शिलांग: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने वाली मिजोरम पुलिस अब वापस लेने का विचार कर रही है। मिजोरम के मुख्य सचिव लालनुनमाविया चुआंगो ने कहा है कि वह सीमा विवाद को लेकर असम के मुख्यमंत्री के खिलाफ दर्ज केस पर फिर से विचार करेंगे। चुआंगो ने दावा किया कि उन्हें और मुख्यमंत्री जोरमथांगा को हिमंत बस्वा सरमा के खिलाफ प्राथमिकी की जानकारी नहीं थी।
एफआईआर दर्ज होने पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि वह किसी भी जांच में शामिल होने के लिए तैयार हैं। उन्होंने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा कि उन्हें किसी भी जांच में शामिल होने पर खुशी मिलेगी। हालांकि, उन्होंने सवाल किया कि यह जांच किसी तटस्थ जांच एजेंसी के जरिए क्यों नहीं की जा रही है।
दरअसल, मिजोरम ने असम पर आरोप लगाया कि सीमा विवाद की शुरुआत असम से हुई। असम की ओर से पहली फायरिंग की गई, जिसका मिजोरम पुलिस ने जवाब दिया। वहीं मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा उनके भाई की तरह हैं और वे इस विवाद को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझा लेंगे।
असम-मिजोरम सीमा पर हुई हिंसक झड़प
बता दें कि 26 जुलाई को असम-मिजोरम सीमा पर हिंसक झड़प हुई थी। इस घटना में असम के 6 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इसके अलावा कई पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घायल पुलिसकर्मियों का अस्पताल में इलाज जारी है।