हिमाचल प्रदेश में रिवाज बदलने उतरी भाजपा के आठ नेता बागी हो गए हैं। शुक्रवार को इन बागियों ने बतौर आजाद प्रत्याशी चुनाव में ताल ठोक दी है। बिलासपुर सदर से सुभाष शर्मा, झंडूता से राजकुमार कौंडल, पूर्व सांसद महेश्वर सिंह के पुत्र हितेश्वर सिंह ने बंजार से चुनावी हुंकार भर दी है। जिला कांगड़ा में पूर्व राज्यसभा सांसद कृपाल परमार ने फतेहपुर और देहरा से होशियार सिंह ने भी नामांकन दाखिल कर दिए हैं। पूर्व विधायक केएल ठाकुर ने नालागढ़ और तेजवंत नेगी ने किन्नौर से पर्चा भरकर सत्ताधारी दल की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। उधर, झंडूता से कांग्रेस के पूर्व विधायक बीरू राम किशोर और चौपाल से पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष सबलाराम चौहान भी निर्दलीय प्रत्याशी बन गए हैं। जिला सिरमौर के पांवटा साहिब से अनिंदर सिंह नॉटी आम आदमी पार्टी से बगावत कर चुनाव मैदान में उतर गए हैं।
हाल ही में भाजपा छोड़ कांग्रेस में आईं ठियोग से इंदु वर्मा ने आजाद प्रत्याशी के रूप ने चुनाव लड़ने का एलान किया है। उनके समर्थकों ने बैठक कर यह फैसला लिया। कांग्रेस के पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार ने चिंतपूर्णी से दो दिन में टिकट न बदलने पर सामूहिक इस्तीफे देने की धमकी दी है। मंडी के धर्मपुर से भाजपा के मंत्री महेंद्र के बेटे रजत ठाकुर को टिकट मिलने के बाद से उनकी बेटी वंदना गुलेरिया भी बगावत पर उतर आई हैं। जिला कुल्लू की आनी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस नेता परसराम ने टिकट न मिलने पर नामांकन भरने का एलान किया है। करसोग में कांग्रेस प्रत्याशी महेश राज के खिलाफ भी मोर्चा खुल गया है।चंबा में इंदिरा कपूर समर्थकों ने हर्ष महाजन को घेरा
चंबा से टिकट कटने के बाद भाजपा की इंदिरा कपूर ने समर्थकों के साथ आक्रोश रैली निकाली। हेलिकाप्टर से सुल्तानपुर पहुंचे भाजपा नेता हर्ष महाजन को समर्थकों ने घेरा और टिकट काटने की वजह जानी। वे भी संतुष्टि भरा जवाब नहीं दे पाए। इंदिरा कपूर ने अपने समर्थकों सहित कहा कि एक तरफ जहां भाजपा परिवारवाद को लेकर कांग्रेस पर तंज कसती है तो वहीं विधायक ने अपनी पत्नी को टिकट दिलवा दी है।