श्रीनगर: ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे गुरुवार सुबह करीब पांच बजे मलबा आने से अवरुद्ध हो गया है। जेसीबी से मलबा हटाते ही दोबारा भूस्खलन होने से हाईवे को सुचारू करने में दिक्कत आ रही है। उधर, काकड़ागाड़ में हुए भूस्खलन से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे दो घंटे बंद रहा।
वहीं शुक्रवार को फिलहाल राजधानी देहरादून सहित राज्य के अन्य इलाकों में मौसम साफ बना हुआ है। देहरादून में चटख धूप खिली हुई है। मसूरी में शुक्रवार की सुबह बारिश हुई है।
बता दें कि श्रीनगर से करीब सात किलोमीटर दूर चमधार-फरासू के बीच गुरुवार सुबह लगभग पांच बजे हाईवे पर मलबा आ गया था, जिससे श्रीनगर-रुद्रप्रयाग के बीच यातायात अवरुद्ध हो गया। हालांकि पुलिस ने वैकल्पिक रूट पर यातायात डायवर्ट किया है।
लोनिवि के एई मोहम्मद तहसीन ने बताया कि गुरुवार सुबह नौ बजे हाईवे लगभग 70 प्रतिशत साफ कर दिया गया था, लेकिन दोबारा मलबा आने से बंद हो गया। पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे हैं। एक ऑपरेटर चोटिल भी हुआ है।
गुरुवार को कुंड के समीप काकड़ागाड़ में भूस्खलन होने से गौरीकुंड हाईवे अवरुद्ध भी हो गया था। एनएच व ऑलवेदर रोड परियोजना की कार्यदायी संस्था द्वारा मलबा हटाकर यातायात सुचारू किया गया। जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग के समीप भटवाड़ीसैंण और नौलापानी में भी भूस्खलन जोन सक्रिय हो गए हैं, जिससे खतरा बना हुआ है।
कुंड-ऊखीमठ-चोपता-मंडल-गोपेश्वर हाईवे पापड़ी (घाटी-मूस्तूरा) के समीप भूधंसाव से प्रभावित हो गया है। एनएच की ओर से यहां पर मिट्टी भरान कर वैकल्पिक व्यवस्था कर छोटे वाहनों का संचालन किया जा रहा है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि जिले में बारिश से छह सड़कें अभी भी बंद हैं।