पंजाब में बम्पर जीत हासिल करने के बाद भी मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का एक ख़्वाब रह गया अधूरा, देखिये क्यों टले दिल्ली नगर निकाय के चुनाव
पंजाब विधानसभा चुनावों में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को शानदार जीत मिली है लेकिन इसके बावजूद उनका एक सुनहरा सपना अधूरा रह गया है। इसका सीधा अरोप केजरीवाल ने भाजपा पर लगाया है।
दरअसल, पंजाब में तो आप जीत गई लेकिन वह दिल्ली नगर निकाय चुनावों में भी जीत के परचम लहराने के सपने देख रही थी। परंतु ऐसा नहीं हो सकता है क्योंकि ये चुनाव टल गए हैं। इसका सीधा आरोप केजरीवाल ने BJP सरकार पर लगाय है कि उसने ये चुनाव टलवाए हैं।
इस मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नाराजगी जाहिर करते हुए ट्वीट किया है।
केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने कहा कि भाजपा भाग गयी। एमसीडी चुनाव टाल दिया, हार मान ली।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने एक ट्वीट में लिखा कि भाजपा भाग गयी। एमसीडी चुनाव टाल दिया, हार मान ली। दिल्ली वाले खूब ग़ुस्सा हैं। कह रहे हैं इनकी हिम्मत कि चुनाव ना कराएं? अब इनकी ज़मानत ज़ब्त कराएंगे। हमारे सर्वे में अभी 272 में से 250 सीट आ रहीं थीं। अब 260 से ज़्यादा आएंगी पर चुनाव आयोग को भाजपा के दबाव में नहीं आना चाहिए था।
वहीं इस मामले में दिल्ली के चुनाव आयुक्त एसके श्रीवास्तव ने कहा है कि केंद्र सरकार दिल्ली के तीनों निगमों के एकीकरण की योजना पर काम कर रही है। इसीलिए चुनाव कार्यक्रम के ऐलान में देरी हो रही है। उन्होंने बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. केंद्र सरकार की ओर से कुछ बातें आई हैं जिनकी वजह से हम चुनाव कार्यक्रम का ऐलान नहीं कर रहे हैं।
श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्र सरकार ने कुछ ऐसे मुद्दे उठाए हैं जिनकी कानूनी रूप से हमारे द्वारा जांच की जानी बाकी है, हम अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं कर पाएंगे।