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कविता
“मैं भारत माता गर्वित हूं” प्रख्यात लेखिका श्रीमती सुरेश लता अवस्थी की देशभक्ति से…
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प्रख्यात लेखिका श्रीमती सुरेश लता अवस्थी की भगवान राम पर रचित और अयोध्या में प्रस्तुत “प्राण…
अयोध्या में कवि सम्मेलन
सुरेश लता अवस्थी,
चौकी खलेट, पालमपुर।
Mobile : 82787 39443
प्राण जाये पर वचन न जाए
*रघुकुल रीत सदा चली आई
प्राण जाए पर वचन न जाई*
कितनी अच्छी उच्च कोटि की रघुकुल की ये रीत,
प्राण जाए पर वचन न जाई सुन लो…
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प्रख्यात लेखिका श्रीमती सुरेश लता अवस्थी की भावनात्मक रचना “आँगन का पेड़”
SURESH LATA AWASTHI,
Chowki Khalet PALAMPUR
Mob : 82787 39443
'आंगन का पेड़
मेरे आँगन में खड़ा,
आम का पेड़,
रोज़ देखती हूँ उसे,
कैसे खड़ा है सिर उठाए,
नहीं डरता किसी से,
न आँधी से न तूफान से।
चाहती हू मैं, इस की तरह बनू,
सदा खड़ी…
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प्रसिद्ध कवयित्री श्रीमती सुरेश लता अवस्थी सहित 11 कवियों ने राष्ट्रीय स्तरीय 75 घंटे के विराट…
हमीरपुर
राष्ट्रीय कवि संगम हिमाचल इकाई के ग्यारह कवियों ने श्रीराम वन गमन पथ काव्य यात्रा के समापन अवसर पर श्रीराम जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश के अयोध्या में आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय 75 घंटे के विराट अखण्ड कवि सम्मेलन…
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पालमपुर की प्रख्यात लेखिका श्रीमती सुरेश लता अवस्थी की मार्मिक रचना “‘नहीं इस दुनिया…
SURESH LATA AWASTHI,
CHOWKI KHALET, PALAMPUR,
MOB : 82787 39443
"नहीं इस दुनिया में,
अपनी इच्छा से जन्म लेता है इन्सान"
नहीं इस दुनिया में,
अपनी इच्छा से जन्म लेता है इन्सान,
फिर क्यों पड़ जाते हैं,
उसके अलंग अलग नाम।
क्यों बन…
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कौतूहल….. प्रख्यात लेखिका श्रीमती सुरेश लता अवस्थी की संरचना
सुरेश लता अवस्थी,
चौकी खलेट, पालमपुर।
कौतूहल
बैठे थे वे दोनों बैंच पर,
इक दूजे से सट कर मिलकर।
लगते थे कुछ घबराए से,
यहॉं वहाँ नजरें थी हऱ पल।
कौतूहल बढ़ा मेरे मन में,
बूढ़े अम्मा बाबा को देख कर।
अपनी जिज्ञासा को मिटाने,
बैठ गई…
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सीखा पर्वतों से मैंने…प्रख्यात कवयित्री श्रीमती सुरेश लता अवस्थी की खूबसूरत रचना
Smt. SURESH LATA AWASTHI,
CHOWKI KHALET, PALAMPUR
MOB : 8278739443
सीखा पर्वतों से मैंने...
मैने पर्वत की ऊँचाइयों से
सब सहना सीखा है,
सुख- दुख दोनों में सम रह कर,
मैने तो जीना सीखा है।
कभी बादल देते ओलों की मार,
वर्षा…
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‘लक्ष्य’ बतातीं प्रख्यात लेखिका श्रीमती सुरेश लता अवस्थी
Suresh Lata Awasthi,
CHOWKI KHALET, PALAMPUR
MOB : 8278739443
लक्ष्य
चाहते हो जो सफल कहाना
लक्ष्य एक बना लो अपना
उस पर खूब करो फिर मेहनत
पूरा कर लो अपना सपना।
लक्ष्य नही तो भटक जाओगे
जीवन भर फिर पछताओगे
क्या करें औऱ क्या ना…
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प्रख्यात लेखिका श्रीमती सुरेश लता अवस्थी की बेबाक रचना “लोकतंत्र में राजनीति”
सुरेश लता अवस्थी, चौकी खलेट, पालमपुर।
लोकतंत्र में राजनीति
लोकतंत्र में राजनीति की अजब ही बात है
कुर्सी और स्वार्थ का गजब का साथ है।
रिश्ते नाते सगे सम्बन्धी सब बेमानी हैं
इस राजनीति के मारे नही मांगते पानी हैं।
यहॉं कुर्सी के लिए…
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अपने बच्चों की शरारतों पर डांट मत लगाना, शरारत किए जसवन्त गुज़र ही गया जमाना
कर्नल जसवन्त सिंह चन्देल
कलोल बिलासपुर हिमाचल प्रदेश
बचपन की सारी शैतानियां,
छोड़ दी थी जवानी में।
बुढ़ापा आया याद आईं कहानियां,
सब्र कर उमर गुजरेगी बदनामी में।
सहपाठी के झोले से गाजनी चुराना,
साथ बैठी लड़की का पैर दबाना,
उसी की…
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