भुंतर पुल को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह से मिला प्रतिनिधिमंडल,मंत्री ने दिया डबल करने का आश्वासन, अगर समय पर डबल लेन पुल नहीं बना तो मंच तैयार कर होगा सत्याग्रह :समाज सेवी
25 सालों से जाम व प्लेटों की आवाज से परेशान जनता सुनने वाला कोई नहीं
भुंतर पुल को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह से मिला प्रतिनिधिमंडल,मंत्री ने दिया डबल करने का आश्वासन
25 सालों से जाम व प्लेटों की आवाज से परेशान जनता सुनने वाला कोई नहीं
कुल्लू
भुंतर पुल को डबल लेन करने के लिए आज भुंतर का एक प्रतिनिधिमंडल सड़क,परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह से एयरपोर्ट भुंतर में मिला l प्रतिनिधि मंडल ने भुंतर पुल से होने वाली परेशान से मंत्री को अगवत करवाया और अतिशीघ्र पुल को डबल लेन करने की मांग की l राज्य मंत्री ने आश्वासन दिया कि पुल की समस्या का हल किया जाऐगा l प्रतिनिधि मंडल में मेघ सिंह कश्यप, मुनीष कौंडल व ऋषि राज आदि शामिल थे l उन्होंने केंद्रीय राज्य मंत्री को बताया कि भुंतर पुल की चौड़ाई कम होने से कुल्लू – मनाली, मणिकर्ण व गड़सा को जाने वाले मार्ग भुंतर में पर हमेशा जाम लगा रहता है | जिसे किसान -बागवान व आम जनता के अलावा पर्यटक भी परेशान होते हैं l वहीं भुंतर में जाम की बजह से यहां के दुकानदारों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है | उन्होंने मंत्री को सौंपे ज्ञापन में स्पष्ट लिखा है कि सन 1995 में बाढ़ के कारण यहां सड़क को नुकसान पहुंचा था उस समय इस स्थान पर अस्थाई ब्रिज लगाया गया |
25 सालों में सरकारें बदलती रही लेकिन भुंतर का अस्थाई ब्रिज बदल कर स्थाई नहीं बन पाया | भुंतर की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सड़क, परिवहन एंव जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी से अक्तूबर 2015 को भी गुहार लगा चुकी है l वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर उसे को भी इस पुल की समस्या बताई गई l
लेकिन कागजी प्रक्रिया के अलावा धरातल पर आजतक कोई प्रगति नजर नहीं आई | भुंतर के समाज सेवी व क्रांतिकारी पत्रकार मेघ सिंह कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री सेवा संकल्प में भी मार्च 2020 को इस विषय पर शिकायत दर्ज की गई | जिसमें विभाग द्वारा जबाब मिला कि इस 50 मीटर स्पेन के पुल को परिवहन एवं सड़क राजमार्ग मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा वार्षिक योजना 2021-22 में 10 करोड़ अनुमानित लागत के साथ बनाने का लक्ष्य रखा है |
इस संदर्भ में पुल की जनरल अरेंजमेंट ड्राइंग को स्वीकृति हेतु मंडल कार्यलय के पत्र संख्या 4863-63 दिनांक 18.03.2020 को मुख्या अभियंता राष्ट्रीय उच्च मार्ग शिमला को प्रेषित किया है | लेकिन डेढ़ वर्ष बीत जाने पर यह मामला कहांअटका है कोई पता नहीं जबकि यह पुल जिला का अतिमहत्वपूर्ण पुल है l पुल तंग होने के कारण स्थानीय जनता, किसानों–बगबानों पर्यटकों व स्कूली छात्र-छात्राओं के लिए मुसीबत बना है |
भारतीय सेना के ट्रक भी इसी पुल से लेह-लद्दाख आते जाते है | संकरे नाजुक पुल की ढीली प्लेटों की आवाज स्थानित जनता को परेशान करती है | पुल को विभाग बार-बार रिपेयर करके जबरदस्ती चला रहा है, जिससे अनहोनी का खतरा रहता है |
यद्धपि यहां से कुछ ही दुरी पर फोरलेन भी निकल रहा है लेकिन भुंतर पुल की उपयोगिता कभी कम नहीं होगी | सडकों व पुल की हालत सही न होने के कारण जाम से कुल्लू –मनाली पर्यटन व्यवसाय पर बुरा असर पड़ता है | क्यूंकि यहां आने वाले
पर्यटक को भी परेशानी झेलना पड़ती है | प्रतिनिधि मंडल ने राज्य मंत्री वीके सिंह को ज्ञापन के साथ पुल बनवाने संबंधित कुछ पहले की कार्रवाई के पत्रों की छाया प्रतियां भी सौंपी।
अगर समय पर डबल लेन पुल नहीं बना तो मंच तैयार कर होगा सत्याग्रह :समाज सेवी
सरकार व विभाग को जगाने के लिए भुंतर के समज सेवी जनता के साथ मिलकर बनाएंगे रणनीति
भुंतर के समाज सेवी मेघ सिंह कश्यप, मनीष कौंडल व ऋषि राज आदि का कहना है कि भुंतर पुल की समस्या का सरकार व विभाग ने शीघ्र हल नहीं निकाला तो जनता पुल के लिए एक मच तैयार कर सत्याग्रह करने को मजबूर हो जाएगी l उपरोक्त समाजसेवीयों का कहना है कि भुंतर के संकरे ब्रिज से लगने वाले जाम से सभी परेशान हैं l वहीं पुल की ढीली प्लेटो से होने इनकी आवाज की बजह से रात को लोगों को सोने भी नहीं मिलता l दियार, गड़सा घटी व मणिकर्ण घाटी के लोगों को भुंतर पहुंचने के लिए इसी पुल से गुजरना पड़ता हैं l यही नहीं कुल्लू -मनाली लाहौल – स्पीति और लेह लद्दाख को भी इसी पुल से होकर जाना पड़ता है l
उन्होंने कहा कि जिला का यह अति महत्वपूर्ण पुल है फोरलेन बनने के बाद भी इसकी उपयोगिता बरकरार रहेगी l जिला की सबसे बड़ी सब्जी मंडी यही पुल के साथ स्थित है l वहीं तेगुवेहड़ अस्पताल, तहसील इसके अलावा कई कार्यालय यहां स्थित है l भुंतर की मेन मार्केट व पारला भुंतर जाने के लिए भी इसी पुल का इस्तेमाल होता हैं l
दिन में लाखों की संख्या में गाड़ियों सहित पुल से आर-पार होती हैं l