्रीसंतोष शरोत्री सचिव महोदय को सौंप कर सहयोग करे। बैठक में सभी सदस्यों ने ई दिनेश गुप्ता अधीक्षण अभियंता सेवानिवृत एवम ई दीप सोनी का फोरम की सदस्यता लेने का भी स्वागत किया गया ।
बोर्ड प्रबंधक वर्ग से भी आग्रह किया गया कि सभी लंबित मामले 17 दिसंबर पेंशनर डे से पहले सुलझाए जाएं वर्ना मंडी भीमकाली मंदिर मे पूरे प्रदेश से विद्युत पेंशनर्स इकट्ठा होंगे तो संघर्ष का बिगुल भी बज सकता है किसलिए केंद्रीय कार्यकारिणी विद्युत पेंशनर्स फोरम मुख्यालय मंडी के पदाधिकारियों को बैठक बुलाकर बातचीत करके समाधान किया जाए ताकि पेंशनर्स वृद्धावस्था मे संघर्ष करने पर मजबूर न हों।