किशोर व किशोरियों को बहरापन, नेत्रदान व पोषण के बारे में जागरूक किया
PALAMPUR
SANSAR SHARMA
आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय डरोह में किशोर व किशोरियों को बहरापन,नेत्रदान व पोषण के बारे में जागरूक किया गया.
इस मौके पर चिकित्सा अधिकारी डरोह आकृति जी ने बताया कि बहरापन या हियरिंग लांस किसी त्रासदी से कम नहीं है अधिक ज़ोर से टीवी सुनना, मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल, लाउड स्पीकर, प्रैसर हारन, हमें बहरेपन की और ले जा रहे है।इन तमाम वस्तुओं से 74 से 116 डेसिबल ध्वनि उत्पन्न होती है और सुरक्षित ध्वनि 85 डेसिबल है अतः हमें कम शोर में काम करना चाहिए, ईयर मफ का प्रयोग करें, तीली से मैल न निकाले।
बीरबल वर्मा स्वास्थ्य शिक्षक ने बताया कि भारत में लगभग 1 करोड़ 25 लाख लोग कार्नियल दृष्टिहीनता से पीड़ित हैं और प्रतिवर्ष 25 से 30 हजार लोग विभिन्न कारणों से आंखों की दृष्टि खोते जा रहे हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में लोग नेत्रदान नहीं करते हैं, हमें नेत्रदान यह अवसर देता है कि मृत्यु के बाद आप किसी की अंधेरी ज़िन्दगी में रोशनी भर सकते हैं,एक व्यक्ति द्वारा किए गए नेत्रदान से दो व्यक्तियों को आंखों की रोशनी दी जा सकती हैं और नेत्रदान हमें यह अवसर देता है ।इस मौके पर स्वास्थ्य पर्यवेक्षिका श्रीमती नीलम कुमारी, आशा व स्कूल स्टाफ सहित 100 से ज्यादा किशोर किशोरियों ने भाग लिया।