पंजाबी गायक मनमीत सिंह का शव बरामद

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धर्मशाला: मनमीत सिंह का शव कांगड़ा जिले के करेरी झील इलाके से बरामद हुआ है। SP विमुक्त रंजन ने बताया कि सोमवार सुबह मनमीत अपने भाई और तीन दोस्तो के साथ करेरी लेक गया था। भारी बारिश होने के दौरान करेरी में पहाड़ पर सभी नोली नाले को पार कर रहे थे। नाले को पार करते समय सभी की आंखों के सामने मनमीत पानी में बह गया। पुलिस को सूचना मिलने पर रेस्क्यू टीम करेरी पहुंची। मंगलवार को मनमीत का शव बरामद किया गया। अभी तक मनमीत का शव शाहपुर के पास बोह दरिणी पहुंचा है। आज धर्मशाला में शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। उसके बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा।

करेरी झील अक्सर दिसंबर से मार्च-अप्रैल तक बर्फ से ढकी रहती है। झील के पास पहाड़ी पर भगवान शिव और शक्ति को समर्पित एक मंदिर है। करेरी झील को कुमारवा झील के नाम से भी जाना जाता है। झील धर्मशाला से 9 किलोमीटर दूर पहाड़ पर है जो समुद्रतल से 2934 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। झील पर पर्यटक घूमने के अलावा ट्रैकिंग के लिए भी आते हैं। झील में पानी बर्फ पिघलने से इकट्ठा होता है। कांगड़ा जिला में घूमने के लिए आने वाले ज्यादातर पर्यटक त्रियुंड या इंद्रहार पास में ट्रैकिंग के लिए आते हैं। लेकिन, करेरी झील भी धीरे-धीरे बड़ा पर्यटन स्थल बनती जा रही है। करेरी झील तक पहुंचने में करीब 5 से 6 घंटे का पैदल रास्ता है। झील तक जाने के लिए करेरी गांव से ट्रैक शुरू होता है।

NDRF और प्रशासन ने मंगलवार को मलबे में दबे और पानी में बहे 6 शव बरामद किए। कांगड़ा जिले में सोमवार को भारी बारिश से तबाही के बाद एनडीआरएफ ने दूसरे दिन भी रेस्क्यू अभियान चलाया। शाहपुर उपमंडल की वोह घाटी के रुमेहड़ गांव में मलबे से 22 से 31 घंटों के बीच चार और शव निकाले गए। एक शव सोमवार को निकाला गया था। डीसी कांगड़ा निपुण जिंदल ने बताया कि अभी पांच लोगों के दबे होने की आशंका है।

जिनके शव निकाले गए, उनमें शकुंतला देवी पत्नी प्रकाश चंद, भीम सिंह की पत्नी मस्तों, बेटी ममता, बेटा कार्तिक और शिव प्रसाद पुत्र सुभाष शामिल है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गांव का हवाई और जमीनी जायजा लिया। उन्होंने पीड़ितों कहा कि सरकार बेघर हुए परिवारों के पुनर्वास की व्यवस्था करेगी और मृतकों के परिवार वालों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा मिलेगा।
उधर, मनाली के हामटा डैम साइट में नाले में गिरने से लापता एमबीबीएस छात्रा का शव बरामद कर लिया गया है, वहीं लाहौल के उदयपुर में चंद्रभागा नदी में गिरी गाड़ी में सवार मुख्याध्यापक का शव भी 22 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ढूंढ निकाला। सिरमौर में पांवटा साहब के तहत बांगरन गांव के पास गिरि नदी में बने टापू में फंसे 3 साल की बच्ची समेत 6 लोग प्रशासन की रेस्क्यू टीम ने 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद निकाले।

प्रदेश में सोमवार को हुई बारिश के बाद मंगलवार को भी एक नेशनल हाइवे सहित 110 सड़कों पर यातायात ठप रहा। 266 बिजली ट्रांसफार्मर और 211 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। रोहतांग सहित लाहौल की ऊंची चोटियों पर बर्फ के फाहे गिरे। प्रशासन ने कहा कि शाम चार बजे के बाद लेह जाने वाले सभी वाहनों को लाहौल के जिस्पा के आगे नहीं जाने दिया जाएगा। भूस्खलन की घटनाओं के बीच पर्यटकों के लिए उन सभी अति संवेदनशील स्थानों पर जाने पर रोक है। मुख्यमंत्री ने सभी डीसी और एसपी को इसके आदेश जारी कर दिए हैं।

प्रदेश भर में बुधवार और वीरवार को भारी बारिश का येलो अलर्ट है। 17 जुलाई को शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। पूरे प्रदेश में 19 जुलाई तक मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है।

 

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