फोरलेन प्रभावितों की चिंता बढ़ी बिना पैसे कैसे लेंगे जमीन,. फोरलेन प्रभावितों की चिंता बढ़ी बिना पैसे कैसे लेंगे जमीन
हाथीथान में 3डी लगने के बाद भी नहीं मिला मुआवजा
फोरलेन प्रभावितों की चिंता बढ़ी बिना पैसे कैसे लेंगे जमीन
KULLU
MUNISH KOUNDAL
जिला कुल्लू के भुंतर स्थित हाथीथान में फोरलेन की जद में आई जनता इन दिनों काफी परेशान है। हाथीथान में बने गोल चौक के पास भुंतर व मणिकर्ण जाने के लिए एक फ्लाईओवर बनने जा रहा है ।
इसके लिए एनएचएआई ने भूमि भी चिह्नित कर ली है और प्रभावितों की 3डी के नोटिस भी जारी कर दिए । बाकायदा अखबार में भी 3डी की नोटिफिकेशन निकाल दी है । लेकिन 8 महीने बीत जाने पर भी प्रभावितों को मुआवजा नहीं मिला है । हाथीथान की प्रभावित जनता का कहना है हमारे को मकान खाली करने को भी बोल दिया । लेकिन बिना मुआवजे के हम लोग मकान बनाने को भूमि कैसे खरीदेंगे । किसी ने तो उधार पैसे लेकर जमीन खरीद भी ली लेकिन अब पैसे चुकाना मुश्किल हो गया है ।
हाथीथान के कर्ण देव बोध ने बताया कि हमने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुख्खू से निवेदन किया है कि अतिशीघ्र हमें मुआवजा दिलाया जाए । उन्होंने बताया कि हाथीथान, पुलगा एनएच-21 मणिकर्ण रोड भुंतर, जिला कुल्लू पर जो फलाईओवर की निशानदेही हुई है । 3 डी लगने के उपरांत मुआवजा नहीं दिया जा रहा जबकि जमीनों के रेट आसमान छुं रहे है । जमीनों के सर्कल रेट और मार्किट रेट में रात दिन का अंतर है । प्रभावित जनता का कहना है कि एनएचआई वालों हमें बताएं की हमारी भूमि, मकान एनएच-21 में आएंगे या नहीं अगर आएंगे, तो हमें हमारे मकान का मुआवजा कब मिलेगा, जिसका विभाग ने कई बार सर्वे किया। मकान के अंदर-बाहर नाप- नपाई भी की है। विभाग ने कई बार हमारे बयान लिए, हमें नोटिस दिया और कहा आप जमीन ले लो, किरायदार खाली करा लो आप की भूमि, मकान अधिग्रहित कर ली गई है, हमारे मकान की 3डी हो गई है पर एक साल होने को आया है न तो हमें हमारे मकान का न भूमि का मुआवजा मिला । कर्ण देव में आरटीआई के माध्यम से संबंधित विभाग से जवाब भी मांगा पर उन्होंने इसका जवाब देने से मना कर दिया । उसके बाद हमने शिमला जाकर 19 मार्च, 2023 को सचिवालय जाकर संयुक्त रूप से हस्ताक्षर कर शिकायत पत्र दर्ज कराया था। हमने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुख्खू से मुलाकात करनी की कोशिश की पर मुलाकात नहीं हुई । भवन निर्माण कि सामग्री सीमेंट, सरिया पहले 420 रुपए और 5500 था आज वो 500 और 7000 हो गया है । अगर और देरी की गई, तो जमीन के साथ बिल्डिंग मटीरियल महंगा होता जाऐगा और जिसके परिणामस्वरूप न तो हम भवन निर्माण कर पाएंगे, न तो भूमि खरीद पाएंगे। प्रदेश के भावी मुख्यमंत्री से हाथीथान की प्रभावित जनता ने भरियाद लगाई है कि इस समस्या का निपटारा कर हमें अतिशीघ्र मुआवजा दिलाएं ।