जिला ऊना का अम्ब उपमंडल तहसील मुख्यालय अम्ब विस्तारीकरण से नये अम्बिकानगर- अम्ब नामकरण की ओर अग्रसर

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Mahesh Gautam
District bureau chief

जिला ऊना का अम्ब उपमंडल तहसील मुख्यालय अम्ब विस्तारीकरण से नये अम्बिकानगर- अम्ब नामकरण की ओर अग्रसर है

वर्तमान में जिला ऊना का तहसील मुख्यालय अम्ब उपमंडल समग्रता की ओर अग्रसर होकर एक नये अम्बिकानगर -अम्ब की ओर तीव्र गति से सर्वांगीण विकास की मुख्यधारा से जुड़ गया है। पिछले एक दशक से यहां रेलगाड़ियों की सुविधा होने से सचमुच आधुनिक अम्बिकानगर-अम्ब के नामकरण को प्रासांगिकता सिद्ध करता आया है। विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी अम्ब का नया नामकरण अम्बिकानगर-अम्ब करवाने की बहुत बार मांग उठाई है। यही नहीं अम्ब रेलवे स्टेशन का भी धार्मिक सांस्कृतिक पर्यटन आदान-प्रदान सुनिश्चित करवाने हेतु इसका नया नामकरण अम्बिकानगर-अम्ब करवाने की मांग भी लगातार ही उठाई जा रही है।
शिवालिक धौलाधार पर्वत श्रृंखलाओं में जिला ऊना का अम्ब उपमंडल तहसील मुख्यालय पांडवकालीन प्राचीन धर्म संस्कृति का केंद्र रहा है। यहां पर श्री छिन्न मस्तिकाधाम माता चिंतपूर्णी जी,श्री पांडवकालीन माता कामाख्या देवी जी के प्रसिद्ध शक्ति स्थल है। अम्ब में तो प्राचीन श्री अम्बिका माता जी का मंदिर है जिसे कालांतर में श्री देवी मंदिर के नाम से जाना जाता है।
पांडवकालीन महातीर्थों शिवालयों श्री ध्यूंसर महादेवन,श्री शिवबाड़ी समीप सोमभद्रा-स्वां नदी,श्री गौरी गंगा महादेव,श्री छोटा हरिद्वार की पावन स्थली अम्ब उपमंडल तहसील का इतिहास बहुत प्राचीन है।
श्री अम्बिकानगर की आवाज सुनों! मेरा जन्म रियासती काल से भी पहले माता चिंतपूर्णी जी और द्रोणाचार्य जी शिव-वाटिका शिववाड़ी के नजदीक मंद-मधुर गति से स्वर्ग से आई सोमभद्रा-स्वां नदी में रसी-बसी संस्कृति में हुआ था। आमों की इस नगरी में जब रियासती काल के राजा रघुनाथ सिंह ने भी राजपुर जसवां के पुराने महलों को छोड़ कर नई राजधानी अम्बिकानगर-अम्ब बसाई तो आप लोगों के प्यार-दुलार से लोककिंवदंतीनुसार मेरा नाम अम्ब हो गया! मुझे एक दिन रेलवे स्टेशन पर एक सरदार साहिब ने खिलवाड़ किया! केड़ा अम्ब? काला अम्ब, जौड़े अम्ब, पीपलू अम्ब, टेढ़ी अम्ब, मैं अपमानित महसूस करने लगा! मेरे बहुत सारे शुभ चिंतकों ने लाख समझाया! सरदारजी। ये शक्ति संपन्न माता चिंतपूर्णी जी की ही धर्म-संस्कृति की राजधानी अम्बिकानगर-अम्ब है।सरदार जी बोले तुस्सी कागजा च रूपनगर करा दयो! आपा ता रोपड़ ही बोलदे! तब से मैंने ठान ली कि अब तो अम्ब को अम्बिकानगर-अम्ब के मान-सम्मान की जंग छेड़नी होगी! मुझे इस में मेरे आंगन द्वार खेले मेछी,रमणू,छिंदा,सरवू.तरलोका,बिट्टू और मातृ शक्ति महिलाओं का आशीर्वाद चाहिए ताकि मैं भी भारत और हिमाचल के मान चित्र पर अम्बिकानगर-अम्ब के तौर पर स्थापित हो सकूं । मैं बचन देता हूँ अगर आप लोगों ने नया संशोधित नामकरण अम्बिकानगर-अम्ब दिलवाया तो पर्यटन विकास की क्रांति ला दूंगा! बड़ा अम्बिकानगर चौक,मिनी सचिवालय, सैनिक भर्ती कार्यालय,सीवरेज प्रणाली,सोमभद्रा-झील, सैनिक स्कूल,किसान भवन, शूगर मिल,हवाई अड्डा, मेडिकल कॉलेज, आई0 टी0 पार्क,पी0 जी0 आई0 के मुकाबले का बहुत बड़ा सुविधा सम्पन्न अस्पताल,क्रिकेट स्टेडियम और नया माडल शहर अम्बिकानगर-अम्ब बसा दूंगा। जय श्री अम्बिकानगर-अम्ब ऊना-हिमाचल।।

 

 

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