भाजपा नेता अपने अपशब्दों को दें विराम, अरुण मेहरा कुका भी रहें मर्यादा में : सुरेश अवस्थी, राष्ट्रीय संयुक्त संगठन मंत्री, ऑल इंडिया राहुल गांधी कांग्रेस कमेटी

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दुनिया सही कहती है कि अगर Politicians शब्दों की लक्ष्मण रेखा को पार न करते हुये, मर्यादित होकर अपनी गरिमा में रह कर वक्तव्य दें तो उनसे बेहतर पार्टी का सच्चा सिपाही और जनसेवक कोई नहीं हो सकता।

लेकिन मात्र सत्ता सुख को सर्वोपरि मान कर अगर शब्दों की सीमाएं टूटने लगें तो निश्चित तौर पर यह दुखदाई होना स्वाभाविक है।

उक्त उदगार प्रकट करते हुये ऑल इंडिया राहुल गांधी कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय संयुक्त संगठन मंत्री, जिला कांगड़ा कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष व भारतीय मानव कल्याण महासमिति हिमाचल प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष श्री सुरेश अवस्थी ने बड़े ही सुलझे हुये लहज़े में अपने विचार प्रकट करते हुये कहा कि मधुर और कटु स्वर मनुष्य के जीवन में अत्यधिक महत्व रखते हैं। इसलिए शब्दों का चुनाव करने में सतर्कता बरतनी चाहिए और ख़ास कर राजनितिज्ञों के लिए तो यह जीवन का आधार होता है।

श्री अवस्थी ने कहा कि अधिक दूर न जाते हुए आप ज़िला कांगड़ा की नगरोटा बगवां विधानसभा के वर्तमान विधायक महोदय श्री अरुण कुका जी को ही ले लीजिये।
उनका विधानसभा क्षेत्र आज़ादी के बाद से ही कांग्रेस पार्टी का गढ़ रहा है। यहां के पूर्व कर्मठ विधायक एवं श्री अरुण मेहरा के राजनीतिक गुरु माने जाने वाले कांग्रेस के जुझारू एवं वरिष्ठ नेता स्वर्गीय गुरमुख सिंह बाली ने कुका जी को अपने छोटे भाई की तरह सदा अपने अंग-संग रखा, उन्हें राजनीति के गुर सिखाये और कांग्रेस के विभिन्न सम्मानजनक राजनीतिक पदों पर रहते हुये नगरोटा विधानसभा में विकास की अभूतपूर्व गंगा बहाई।

नगरोटा जोकि अत्यन्त पिछड़ा हुआ क्षेत्र हुआ करता था, बाली जी के कारण ही आज प्रगति का पर्याय बन कर उभरा है।

आज नगरोटा में जो भी विकास हुआ है वह वास्तव में कांग्रेस की ही देन है और यह बात जगजाहिर है। कांग्रेस पार्टी की विशेष अनुकम्पा के फलस्वरूप ही आज नगरोटा की जनता पूरे प्रदेश के साथ कदम बढ़ाते हुए विकास की गति में अपना हर संभव योगदान दे रही है।

श्री सुरेश अवस्थी ने आगे अपनी बात जारी रखते हुये कहा कि कुछ वर्ष पूर्व समय ने करवट बदली। श्री अरुण मेहरा कुका जी के बाली जी के साथ कुछ आपसी मतभेद हो गए और उनका दुर्भाग्यपूर्ण ब्रेकअप हो गया।

कुका जी ने सब कुछ भुला कर अपने गुरु जी का दामन त्याग कर, अचानक पलटी मार कर अपनी विरोधी पार्टी भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया।

*“न जाने कैसे, पल में बदल जाते हैं, ये राजनीति के बदलते रिश्ते।”*

वैसे भी कुछ अवसरवादी राजनितिज्ञों के लिए अंग्रेज़ी की एक कहावत है….
Politics is a filthy game.
Everything is fare in POLITICS…
कुछ नेता तो पार्टी को मां समान मानते हुए उस पर मर-मिट जाते हैं, कुर्बान हो जाते हैं लेकिन अपनी निष्ठा कभी नहीं बदलते, लेकिन कुछ परिवर्तन और सत्ता सुख की आंधी में बह कर दुश्मनों का दामन थामने से भी गुरेज नहीं करते।

ऐसा ही कुछ अरुण मेहरा जी के साथ भी हुआ…..

अब उनके विचारों में भी आशातीत परिवर्तन आ गया। पहले वह कांग्रेस का गुणगान करते नहीं थकते थे और भाजपा पर दनादन आरोप लगाते थे, अब कांग्रेस से मोह भंग होने पर अपने भाजपा के आकाओं को खुश करने के लिए उल्टा कांग्रेस पर ही इल्ज़ाम लगाने लगे ताकि कुछ तो हासिल हो जाये, चाहे सरकार के अंतिम वर्ष में ही सही।

बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि जिस कांग्रेस पार्टी को त्याग कर अपने राजनीतिक उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु उन्होंने भाजपा का दामन थामा था, उनकी एक भी राजनीतिक आकांक्षा पूरी नहीं हो सकी। हालांकि मात्र कुछ मतों के अंतर से ही वह अपनी सीट निकाल पाए थे।

गौरतलब है कि यह भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण सीट थी लेकिन सरकार बनने पर जयराम सरकार ने कुका जी को हाशिये पर धकेल दिया। परिणाम स्वरूप नगरोटा के साथ चार साल से अधिक समय से सौतेला व्यवहार किया है रहा है। स्व. बाली जी जैसे कांग्रेस के महाबली को हराने वाले कुका जी को भाजपा ने एक मामूली सा पद भी देना गंवारा नहीं समझा।

कांग्रेस का प्रतिनिधित्व हाथ से जाते ही नगरोटा विधानसभा के विकास को ग्रहण से लग गया। विकास की तेज आंधी थम सी गई। लोगों को कांग्रेस पार्टी को अल्पमतों से हराने के दंश आज भी झेलना पड़ रहा है और भाजपा के हाथ में सीट थमाने का उनगें भारी पछतावा है।

“लेक़िन अब पछताय होत क्या, जब चिड़िया चुग गई खेत।”

उल्लेखनीय है कि
जब वह कांग्रेस के सच्चे और ईमानदार सिपाही थे, हिमाचल के 6 बार मुख्यमंत्री रहे राजा वीरभद्र सिंह जी के कर्मठ सिपाहसालार थे तो भाजपा को जम कर कोसते थे, जितना बुरा सोच सकते थे कहते थे। BJP से बड़ा उनका कोई दुश्मन नहीं था।

लेकिन जैसे ही उन्होंने कांग्रेस से भाजपा में पलटी मारी, उनकी सोच अचानक बदल गई।

कांग्रेस बेईमान हो गई और भाजपा दूध की धुली।

वो समय लद गया जब नेता पार्टी को अपनी शान, अपना मान समझते थे। आज सभी नेताओं के साथ ऐसा नहीं है। कुछ अवसरवादी भी हैं ।
कुका जी भी जिस पार्टी की गोद में परिपक्व हुए, आज दहाड़-दहाड़ कर उसी की धज्जियां उड़ाने हेतु मजबूर हैं ताकि इलेक्शन ईयर में ही सही, आलाकमान को खुश करके शायद कुछ तो मिल जाये और जनता के दरबार में इज़्ज़त बच जाए, अपनी भी और भाजपा सरकार की भी।

उन्होंने कहा कि अभी गत दिवस विधायक कुका जी ने विधानसभा में अपने संबोधन में अपनी पूर्व आदरणीय व सम्माननीय कांग्रेस पार्टी पर उन्होंने जो झूठे आरोप – प्रत्यारोप लगाने की कुचेष्टा की, वह निन्दनीय है।

भाजपा को खुश करने के चक्कर में वह भाजपा पर आरोप लगाते;लगाते अपनी सीमाओं का उल्लंघन करते हुये सन 1947 में जा पहुंचे और जीपों की खरीदारी बारे आरोप लगाने शुरू कर दिए जब उनका जन्म भी नहीं हुआ था।
कुका जी ने आरोप लगाया कि भारत की तत्कालीन कांग्रेस सरकार जिसकी वजह से भारत आज एक शक्तिशाली देश बन कर दुनिया के सामने सिर उठाये खड़ा है, ने देश के लिये 1947 वाले कठिन कठिन समय में 2000 जीपों की खरीद ब्रिटेन से क्यों की थी।

माननीय कुका जी क्या बताने का कष्ट करेंगे कि उस समय अगर भारत की सैन्य शक्ति को बढ़ाने हेतु ब्रिटेन से जीपें देश की सरकार नहीं खरीदती तो और किससे खरीदती। भारत में तो जीपें बनाने की कोई फैक्ट्री उस समय थी नहीं। और भी कुछ अनाप;शनाप बयानबाजी उन्होंने की जिसका कोई भी आधार नहीं। उनके बोलों से साफ झलक रहा था कि जयराम सरकार द्वारा सरकार बनने के समय से लेकर आज तक जो अनदेखी नगरोटा की जनता और विधायक अरुण मेहरा कुका के साथ हुई है, वह उन्हें चैन से सोने भी नहीं दे रही। उन्हें डर है कि अगली बार वह जनता के दरबार में क्या मुंह लेकर जाएंगे क्योंकि सरकार ने कोई रूटीन से हट कर प्रमुख विकास नगरोटा में नहीं करवाया है जिसकी उनगें आत्मग्लानि है। इतनी महत्वपूर्ण सीट पर विजय प्राप्त करने के बावजूद हिमाचल की भाजपा सरकार ने नगरोटा को सरकार में कोई महत्वपूर्ण स्थान नहीं दिया तथा यहां की जनता और विधायक को दरकिनार करने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ी।

सुरेश अवस्थी ने विधायक कुका जी को सचेत करते हुये कहा है कि झूठे आरोप-प्रत्यारोपों का सिलसिला छोड़ने की कृपा करें क्योंकि माननीय राहुल गाँधी जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय राहुल गांधी कांग्रेस कमेटी श्री नबी खान जी व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती सईदा खान के मार्गदर्शन में हिमाचल प्रदेश में पूर्ण बहुमत के साथ कांग्रेस सरकार बहुत जल्द लौट कर सत्ता में पुनः वापिस आ रही है।

श्री अवस्थी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अखिल भारतीय राहुल गांधी कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नबी खान व उपाध्यक्ष श्रीमती सईदा खान के कुशल नेतृत्व में कांग्रेस निरन्तर मजबूती की ओर बढ़ रही है और हिमाचल में भारी बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार सत्तासीन होकर जनता की सेवा करेगी।

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