मोदी सरकार बाबुओं के खिलाफ हुई सख्त

आईएएस आईआरएस आईपीएस कैडर पर र्शिकंजा

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BKSood:- senior executive editor 
सरकार के तहत भारतीय नौकरशाही 7 दशकों में सबसे बड़े संकट का कर रही है सामना

सरकार ने 10 मार्च को संसद को बताया था कि चालू वित्त वर्ष में फरवरी महीने तक IAS अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार की 581 शिकायतें मिलीं


10 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा के अंदर सिविल सेवा की कार्यप्रणाली को लेकर बेहद तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए पीएम मोदी ने कहा, सब कुछ बाबू ही करेंगे। IAS बन गए मतलब वो फर्टिलाइजर का कारखाना भी चलाएंगे, केमिकल का कारखाना भी चलाएंगे, IAS हो गए तो वो हवाई जहाज भी चलाएंगे। ये कौन-सी बड़ी ताकत बनाकर रख दी हमने? बाबुओं के हाथ में देश देकर हम क्या करने वाले हैं? हमारे बाबू भी तो देश के हैं तो देश का नौजवान भी तो देश का है।

यह एकमात्र ऐसा उदाहरण नहीं है जब उन्होंने IAS अधिकारियों को सरेआम फटकार लगाई हो। पूर्वी सिक्किम में दार्जिलिंग और रंगो के बीच 2009-10 में स्वीकृत 41.5 किलोमीटर लंबी रेललाइन पर कोई खास प्रगति न होने को लेकर प्रधानमंत्री ने नाराजगी जताई थी। द प्रिंट के मुताबिक सूत्र ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने रेल मंत्रालय से कहा कि वह उन बाबुओं और विभागों की जवाबदेही तय करे जिन्होंने देश के करदाताओं का पैसा बर्बाद किया है। हर कोई चुपचाप प्रधानमंत्री की बात सुनता रहा।

पिछले कुछ वर्षों में लगभग सैकड़ों भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय राजस्व सेवा (IRS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और अन्य केंद्रीय सेवाओं के अधिकारियों को अनिवार्य या समय से पहले रिटायमेंट दे दिया गया है। अभी हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय की स्क्रीनिंग कमेटी ने उत्तर प्रदेश के तीन IPS अधिकारियों को सरकारी सेवा के उपयुक्त नहीं पाते हुए समय से पहले ही रिटायमेंट दे दिया था।

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