कोरोना से मुक्ति दिलाने भरसक प्रयासों में जुटा है आयुर्वेद विभाग

*सरहदी क्षेत्रों में पसरा काढ़े का जादू,*

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कोरोना से मुक्ति दिलाने भरसक प्रयासों में जुटा है आयुर्वेद विभाग

*सरहदी क्षेत्रों में पसरा काढ़े का जादू,*

*रोगों की लड़ने की ताकत दे रही हैं आयुर्वेदिक औषधियां*

INDIA REPORTER TODAY
JAISALMER : MURAR DAN
BUREAU CHIEF
कोरोना महामारी के संक्रमण से जन-जन को बचाने तथा इसकी रोकथाम के प्रयासों में आयुर्वेद विभाग पूरी शक्ति के साथ जुटा हुआ है। कोविड-19 से बचाव की दृष्टि से रोग प्रतिरोधक क्षमता में अभिवृद्धि के लिए परम्परागत जड़ी-बूटियों और औषधीय वनस्पतियों के सम्मिश्रण से तैयार किए गए क्वाथ के साथ ही अन्य आयुर्वेदिक औषधियों के वितरण की दिशा में सरहदी जैसलमेर जिले का आयुर्वेद विभाग पूरे दम-खम से अहर्निश जुटा हुआ है।

*अब तक 65 हजार से अधिक लोग क्वाथ से लाभान्वित*

कोरोना संक्रमण से बचाव और रोकथाम के उपायों के अन्तर्गत आयुर्वेद विभाग ने आरंभ से अब तक जिले में संचालित 36 आयुर्वेद औषधालयों व चिकित्सालयों में कार्यरत स्टाफ के माध्यम से लगभग 35 हजार  तथा विशेष अभियान में 31 हजार से अधिक व्यक्तियों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए औषधि क्वाथ (काढ़ा) पिलाकर लाभान्वित किया जा चुका है। काढ़ा पिलाने का दौर क्रमिक रूप से समय-समय पर जारी रहा है।

*आम जन का जबर्दस्त रुझान है काढे के प्रति*

आयुर्वेद विभाग जैसलमेर के उप निदेशक डॉ. रामनरेश शर्मा बताते हैं कि कोरोना संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता अभिवृद्धि की दृष्टि से औषधीय क्वाथ (काढा) बेहद असरकारक है और इसके प्रति लोगों की व्यापक दिलचस्पी देखी गई है।
उन्होंने बताया कि जैसलमेर जिले में कोविड-19 से बचाव के लिए आयुर्वेद विभागीय चिकित्सक और स्टाफ समर्पित सेवाभाव से दिन-रात जुटा हुआ है। विभाग द्वारा विभिन्न माध्यमों से कोरोना से बचाव के लिए जिलेवासियों को जागरुक करने की दिशा में सार्थक प्रयास निरन्तर जारी है।

*विशेष अभियान में 31 हजार से अधिक ने पिया काढ़ा*

इसी प्रकार आयुर्वेद विभाग द्वारा मार्च – 2021 में छह दिवसीय विशेष अभियान चलाया गया। इसमें जिले के विभिन्न हिस्सों में आयुर्वेद औषधालयों द्वारा आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरुक किया गया तथा 31 हजार से अधिक लोगों को रोग प्रतिरोधक क्षमता में अभिवृद्धि करने वाला आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया गया।
इस अभियान के समन्वयक डॉ. लक्ष्मणसिंह के अनुसार जिले में विभिन्न क्षेत्रों के साथ ही महानरेगा कार्यस्थलों व विभिन्न संस्थाओं/कार्यालयों में पहुंचकर आयुर्वेद चिकित्सा विभाग की टीमों द्वारा लोंगों को काढ़ा पिलाया गया। इसमें स्कूली बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को काढ़ा पिलाया गया। इस अभियान को जिलेवासियों ने खूब सराहा।

*रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है काढ़ा*

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आयुर्वेदिक क्वाथ(काढ़ा) के प्रति आमजन में विशेष लगाव का ही परिणाम है कि लोग स्वेच्छा से औषधालयों/चिकित्सालयों आदि में पहुंच कर काढ़ा पीते रहे हैं। इस काढ़े में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए जरूरी सभी औषधीय गुण विद्यमान हैं जिनसे कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है।

*व्यापक प्रयासों के साथ जुटा है विभाग*

केन्द्रीय आयुष मंत्रालय के निर्देशानुसार वीसी के माध्यम से प्रदत्त प्रशिक्षण से जिले में 13 आयुर्वेद चिकित्साधिकारी एवं 13 नर्स तथा 13 र्ना-कम्पाउण्डर्स और 6 यूनानी चिकित्साधिकारी/कम्पाउण्डर आदि ने कोविड-19 से बचाव व रोकथाम से संबंधित चिकित्सकीय प्रशिक्षण पाया और इसका लगातार उपयोग करते हुए आम जन का लाभान्वित किया।

*सेहत की रक्षा में अव्वल*

राज्य सरकार द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण से उत्पन्न स्थिति के परिप्रेक्ष्य मे आयुर्वेद विभाग के चिकित्साधिकारी एवं नर्स-कम्पाउण्डर्स की सेवाएं चिकित्सा विभाग के अधीन कर दिए जाने के उपरान्त जैसलमेर जिले के 12 चिकित्साधिकारी एवं 13 नर्सेज-कम्पाउण्डर एवं 28 परिचारक कोविड-19 से मुकाबले के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित गतिविधियाेंं में निरन्तर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

*6 हजार 466 काढ़ा पैकेट वितरित*

विभागीय निर्देशानुसार जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए नियुक्त किये गये सभी कार्मिकों (जिनमें चिकित्साकर्मी पुलिसकर्मी, आशा सहयोगिनी, आँगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सफाई कर्मी इत्यादि कोरोना वारियर्स शामिल हैं), को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की दृष्टि से  आयुर्वेद विभाग जैसलमेर द्वारा जिला प्रशासन के माध्यम से सूखा काढ़ा के 100-100 ग्राम के लगभग 6 हजार से अधिक पैकेट का वितरण किया गया।

*कर्पूरधारा और अश्वगंधा चूर्ण भी दिया जा रहा है*

काढ़े के अलावा आयुर्वेद विभागीय कार्मिकों द्वारा कर्पूरधारा व अश्वगंधा चूर्ण का वितरण भी किया जा रहा है। कोरोना की जंग जीतने की दिशा में जैसलमेर के आयुर्वेद क्षेत्र की अहम् भूमिका रही है। आरंभिक दौर में जिले के पोकरण उपखण्ड क्षेत्र में जब कोरोना ने दस्तक दी, उसकी आहट सुनते ही आयुर्वेद महकमा सक्रिय हो गया।

*क्वारंटीन सेंटर्स पर सुबह-शाम काढ़ा पिलाया गया*

आयुर्वेद विभाग के 12 चिकित्सक, 13 कम्पाउण्डर एवं 28 परिचारकों ने जिले के पोकरण क्षेत्र में समर्पित सेवाएं दी। आयुर्वेद विभागीय टीमों ने क्षेत्र में स्थापित क्वारंटीन सेंटर्स पर रोजाना 250 से 300 संभावित चिह्नित रोगियों को सुबह-शाम काढ़ा पिलाया।
इसी प्रकार विगत माहों में जैसलमेर जिला मुख्यालय पर कोरोना पोजिटीव आए व्यक्तियों के ईलाज के लिए स्थापित कोरोना सेंटर माहेश्वरी अस्पताल/हवेली के कोविड-19 क्वारेन्टाईन सेन्टर पर 54 व्यक्तियों को 23 दिनों तक रोजाना प्रातः सायः दोनों समय औषधीय क्वाथ, बूस्टर डोज पिलायी गई।

*42 शिविरों के माध्यम से लोक सेवा*

आयुर्वेद विभाग द्वारा सरहदी जैसलमेर जिले में कुल 42 काढ़ा/औषधि वितरण शिविर आयोजित किए गए। इनमें 20 औषधालय एवं 22 क्वारेन्टाइन सेन्टर शामिल हैं। इसी प्रकार राजकीय आयुर्वेद रसायनशाला बासनी, जोधपुर से प्राप्त वातश्लेष्मिक ज्वर हर क्वाथ, गोजिह्वादि क्वाथ, अश्वगंधा चूर्ण आदि औषधियों का वितरण कर जरूरतमन्द लोगों को लाभान्वित किया गया। आयुर्वेद चिकित्सा से जुड़े हुए चिकित्सकों, कम्पाउण्डर्स तथा परिचारकों का वैक्सीनेशन हो चुका है।

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