प्रबुद्ध पाठकगण, आज हम आपको रूबरू करवाने जा रहे हैं कांग्रेस के कोहेनूर हीरे श्री आशीष बुटेल से।
चंडीगढ़
विशाल सिंह राणा, राजनीति विश्लेषक की कलम से…
जैसा कि सर्व विदित है कि हिमाचल प्रदेश खासकर पालमपुर विधानसभा क्षेत्र में बुटेल परिवार का एक खास रुतबा है, एक खास पहचान है।
आजादी के बाद से लेकर आज तक बुटेल परिवार ने बहुत ही शालीनता, सहजता और परिश्रम से पालमपुर को संभाल के रखा है । उनके शासनकाल में पालमपुर एक नए विकसित रूप में उभर कर सामने आया है।
बुटेल परिवार का नाम ज़ुबां पर आते ही पालमपुर, परागपुर , शिमला आदि क्षेत्र ज़हन में दौड़ने लगते हैं।
पहले स्व. कुंज बिहारी लाल बुटेल जी, फिर श्री बृज बिहारी लाल बुटेल जी, फिर श्री आशीष बुटेल जी और गोकुल बुटेल जी ने पालमपुर के नाम को राजनीतिक और व्यापारिक क्षेत्र में चार चांद लगाए हैं।
बुटेल परिवार की देन को पालमपुर और पालमपुर विधानसभा क्षेत्रवासी कभी भुला नहीं सकते।
हिमाचल प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस के शीर्षस्थ स्थान तक बुटेल परिवार की सीधी पहुंच रही है ।
श्री कुंज बिहारी लाल बुटेल जी हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष तक रह चुके हैं।
उसके बाद बृज बिहारी लाल बुटेल जी कई बार कैबिनेट रैंक पर विराजने के बाद माननीय विधानसभा स्पीकर के महत्वपूर्ण पद पर रहे। उस दौरान उन्होंने विधानसभा की कार्यवाही को digitalise करने के अतिरिक्त और भी कई महत्वपूर्ण सुधार लाने हेतु भरसक प्रयास किये। उनके कार्यकाल को इतिहास में कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। ईश्वर उन्हें दीर्घायु दें ताकि वह सबका मार्गदर्शन करें।
अब श्री आशीष बुटेल अपने पूज्य पिता के पदचिन्हों का अनुसरण करते हुए हिमाचल की राजनीति में अग्रणी स्थान रखने वाले पालमपुर क्षेत्र को उन्नति की ऊँचाइयों तक ले जाने हेतु प्रयत्नशील हैं। जनता का उन्हें भरपूर प्यार मिल रहा है। जनता की सेवा भी वह तन-मन और धन से करते हैं। कांग्रेस पार्टी में जनकी अगाध श्रद्धा है।
आशीष बुटेल की शख्सियत को चार चांद लगाती है उनकी प्यार भरी, स्नेह से सराबोर बातचीत की अनूठी शैली।
वह हर किसी से, चाहे कोई मित्र हो या विरोधी, सबके साथ मीठी ज़ुबान में बहुत प्यार से पेश आते हैं।
अपने पिता श्री बृज बिहारी लाल बुटेल के अनुभव और सान्निध्य का उन्हें विशेष लाभ मिलता है जो जनसेवा में विशेष भूमिका निभाता है।
युवा नेता आशीष बुटेल अत्यन्त प्रतिभावान होने के साथ-साथ उच्च कोटि के शिक्षित हैं। ग़जब के वक्ता हैं।
आज वह सीपीएस के पद पर रह कर अभूतपूर्व कार्य कर रहे हैं लेकिन यदि उनकी जनसेवा की भावना, उनकी प्रतिभा, राजनीतिक अनुभव और कार्यशैली का आंकलन किया जाए तो सुक्खू सरकार की मोतियों की माला में आशीष बुटेल एक कोहेनूर हीरा हैं।
आपको बताते चलें कि आशीष बुटेल एक भारतीय राजनीतिज्ञ, चाय बागान मालिक और उद्यमी हैं। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से संबंधित हैं, और 2018 से पालमपुर से हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए हैं। वह वर्तमान में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मंत्रिमंडल में मुख्य संसदीय सचिव के रूप में कार्यरत हैं।
आशीष बुटेल का जन्म 9 जनवरी 1980 को बृज बिहारी लाल और बीना बुटेल के घर हुआ था। उनके पिता कांग्रेस पार्टी के एक दिग्गज नेता हैं जो हिमाचल प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष के रूप में सेवानिवृत्त हुए। उनके दादा लाला बंसी लाल और परदादा लाला कन्हैया लाल प्रागपुर के प्रमुख व्यापारी और परोपकारी थे जो भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल थे।
बुटेल की शिक्षा बिशप कॉटन स्कूल , शिमला में हुई, और उन्होंने सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी से B.Com. की डिग्री हासिल की ।
आशीष बुटेल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की युवा शाखा, भारतीय युवा कांग्रेस में प्रवेश करके की । वह 2011 से 2013 तक लोकसभा युवा कांग्रेस कमेटी, कांगड़ा (एचपी) के पहले निर्वाचित अध्यक्ष थे। उन्हें 2014 में एचपी कांग्रेस कमेटी का सचिव नियुक्त किया गया था। बाद में उन्हें हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया, और वर्तमान में वह हैं हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव।
दिसंबर 2017 में उन्होंने 13वीं हिमाचल प्रदेश विधानसभा में पालमपुर का प्रतिनिधित्व करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के विश्वासपात्र और भाजपा महिला मोर्चा प्रमुख इंदु गोस्वामी को हराकर अपना पहला चुनाव लड़ा । विपक्ष में उनके कार्यकाल के दौरान उन्हें प्राक्कलन और ग्रामीण योजना समितियों के सदस्य के रूप में नामित किया गया था।
दिसंबर 2022 में वह भाजपा के राज्य महासचिव त्रिलोक कपूर को हराकर एचपी विधानसभा के लिए चुने गए।
बुटेल को बाद में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मंत्रिमंडल में मुख्य संसदीय सचिव नियुक्त किया गया। वर्तमान में उनके पास शहरी विकास और शिक्षा विभाग का प्रभार है।
श्री आशीष बुटेल कांगड़ा संसदीय क्षेत्र का भी चेहरा बनते जा रहे हैं ।
कल को लोकसभा के लिए ऐसे शिक्षित युवा चेहरों की जरूरत होगी जो इस जमाने की समस्याओं और जरूरतों को समझ कर उनका समाधान करने में सहज हों।
सरकार में सभी विभागों का अफसरों के सहारे संचालन होता है । ऐसे में उच्चशिक्षित विधायक, सांसद या मंत्री ही उच्च अधिकारियों के साथ सही तालमेल बना कर देश का विकास सुनिश्चित कर सकता है।अगर सही आकलन किया जाए तो आशीष बुटेल प्रदेश या देश का भविष्य है जो किसी भी सरकार के मुखिया का बड़ी कुशलता से मार्गदर्शन कर सकता है।