पाठकों के लेख
सेल्फी_और_फोटो_शूट_का_नशा_कुछ_लोगों_के_सिर_चढ़_बोल_रहा_है) ---
बी के सूद मुख्य संपादक
पाठकों के लेख:- आज का लेख पूर्व मंत्री महेंद्र नाथ सोफत द्वारा प्रेषित
17 अक्तूबर 2021– (#सेल्फी_और_फोटो_शूट_का_नशा_कुछ_लोगों_के_सिर_चढ़_बोल_रहा_है) —
इस सोशल मीडिया के समय पहले सेल्फी लेना और फिर फोटो वायरल करना एक फैशन था परन्तु अब यह फैशन से नशे मे तब्दील हो गया है। कोई दुर्घटना हो जाए या दो लोगों मे मार पीट चल रही हो तो लोग उस झगड़े को सुलझाने के स्थान पर वीडियो बनाने मे ज्यादा दिलचस्पी रखते है। यहां तक की कुछ संस्थाओं के स्वयं सेवक और राजनैतिक पार्टियों के कार्यकर्ता अस्पताल मे रोगियों को फल बांटने जाते है और रोगी को एक केला देते हुए दस लोगों की फोटो वायरल की जाती है जो कि बहुत ही हास्यापद लगती है।
पिछले कल तो बहुत ही खेदजनक घटना घट गई। विश्व विख्यात अर्थ शास्त्री और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एम्स मे स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे है। उनका हाल- चाल जानने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री एम्स पहुंचे थे। उनके साथ पूरा सरकारी अमला भी था। मंत्री जी के साथ उनका सरकारी फोटोग्राफर भी था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार श्रीमती मनमोहन सिंह ने फोटो लेने को मना किया था, परन्तु उनके द्वारा की गई मनाही की अनदेखी कर दी गई और पूर्व प्रधानमंत्री के अस्पताल मे लेटे हुए की तस्वीर सोशल मीडिया पर सांझा कर दी गई। जिसके कारण विवाद खड़ा हो गया है। पूर्व प्रधानमंत्री जी की बेटी ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए कहा है कि जब स्वास्थ्य मंत्री जी आए तब उनके माता-पिता फोटो खिंचवाने की स्थिति मे नहीं थे। कांग्रेस ने इसे पूर्व प्रधानमंत्री जी की निजता का हनन बताया है।
मेरे विचार मे मंत्री जी और उनके सहयोगियों को ऐसा करने से बचना चाहिए था। पिछले दो दशकों से हम इतने अधिक सोशल मीडिया पर निर्भर हो गये है कि लोग फ़ादर डे, मदर डे, वेलेंटाइन डे, अपनी सालगिरह या जन्मदिन सब कुछ सोशल मीडिया पर मनाने लगे है। इतना ही नहीं नफ़रत और प्यार भी सोशल मीडिया पर ही हो रहा है। छोटे शब्दों मे हम सोशल मीडिया से पुरी तरह ग्रस्त हो गये है। खैर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जी और उनकी टीम ने जाने अनजाने मे डा मनमोहन सिंह जी की बिमारी की हालत मे तस्वीर सांझा कर ठीक नहीं किया है। मेरे विचार मे उन्हे सार्वजिनक तौर पर और व्यक्तिगत तौर पर श्रीमती गुरुशरण कौर से मिल कर खेद व्यक्त करना चाहिए।
#आज_इतना_ही कल फिर नई कड़ी के साथ मिलते हैं।