डिपोओं में मिल रहा राशन कितना स्वास्थ्यवर्धक एक बड़ा प्रश्न
सब्सटेंडर्ड राशन वितरण से लोगों के बीमार पड़ने की आशंका
Bksood chief editor
जब जिम्मेवारी लेने का कोई तैयार नहीं होता तो गलती केवल गलती निकालने वाले की ,या भुगतने वाले की होती है ।
डिपुओं मे राशन मिल रहा है उसके हालत देखें।।।
चने की दाल कितनी गली सड़ी और फंगस लगी हुई है ,इसे कोई गलती से खा ले तो उसका बीमार पड़ना अनिवार्य व पक्का है। उपर से बीमारी का खर्च कितना होगा यह कोई मालूम नहीं है। जो बाजार से राशन नहीं खरीद सकता वह बीमारी का खर्चा कैसे उठाएगा किसी को मालूम नहीं।
जब डिपो पर एक महिला द्वारा इसकी शिकायत की गई तो डिपो वाले ने कहा मुझे जो सप्लाई आती है वही मैं आगे दूंगा।
इंस्पेक्टर से बात करो तो वह कहेंगे की पीछे से जो सप्लाई है वही डिपो में जाती है इसमें हमारा कोई दोष नहीं।
सरकार कहती है कि हमने टेंडर कर दिया यह सप्लायर की जिम्मेवारी कि वह अच्छा माल दे।
और सप्लायर कहते हैं की मुझे बहुत कम रेट मिले हैं मैं अच्छा माल कहां से दूं?
अब बताइए इसमें गलती केवल बीपीएल परिवार या उपभोक्ता की है जो डिब्बों से सामान ले रहा है बाकी तो किसी की न कोई जिम्मेवारी ना किसी की कोई गलती ।
इसी को कहते हैं डेमोक्रेसी की दिल्लगी🤣🤣🤣